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गुरुग्राम, 27 नवंबर। सूचना, जनसपंर्क एवं भाषा विभाग द्वारा चलाए जा रहे विशेष प्रचार अभियान के तहत देर सांय जिला के गांव छिल्लरकी में सांस्कृतिक रात्रि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभागीय कलाकारों ने लोगों को सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों के साथ नशा मुक्ति एवं नारी का अधिकार व महिला सशक्तिकरण पर आधारित डाक्यूमेंट्री भी दिखाई।
रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ गांव छिल्लरकी के सरपंच महेन्द्र ने दीप प्रज्जवलन से किया। इस कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी दलीप सिंह सहित किसान मोर्चा गुरूग्राम के जिला उपाध्यक्ष शमशेर सिंह , नंबरदार रामकुमार, पंच रमेश, गोबिंद, धर्मबीर कविता, प्रवीन, पूनम व गांव के मौजिज व्यक्ति उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में गुरूग्राम, सोहना व पटौदी ब्लाॅक की सूचीबद्ध पार्टियों ने हरियाणा सरकार की उपलब्धियों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर समां बांधा। उन्होंने कार्यक्रम में हरियाणा सरकार की उपलब्धियों पर आधारित प्रचार सामग्री भी ग्रामीणों को बांटी। गांव के सरपंच महेन्द्र ने कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम सरकार की एक सराहनीय पहल है जिसके माध्यम से ग्रामीणों को धरातल स्तर पर योजनाओं की जानकारी मिलती है। उन्होंने कहा कि सरकार शहरों के साथ साथ गांव का भी चहुंमुंखी विकास करवा रही है। गांव में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व जलघर व अन्य सुविधाएं भी हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता, मनरेगा से संबंधित स्लोगन प्राथमिक पाठशाला की दीवारों पर बड़े ही सुंदर ढंग से लिखे गए हैं जो ग्रामीणों को निरंतर जागरुक कर रहे हैं और सामाजिक सरोकार का संदेश दे रहे हैं।
विभाग द्वारा कार्यक्रम में ‘नशा जहर है‘ इससे बचने के लिए विभागीय डाक्यूमैंट्री फिल्म लोगों को दिखाई गई। लोगों ने इसे बेहद पसंद किया और सरकार की प्रशंसा की। इस गांव की विधवा पैंशन प्राप्तकर्ता लाभार्थी का कहना है कि उसे पैंशन के रुप में 1800 रुपये मासिक मिल रहे हैं और इस कार्यक्रम के माध्यम से अब मुझे पता चला कि नवम्बर माह से उसकी पैंशन बढकर 2 हजार रुपये मिलनी शुरु हो जाएगी। इससे वह बेहद खुश है। इस मौके पर महिला सशक्तिकरण से संबंधित डाक्यूमैंट्री भी लोगों को दिखाई गई और महिलाओं ने इसे पसंद किया।
कार्यक्रम के दौरान जनसंपर्क विभाग के कलाकारों ने जहां नाटक, भजनों, गीतों व मनोरंजक किस्सों के माध्यम से ग्रामीणों को सामाजिक बदलाव के संदेश दिए वहीं विभाग के डीआई गुलाब सिंह ने प्रदेश सरकार के चार वर्ष की उपलब्धियों व महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी देते हुए ग्रामीणों से इनका लाभ उठाने का आह्वान किया।
विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अकेला किसान जब खेत के लिए जरूरी बीज-खाद व अन्य उत्पाद खरीदता है तो ये वस्तुएं उसे महंगी मिलती हैं जबकि अन्य किसानों के साथ समूह बनाकर जब वह ये वस्तुएं खरीदता है तो उसे ये सस्ती भी मिलती है और सरकार की ओर से अनुदान का लाभ भी मिलता है। इसी प्रकार अकेले किसान के लिए अपने कृषि उत्पाद अधिक भाव वाली मंडी तक लेकर जाना आसान नहीं होता जबकि समूह के साथ काम करते हुए वह अपने उत्पादों के अधिक भाव ले सकता है। इनके अलावा प्रदेश सरकार पंजीकृत समूह में शामिल किसानों को विभिन्न कार्यों पर 70 से 90 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान करती है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है लेकिन यदि किसान परंपरागत खेती के साथ-साथ बागवानी को भी अपनाएं तो वे 2022 से पहले ही अपनी आमदनी को दोगुना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे सभी सामाजिक अभियानों में बढ़-चढकर भाग लेना चाहिए ताकि आदर्श समाज का निर्माण किया जा सके।