भोपाल। विस चुनाव में प्रचार अभियान की कमान कांग्रेस-बीजेपी के साइबर सेल ने संभाल ली है। सोशल मीडिया में पार्टियों और प्रत्याशियों से जुड़े विज्ञापन एवं कंटेंट मैटर की बाढ़ शुरू हो गई है। आगामी दिनों में और भी तेजी आने की संभावना है। गौरतलब है कि सोशल मीडिया अपनी बात पहुंचाने का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है।
कम खर्च में आसानी से पहुंच होने के कारण भाजपा और कांग्रेस की ओर से बकायदा साइबर सेल तैयार किए गए हैं। इसके लिए जिला और विधानसभा स्तर पर प्रभारी तैनात किए गए हैं।
दलों की पैनी नजर,
सोशल मीडिया की ताकत को समझते हुए बीजेपी-कांग्रेस द्वारा सोशल मीडिया कंटेंट को प्रचारित करने के साथ ही उस पर नजर भी रखी जा रही है। एंड्राएड मोबाइलों का चलन बढऩे से सोशल मीडिया की ताकत भी बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि हर छोटी-बड़ी गतिविधि की जानकारी शीघ्र सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर शेयर की जा रही है। जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्मों और ग्रुपों को ट्रैक करने पर असमर्थता जताई गई है।
अवांछित सामग्री पर कार्रवाई होगी,
जिला निर्वाचन अधिकारी मनोज खत्री के अनुसार सोशल मीडिया को ट्रैक किया जा रहा है, लेकिन हर प्लेटफॉर्म के हर ग्रुप को तो ट्रैक नहीं किया जा सकता है। इसके लिए यदि हमारे पास किसी प्रकार की शिकायत मिलती है तो कार्रवाई करेंगे। इसके साथ ही आवंछित सामग्री होने पर विधि सम्मत कर्रवाई की जाएगी।
भाजपा कार्यालय मंत्री व सोशल मीडिया प्रभारी चंचल जैन का कहना है कि पार्टी का सोशल मीडिया सेल काम कर रहा है। पार्टी व प्रत्याशी से संबंधित सामग्री को प्रसारित करने के साथ ही सेल से जुड़े लोग यह भी ध्यान रख रहे हैं कि उनके प्रत्याशी या पार्टी को लेकर गलत कंटेंट, फोटो और वीडियो तो शेयर नहीं किए जा रहे हैं।
यदि आवंक्षित सामग्री पाई जाती है तो यथा उचित स्थान पर इसकी शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की जाएगी। कांग्रेस जिला संगठन प्रभारी मनीष शार्म के अनुसार पार्टी का सोशल मीडिया सेल भी सक्रिय रूप से काम कर रहा है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर प्रसारित होने वाले कंटेंट, फोटो और वीडियो पर जजर रखी जा रही है।
पार्टी के सोशल मीडिया प्रभारी विक्रय यादव हैं। वे सहयोगियों के साथ सोशल मीडिया में शेयर हो रहे सभी प्रकार के कंटेंट पर नजर रख रहे हैं। प्रत्याशी के पक्ष में भी कंटेंट शेयर करा रहे हैं।