छात्र-छत्राओं को नैतिक मूल्य का पाठ पढ़ाया

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समाजसेवी रितु गोयल का 26-ritu-goyal-2-aनैतिक जागरूकता का प्रयास

गुरुग्राम : समाजसेवी रितु गोयल ने किशोर किशोरियों को नैतिक मूल्यों व देश हित में सम्मान वह श्रद्धा का पाठ पढ़ाया. इसमें गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल ,चकरपुर व  गवर्नमेंट हाई स्कूल, सुखराली, गुरु ग्राम के विद्यार्थियों की संखया लगभग 2000 थी और 30 अध्यापक ने सत्र में हिस्सा लिया । रितु गोयल ने बच्चों के समाखा भारत को दुबारा विश्व गुरु बनाने में विद्यार्थी वर्ग के योगदान को रखांकित किया. उन्होने कई उदाहरण देकत बच्चों को समझाया  जिससे समाज व देश के प्रति प्रेम व श्रद्धा भाव उत्पन्न हो सके। किशोर किशोरियों ने बड़े ही ध्यान से इस भावना को गंभीरता से समझा।
अपने माता पिता, अपने शिक्षक और अपने समाज का सम्मान उनका आदर सत्कार करना और उनके दिए हुए निर्देशों पर चलने की बच्चों को प्रेरणा दी । उन्होंने बच्चों को बताया कि अगर वो बड़ों का सम्मान कर उनकी बातों को गंभीरता से अपने जीवन मैं अपनाएगे तो जीवन में किसी प्रकार की कभी भी कठिनाई नहीं आएंगी।
आज जगह जगह इतने चिकित्सालय खुले हुए है इसका कारण कही ना कही हम विद्यार्थी वर्ग हैं क्योंकि हमारे पास समय नहीं रहता कि हम अपने माता पिता के पास जाकर उनसे दो शब्द बात कर सकें। माता-पिता को समय देने से उनमें एक नई ऊर्जा प्रवाहित हो जाएगी।
रितु गोयल ने बच्चों को सोशल मीडिया facebook whatsapp से दूर रहने का आग्रह किया। सोशल मीडिया उपयोग करने की कम से कम 18 बरस आयु निश्चित रहती है।
उन्हें बताया कि कोई भी गेम हम अकेले नहीं खेल सकते। हर खेल के लिए प्रत्यक्ष दो खिलाडी चाहिए। इस बात को हम सब विद्यार्थियों को समझना चाहिए। ना मानने से इसके परिणाम काफी घातक सिद्ध होते हैं। उन्हें पढ़ने-लिखने के साथ साथ स्वास्थ्य एवं देश के प्रति श्रद्धा भाव कैसे मन में आए चर्चा की। रितु गोयल ने महान पुरुषों की जीवनी भेंट स्वरूप अध्यापकों द्वारा वितरण करवाई।
देश का नाम ऊंचा करने के लिए समरसता एवं सेवाभाव आवश्यक समझना चाहिए। समाज में सद्भावना से हमारा देश विश्व गुरु की तरफ बढ़ता हुआ हमें नजर आने लगेगा। ऐसी प्रेरणा हमें लेकर चलना चाहिए। किशोर व किशोरी इन बातों से काफी उत्साहित व प्रेरित महसूस कर रहे थे। विषयों को बच्चों ने बहुत ध्यान पूर्वक सुना और आश्वासन दिया। वह इन्हें अपने जीवन में उतारने की पूरी कोशिश करेंगे। भारतीय सैनिकों के प्रति प्रेम भाव दिखाते हुए सभी किशोर-किशोरियां ने विश्व में जो लोग हमारे देश का अहित चाहते हैं। उनके किसी भी समान को जीवन में उपयोग न करने की शपथ ली। किशोरों किशोरी में सैनिकों के प्रति प्रेम भावना नजर आई। इस सारी मुहिम मे डिप्टी कमिश्नर की मंजूरी की वजह से यह काम करने में सुविधा हुई।

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