गुरूग्राम : आगामी 28 अक्टूबर को प्रथम राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर जिला आयुर्वेद अधिकारी कार्यालय द्वारा हुड्डा डिस्पैंसरी बिल्डिंग, चिन्तपूर्णी माता मंदिर के नजदीक, सैक्टर-4 में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. जसबीर सिंह अहलावत ने बताया कि आयुष विभाग हरियाणा द्वारा 28 अक्टूबर को धन्वंतरी जंयती(धनतेरस) के अवसर पर राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है जिसका विषय ‘आयुर्वेद द्वारा मधुमेह से बचाव एवं नियंत्रण’ रखा गया है। शिविर में लोगों को मधुमेह से बचाव के बारे में विस्तार से बताया जाएगा तथा योग, आयुर्वेद व होम्योपैथी द्वारा इलाज तथा मुफ्त जांच व दवाइयां उपलब्ध करवाई जाएंगी।
मधुमेह रोग के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि एक अध्ययन के अनुसार वर्ष 1980 से वर्ष 2014 तक विश्व में मधुमेह रोगियों की संख्या लगभग चार गुणा बढ़ी जबकि भारत में छह गुणा बढ़ी। भारत में वर्ष 1980 में लगभग 1 करोड़ 20 लाख मधुमेह रोगी थे जो वर्ष 2014 में बढक़र 6 करोड़ 50 लाख हो गए। यही रफ्तार रही तो 2030 में यह संख्या बढक़र 11 करोड़से ऊपर चली जाएगी। उन्होंने बताया कि मधुमेह का मुख्य कारण वंशानुगत, सुस्ती का जीवन जीना, मोटापा होना, शराब का सेवन करना , मीठे का अधिक प्रयोग करना, तले हुए चिकने पदार्थों का अधिक प्रयोग करना शामिल है। इसके लक्षणों में अंगो में थकावट रहना, कमजोरी महसूस होना, अधिक प्यास लगना, जख्मों का देर से भरना, बार-बार पेशाब आना व अचानक वजन का गिरना शामिल है।
उन्होंने कहा कि यदि मधुमेह से बचाव व नियंत्रण के लिए प्रयास करना अत्यंत आवश्यक है। मधुमेह से ग्रसित व्यक्ति को डॉक्टर द्वारा सुझाए गए परहेज करना चाहिए। यदि माता-पिता को मधुमेह हो तो बच्चे की प्रारंभ से ही जांच करवानी चाहिए। प्रतिदिन सैर करे, मोटापा ना आने दें, समय पर पोषक आहार लें, समय-समय पर शुगर की जांच करवाएं तथा दवा का प्रयोग चिकित्सक की सलाह से व समय पर करें।
सेक्टर-4 में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर 28 को
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