चंडीगढ़, 5 सितंबर : हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने कहा कि भारतीय संस्कृति में शिक्षकों का सदैव सम्मान किया जाता है। हमारे देश में प्राचीन काल से ही गुरु का पद सर्वाच्च रहा है।
श्री आर्य आज शिक्षक दिवस के अवसर पर यहां राजभवन में आयोजित राज्य शिक्षक पुरस्कार समारोह में शिक्षकों को सम्मानित करने के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने राज्यभर के 32 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया।
उन्होंने शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि आप समाज के प्रकाश स्तम्भ हैं। उन्होंने कहा कि गुरु और शिष्य का पारस्परिक रिश्ता भी प्राचीन-काल से ही अत्यन्त पावन और प्रगाढ़ रहा है। संत कबीर ने गुरु-महिमा का वर्णन करते हुए कहा है:
‘‘गुरु गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पाय।
बलिहारी गुरु आपने, जिन गोविन्द दियो बताय।।’’
राज्यपाल ने कहा कि गुरूओं द्वारा दी गई श्रेष्ठ शिक्षा के ही परिणामस्वरूप कभी भारत को विश्वगुरु का दर्जा प्राप्त था। इतिहास साक्षी है कि हमारे नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने के लिए पूरे संसार से विद्यार्थी आते थे। उन्होंने शिक्षकों से आह्वïान किया कि वे भारत को फिर से विश्वगुरु बनाने में अपना योगदान करें।
उन्होंने भारत के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्घांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे महान शिक्षक, चिन्तक, दार्शनिक और विद्वान थे। उन्होंने शिक्षकों के सम्मान में अपना जन्मदिन ही आपको समर्पित कर दिया। वे जानते थे कि शिक्षक समाज का वह अंग है जो भावी पीढ़ी का निर्माण करता है। शिक्षक ही समाज को राजनेता, समाजनेता, प्रशासक, विज्ञानवेत्ता, सैनिक, तकनीशियन आदि देते हैं। इसलिए आपको राष्ट्र-निर्माता कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में स्वामी विवेकानन्द के उस कथन को भी याद रखना जरूरी है जिसमें उन्होंने कहा था कि शिक्षा हमारी राष्ट्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप होनी चाहिए। इसी आवश्यकता को पहचानते हुए पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने 2000-2001 में ‘सर्व शिक्षा अभियान’ की शुरुआत की थी। इसका मुख्य उद्देश्य 6 से 14 साल तक के बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करना था। अटल जी का सपना साकार करने के लिए आइए शिक्षक दिवस पर संकल्प लें कि हम 6 से 14 आयु-वर्ग के हर बच्चे को शिक्षा प्रदान करना सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने कहा कि अटल जी एक परिश्रमी व पराक्रमी भारत बनाना चाहते थे। उन्हीं के दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ते हुए हमारे लोकप्रिय पीएम नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 में न्यू इंडिया की कल्पना की है। इसे साकार करने के लिए उन्होंने कौशल विकास का नारा दिया।
राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश के 1051 स्कूलों में व्यावसायिक कोर्स चलाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की सुशासन एवं पारदर्शी प्रशासन और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस नीतियों की देशभर में चर्चा है।
उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी एवं प्रदेश के शिक्षा मंत्री श्री रामबिलास शर्मा की सराहना करते हुए कहा कि इन्होंने राज्य में नैतिक मूल्यों व चरित्र निर्माण पर आधारित शिक्षा की व्यवस्था की है। उन्होंने अध्यापकों की ऑनलाइन तबादला नीति की भी प्रशंसा की।
हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती धीरा खण्डेलवाल ने राज्यपाल का अभिनंदन करते हुए स्कूल शिक्षा विभाग की गतिविधियों एवं उपलब्धियों को विस्तार से बताया तथा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में शिक्षकों के योगदान की चर्चा की। उन्होंने कहा कि हरियाणा में शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित हुए हैं जिसके कारण आज प्रदेश की राष्टï्रीय स्तर पर सराहना हो रही है। अन्य राज्य हरियाणा की शिक्षा नीतियों का अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों को बधाई दी और कहा कि वे राष्टï्र के भविष्य का निर्माण करते हैं।
श्रीमती खंडेलवाल ने राज्यपाल को अवगत करवाया कि प्रदेश में कुल 14431 स्कूल हैं जिनमें से करीब 8700 प्राइमरी स्कूल हैं। विद्यार्थियों की संख्या करीब 20 लाख है और शिक्षक व विद्यार्थी का अनुपात 1:25 है। उन्होंने बताया कि करीब 400 स्कूलों में प्रथम व दूसरी कक्षा को बैग-फ्री बनाया गया है और उनको अंग्रेजी सिखाई जा रही है। उन्होंने विभाग में ज्वॉयफूल-शनिवार, 310 स्कूलों में 9वीं कक्षा से गणित व विज्ञान को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने, तीसरी-पांचवी-सातवीं कक्षा के बच्चों का भाषा व गणित विषय में लर्निंग लेवल बनाने,विवाद-प्रबंधन शाखा गठित करने, शिक्षकों के प्रशिक्षण पर ध्यान देने,85 प्रतिशत से अधिक अंक लेने वाले 10वीं कक्षा पास सुपर-100 का चयन करके नि:शुल्क कोचिंग देने,हिल्स स्टेशन,एडवेंचर स्पोर्टस,मनाली में कैंप लगाने व समुद्री क्षेत्र का स्कूली विद्यार्थियों को टूर करवाने जैसी कई योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा खेलों-इंडिया व देश के बैस्ट एजूकेशन एवं लोक संस्कृति एवं कला के क्षेत्र में टॉप अवार्ड से सम्मानित हो चुका है। उन्होंने बताया कि राष्टï्रीय स्तर पर हरियाणा के 3 सरकारी स्कूलों को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए चुना गया है। इसके अलावा स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले देश के टॉप 9 जिलों में हरियाणा का हिसार जिला भी शामिल है।
इस अवसर पर हरियाणा के बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी.के दास, राज्यपाल के सचिव डॉ. अमित कुमार अग्रवाल, माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक श्री राजीव रतन, प्राथमिक शिक्षा विभाग के निदेशक श्री राजनारायण कौशिक समेत अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।
हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने आज शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रदेश के 32 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया। जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया है उनमें कमलेश चौहान (पंचकूला), राजेंद्र सिंह (महेंद्रगढ़), दिलबाग सिंह (महेंद्रगढ़),उमा कुमारी (रेवाड़ी), देवेंद्र सिंह (रेवाड़ी), मूरलीधर द्विवेदी (भिवानी), राजबाला (कैथल),रमेश शर्मा (कुरूक्षेत्र), बरसुद्दीन खान (मेवात,) बीरेंद्र सिंह (नारनौल), बिजेंद्र कुमार अहलावत (झज्जर), स्नेहलता (सोनीपत), जिले सिंह (हिसार), सफी मोहम्मद (मेवात), कृष्णा देवी (चरखी दादरी), प्रमोद कुमार (कुरूक्षेत्र), धर्मबीर (सोनीपत), राजेश कुमार (रेवाड़ी), श्रीपाल पुनिया (पानीपत), सुखदेव सिंह (सिरसा), कप्तान सिंह (सोनीपत), शीशपाल (पंचकूला), नसीब सिंह (रोहतक), राजकुमार (फतेहाबाद), अजय सांगवान (भिवानी), रमेश कुमार (रोहतक), राजेश कुमार (भिवानी), अजमेर सिंह (जींद), भूप सिंह (भिवानी), ईश्वर सिंह (जींद), सोमवीर सिंह (भिवानी) व जितेंद्र सिंह (पंचकूला) शामिल हैं।
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