नई दिल्ली। गृहमंत्री राजनाथ सिंह कल यहां द्वितीय युवा पुलिस अधीक्षक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। सम्मेलन का आयोजन पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो कर रहा है। इस दो दिवसीय सम्मेलन में राज्यों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबलों के 100 से अधिक पुलिस अधीक्षक और आला अधिकारी हिस्सा लेंगे।
सम्मेलन की विषयवस्तु ‘भारतीय पुलिसबलों के लिए आगाह करने वाली पुलिस कार्रवाई और समकालीन चुनौतियां’ है। इसका उद्देश्य कृत्रिम बौद्धिकता, आगाह करने वाली पुलिस कार्रवाई, अपराध विश्लेषण, महत्वपूर्ण आंकडों का विश्लेषण, भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी, साइबर अपराध, निगरानी एवं ट्रेकिंग, यूएवी, सीसीटीवी उपकरण जैसे क्षेत्रों में युवा पुलिस अधीक्षकों और कमांडेंटों को परिचित कराना है, ताकि नागरिकों को कारगर पुलिस सेवाएं प्रदान की जा सकें।
सम्मेलन के साथ विभिन्न विशेषज्ञ साझीदारों और हितधारकों के सहयोग से एक राष्ट्र स्तरीय पुलिस प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है। पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो को उद्योग, अकादमिक जगत और सरकारी तकनीकी संस्थान जैसे प्रौद्योगिकी विकास करने वाले निकायों तथा कानून लागू करने वाली एजेंसियों के बीच सहयोग और समन्वय स्थापित करने का अधिकार प्राप्त है। हाईटेक पुलिस कार्य से सुरक्षित और स्मार्ट सिटी के गठन में सहायता मिलेगी तथा वक्त पर पुलिस सेवाएं उपलब्ध होंगी।
27 जुलाई 2018 को पुदुचेरी की उप-राज्यपाल डॉ किरण बेदी सम्मेलन में समापन वक्तव्य देंगी।