रेजांगला दिवस पर रेवाड़ी के रेजांगला पार्क में होगा 18 नवम्बर को कार्यक्रम
गुरुग्राम : आगामी 18 नवम्बर को रेजांगला दिवस के उपलक्ष्य में रेवाड़ी के रेजांगला पार्क में रेजांगला दिवस कार्यक्रम किया जाएगा। इसके लिए शनिवार 22 अक्टूबर को रेवाड़ी स्थित माडल टाउन में कार्यकर्ताओं की मीटिंग की जा रही है। जिसमें सभी कार्यकर्ताओं से कार्यक्रम की तैयारियों के बारे में विचार विमर्श किया जाएगा। उक्त जानकारी पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कमान सराय स्थित कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।
1962 में चीन के साथ हुआ था रेजांगला युद्ध
श्री यादव ने कहा कि हर वर्ष रेजांगला दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम में, 1962 में चीन के साथ हुए रेजांगला युद्ध में जो भारतीय जवान शहीद हुए थे, उनको श्रद्वांजलि दी जाएगी। साथ ही उनकी विरांगनाओं को सम्मानित किया जाता है।
कैप्टन अजय यादव ने बताया कि 18 नवंबर 1962 को अचानक चीनी सैनिकों ने हमला बोल दिया।
मेजर शैतान सिंह भाटी थे सेनानायक
समुद्र की सतह से तकरीबन 16404 फुट ऊंचे चुशूल क्षेत्र के रेजांगला की बर्फीली पहाडिय़ों पर भारत माता के ऐसे जवान तैनात थे। जिनसे निपटने के लिए चीनी सैनिकों को लोहे का चना चबाना पड़ा था। इस बर्फीले पहाड़ी पर भारतीय सेना की 13वीं कुमाऊं रेजीमेंट की सी कम्पनी के 120 जवान अपने सेनानायक मेजर शैतान सिंह भाटी तैनात थे।
उन्होंने दुश्मनों को ऐसा सब सिखाया की उनके होश उड़ गए। पहले तो चीनी सेना भी समझ नही पाए की आखिर भारतीय सेना के कितने जवान है। अपनी सांस के आंखरी दम तक इन्होने चीनी सेना का सामना किया था। भारत माता के 114 जवान इसमें शहीद हो गए थे। लेकिन जवानों ने चीनी सेना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था।
परमवीर चक्र से सम्मानित
मेजर शैतान सिंह की इस वीरता को देखते हुए उन्हें मरणोंप्रांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। कैप्टन अजय यादव ने बताया कि इसलिए 18 नवम्बर को रजांगला दिवस के रूप में मनाया जाता है। कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि आगामी 22 अक्टूबर को रेवाड़ी अवश्य आएं। जिसमें कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर विचार-विमर्श किया जाएगा।