रामायण संग्रहालय के प्रस्ताव से बसपा व कांग्रेस परेशान

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केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा करेंगे अयोध्या का दौरा

नई दिल्ली : अयोध्या में रामायण संग्रहालय की स्थापना की खबर ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में राम मंदिर के मुद्दे को चर्चा के केंद्र में एक बार फिर ला दिया है. बताय्या जाता है कि इसके लिए प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण करने के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा आज दौरा करने वाले हैं. केंद्र सरकार के इस कदम को राजनीतिक विश्लेषक व राजनीतिक दल अगले वर्ष होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले हिंदुत्व समर्थक तत्वों को लुभाने के एक प्रयास के रूप में देख रहे हैं जबकि आम लोगों में बहुतायत इसे अच्छा कदम मान रहे हैं.

बसपा प्रमुख मायावती, कांग्रेस और द्रमुक ने केंद्र सरकार के इस कदम की आलोचना की है. तीनों दलों ने इसे चुनावी लाभ  के लिए उठाया गया कदम बताया है. उल्लेखनीय है कि प्रस्तावित रामायण संग्रहालय के लिए जमीन उत्तर प्रदेश सरकार कि ओर से मुहैया करायी गई है।

मायावती कि ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि अयोध्या में पर्यटन का विकास करना अच्छी बात है. लेकिन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नरेंद्र मोदी सरकार को रामायण संग्रहालय विकसित करने और राज्य सरकार को रामलीला थीम पार्क बनाने की याद आयी है यह आशंका पैदा करती है.  पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इसे दोनों सरकारों द्वारा राजनीति को धर्म से जोड़ना बताया है. उन्होंने इसे चुनावी लाभ लेने की कोशिश कहा है व निंदा की है .  दूसरी तरफ कांग्रेस नेता आर पी एन सिंह ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार और भाजपा अगले वर्ष के विधानसभा चुनाव से कुछ माह पहले राम को राजनीतिक लाभ के लिए याद कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पांच वर्ष पर भाजपा यही नाटक करती है . राज्य में जब भी चुनाव होते हैं भाजपा को राम व  राममंदिर या अब  राम संग्रहालय याद आने लगते हैं.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास की बात करते हैं लेकिन लखनऊ  में दशहरा कार्यक्रम के दौरान जय श्रीराम का नारा लगाया.  रामायण संग्रहालय की स्थापना के प्रस्ताव ने राममंदिर निर्माण की मांग को फिर से बल दे दिया है. केंद्रीय मंत्री उमा भारती और भाजपा नेता विनय कटियार इस पर सर्वाधिक जोर दे रहे हैं.  कटियार ने लोकसभा में एक विधेयक पेश करने की की है.  उन्होंने कहा है कि  केवल सुब्रमण्यम स्वामी ही नहीं प्रत्येक रामभक्त चाहता है कि राम मंदिर का निर्माण हो।

केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की तीन न्यायाधीशों की एक पीठ हमारी दलील से सहमत हुई। उन्होंने कहा कि जिस पर चुनौती है वह वक्फ बोर्ड और राम जन्मभूमि न्यास के बीच जमीन के विवाद को लेकर है. इधर महेश शर्मा ने स्पष्ट किया है कि उनकी अयोध्या यात्रा का उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से कोई लेना देना नहीं है लेकिन वह रामजन्मभूमि.बाबरी मस्जिद परिसर में बने अस्थायी मंदिर में भी जाएंगे। उन्होंने कहा है कि मैं वहां की यात्रा एक पर्यटन मंत्री के तौर पर कर रहा हूं। इसे राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए बल्कि यह अयोध्या और पूरे देश में पर्यटन को सुधारने के सरकार के प्रयास का हिस्सा है।

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