सि‍तांशु कार ने पीआईबी के महानिदेशक का पदभार संभाला

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सुभाष चौधरी/प्रधान संपादक 

नई दिल्ली : भारतीय सूचना सेवा के 1983 बैच के अधिकारी श्री सि‍तांशु रंजन कार ने आज नई दिल्ली में भारत सरकार के 27वें प्रधान प्रवक्ता और पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभाल लिया। उन्‍होंने फ्रैंक नोरोन्हा के स्‍थान पर यह पदभार संभाला है जो कल सेवानिवृत्त हो गए। लगभग 35 वर्षों के लंबे कैरियर में श्री कार ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की विभिन्न मीडिया यूनिटों में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है।

मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में फाउंडेशन कोर्स और नई दिल्ली स्थित भारतीय जनसंचार संस्थान में अभिविन्यास पाठ्यक्रम में भाग लेने के बाद श्री कार अल्‍प अवधि के लिए आकाशवाणी के समाचार सेवा प्रभाग से जुड़ गए थे। इसके बाद वह दूरदर्शन न्‍यूज से जुड़ गए थे। वह इस क्षेत्र से लगभग 17 साल तक जुड़े रहे। उन्‍होंने इसके विकास में उल्‍लेखनीय भूमिका निभाई। वह वर्ष 1988 में आयोजित वैश्विक प्रतियोगिता में लंदन की प्रतिष्ठित विस्न्यूज फेलोशिप हासिल करने वाले पहले भारतीय बने। उन्‍होंने अग्रणी प्रसारणकर्ताओं द्वारा टेलीविजन समाचार तैयार करने में उपयोग की जाने वाली अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का अनुभव करने के लिए यूरोप और उत्तरी अमेरिका का भ्रमण किया।

श्री कार वर्ष 2003 में पत्र सूचना कार्यालय से जुड़ गए। उन्होंने पर्यावरण एवं वन, ग्रामीण विकास, मानव संसाधन विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष जैसे कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों में प्रचार कार्य की जिम्‍मेदारी संभाली। इसके बाद वह अगस्त 2005 में प्रधान प्रवक्ता के रूप में रक्षा मंत्रालय के जन सम्पर्क निदेशालय से जुड़ गए।

उन्‍हें निरंतर एक दशक से भी अधिक अवधि तक रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के रूप में सबसे लंबे समय तक सेवारत होने का गौरव प्राप्त है।

उन्‍हें दिसंबर 2015 में आकाशवाणी के समाचार सेवा प्रभाग का महानिदेशक नियुक्त किया गया था।

श्री कार ने बीजेबी कॉलेज, भुवनेश्वर से मानविकी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी और उत्कल विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान ऑनर्स में प्रथम रैंक हासिल की थी। उन्होंने राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल करने के साथ-साथ दिल्ली विश्वविद्यालय से चीनी एवं जापानी अध्ययन में एम फिल करने में कामयाबी हासिल की।

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