मार्च, 2018 में आठ कोर उद्योगों की वृद्धि दर 4.1 प्रतिशत रही

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सुभाष चौधरी/प्रधान संपादक 

नई दिल्ली : आठ कोर उद्योगों का संयुक्‍त सूचकांक मार्च, 2018 में 138.0 अंक रहा, जो मार्च, 2017 में दर्ज किए गए सूचकांक के मुकाबले 4.1 प्रतिशत ज्यादा है। इस तरह मार्च, 2018 में आठ कोर उद्योगों की वृद्धि दर 4.1 प्रतिशत रही है। वहीं, वर्ष 2017-18 की अप्रैल-मार्च अवधि के दौरान आठ कोर उद्योगों की संचयी उत्‍पादन वृद्धि दर 4.2 प्रतिशत रही। औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक (आईआईपी) में शामिल वस्तुओं के भारांक (वेटेज) का 40.27 प्रतिशत हिस्सा आठ कोर उद्योगों में शामिल होता है। आठ कोर उद्योगों के सूचकांक (आधार वर्ष: 2011-12) का सार अनुलग्‍नक में दिया गया है।

कोयला
मार्च, 2018 में कोयला उत्‍पादन (भारांक: 10.33%) मार्च, 2017 के मुकाबले 9.1 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल-मार्च, 2017-18 में कोयला उत्‍पादन की वृद्धि दर पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 2.5 प्रतिशत अधिक रही।

कच्‍चा तेल

मार्च, 2018 के दौरान कच्‍चे तेल का उत्‍पादन (भारांक: 8.98%) मार्च, 2017 की तुलना में 1.6 प्रतिशत गिर गया। अप्रैल- मार्च, 2017-18 में कच्‍चे तेल का उत्‍पादन बीते वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 0.9 प्रतिशत कम रहा।

प्राकृतिक गैस

मार्च, 2018 में प्राकृतिक गैस का उत्‍पादन (भारांक: 6.88%) मार्च, 2017 के मुकाबले 1.3 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल-मार्च, 2017-18 में प्राकृतिक गैस का उत्‍पादन पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 2.9 प्रतिशत बढ़ गया।

रिफाइनरी उत्‍पाद

पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्‍पादों का उत्‍पादन (भारांक: 28.04%) मार्च, 2018 में 1.0 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल-मार्च, 2017-18 में पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्‍पादों का उत्‍पादन पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 4.6 प्रतिशत अधिक रहा।

उर्वरक

मार्च , 2018 के दौरान उर्वरक उत्‍पादन (भारांक: 2.63%) 3.2 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल- मार्च, 2017-18 में उर्वरक उत्‍पादन बीते वित्‍त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 0.03 प्रतिशत अधिक रहा।

इस्‍पात

मार्च, 2018 में इस्‍पात उत्‍पादन (भारांक: 17.92%) 4.7 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल-मार्च, 2017-18 में इस्‍पात उत्‍पादन पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 5.6 प्रतिशत अधिक रहा।

सीमेंट
मार्च, 2018 के दौरान सीमेंट उत्‍पादन (भारांक: 5.37%) मार्च, 2017 के मुकाबले 13.0 प्रतिशत ज्यादा रहा। अप्रैल-मार्च, 2017-18 के दौरान सीमेंट उत्‍पादन बीते वित्‍त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 6.3 प्रतिशत अधिक रहा।

बिजली
मार्च, 2018 के दौरान बिजली उत्‍पादन (भारांक: 19.85%) में मार्च, 2017 के मुकाबले 4.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ। अप्रैल-मार्च, 2017-18 में बिजली उत्‍पादन पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 5.2 प्रतिशत अधिक रहा।

नोट 1: जनवरी, 2018, फरवरी, 2018 और मार्च, 2018 के आंकड़े अंतरिम हैं।

नोट 2: अप्रैल, 2014 से ही बिजली उत्पादन के आंकड़ों में नवीकरणीय अथवा अक्षय स्रोतों से प्राप्त बिजली को भी शामिल किया जा रहा है।

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