रूस को विश्व युद्ध की आशंका, विदेशों से नागरिकों को बुलाया !

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अमेरिका व रूस के बीच बढ़ता तनाव

मास्‍को : रूस की आशंका इस बात को लेकर प्रबल होती जा रही है कि दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की तरफ तेजी से बढ़ रही है। संकेत इस बात के हैं कि सीरिया को लेकर रूस व अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। रूस की सेना बड़े पैमाने पर तैयारी में जुट गयी है जिससे कुछ खास संकेत मिल रहे हैं.

दोनों के बीच बढ़ रहे तनाव को विश्व युद्द में तब्दील होने की संभावना के तौर पर देखा जा रहा है. इस बात का खुलासा एक न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट में किया  गया है. इस रिपोर्ट के अनुसार, रूस ने अपने उच्च अधिकारियों, राजनेताओं और उनके परिवार को वापस अपने देश लौटने का अनुरोध किया है।

रूसी सेना तैयारी में जुटी

रूसी राष्ट्रपति पुतिन इस बात से आशंकित है कि दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की तरफ तेजी से बढ़ रही है. इसके कारण रूस सरकार ने अपने सभी अधिकारियों को आदेश जारी कर कहा है कि वे विदेशों में रह रहे अपने करीबियों को तुरंत देश वापस ले आएं। उल्लेखनीय है कि पुतिन ने अपना फ्रांस दौरा अचानक रद्द कर दिया है. और रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पुतिन ने यह फ्रांस दौरा रद्द करने के तत्काल बाद उठाया है। यहाँ तक कहा गया है कि  एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ, रीजनल एडमिनिस्ट्रेटर्स, लॉ मेकर्स और पब्लिक कॉरपोरेशन्स के इम्प्लाइज को रूस सरकार कि ओर से यह आदेश जारी किए गए है कि वे विदेशी स्कूलों में पढ़ रहे अपने बच्चों और वहां रह रहे अपने करीबी लोगों को तुरंत देश वापस बुला लें । रूस की स्थानीय मीडिया के अनुसार बड़े नेताओं और शीर्ष अधिकारियों ने दावा किया है कि ये चेतावनी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कार्यालय की तरफ से जारी की गई है।

इस बीच रूस ने बुधवार को अंतरमहाद्वीपीय बलिस्टिक मिसाइलों का भी परीक्षण किया है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि  रूस की सेना ने जापान के उत्तर में तैनात सबमरीन से न्यूक्लियर वॉरहेड ढोने की क्षमता वाले रॉकेट का भी परीक्षण किया है। रूस की स्थानीय मीडिया ने दावा किया है कि घरेलू साइट से भी मिसाइल दागी गयी है. अंतरराष्ट्रीय मीडिया में खबर चल रही है कि है कि रूस ने पोलैंड और तिथुवानिया की सीमा पर न्यूक्लियर क्षमता वाली मिलाइल तैनात कर दी है। रूस की ओर से उठाये गए कदम अंतरराष्ट्रीय नियमों के उल्लंघन के तौर पर देखे जा रहे हैं.  रूस की तैयारी यह बता रही है वह  सीरिया को लेकर समझौता करने को  को तैयार नहीं है।

गौरतलब है कि रूस और अमेरिका के बीच लगातार तनाव बढ़ रहा है। अमेरिका का साथी देश भी रूस की सीरिया में भूमिका की आलोचना कर रहे हैं। फ्रांस ने भी रूस पर सीरिया में युद्ध अपराधों में शामिल होने का आरोप लगाया था.  इस कारण से ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपना फ्रांस दौरा रद्द कर दिया। रूस और अमेरिका एक बात फिर आमने सामने है.  दुनिया खतरनाक मोड़ पर है। अमेरिका असद विरोधियों के साथ है वहीं रूस असद सरकार के साथ खड़ा है।

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