धरने की अध्यक्षता जिला प्रधान रोशनी देवी ने जबकि संचालन सुमन धांसू ने किया
19 फरवरी से राज्य कमेटी के आवहान पर जारी है हड़ताल
5 मार्च की रैली को लेकर यूनियन ने कमर कसी
हिसार : सीटू जिला अध्यक्ष कामरेड देशराज ने यहाँ प्रेस को जारी बयान में कहा है कि पूरे प्रदेश भर में सीटू से सम्बंधित आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हैल्पर युनियन 19 फरवरी से राज्य कमेटी के आवहान पर लगातार हड़ताल पर है। 5 मार्च को अपनी मांगों को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के गृहनगर में एक विशाल रैली कर भाजपा सरकार को चेताएगी की या तो सरकार आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हैल्पर युनियन की मांगों को मान ले नही तो सरकार को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। 5 मार्च की रैली को लेकर युनियन ने पूरी तैयारी कर ली है और करनाल की रैली में हिसार से सैकड़ो साधनों के द्वारा हजारों की संख्या में वर्कर्स रैली में भाग लेगी. सभी आंदोलन को मजबूत करते हुए अपनी मांगो को मनवाने के लिए सरकार को बाध्य करेगी ।इसके लिए गांव गांव से साधन किए जा चुके है ओर करनाल की तैयारियां पुरी की जा चुकी है।
आज के धरने को भवन निर्माण कामगर युनियन हरियाणा के जिला नेता विरेंद्र दुर्जनपुर , अनुसुचित जाती कर्मचारी नेता जगराम ने भी अपना समर्थन दिया.
आज के धरने को सुशीला हांसी,विद्या भाटला,मीनू कुलेरी,संतोष जाखड़,सुमन धांसू कांता देवी, इ्रंद्रावती खरड़ ,नीलम अग्रोहा,सुषीला नंगथला, ओमपति सोरखी ,विद्या किरमारा, कमलेष जुगलान ,ममता जगाण, दया सैनी,कमला चैनत, षिमला हांसी, राजेष, राजकली,माया,दीपीका मात्रष्याम,सुषीला मीगनीखेड़ा, कमलेष, कविता किरोड़ी,मोनिका, मुकेष,मैना आदमपुर,सरोज खांसा,उषा राजीव नगर झिड़ी, सहित अन्य वर्करों ने सम्बोधित किया।
आंगनवाड़ी वर्कर्स की क्या हैं मुख्य मांगे :
1. आंगनवाड़ी वर्कर्स को तीसरे एवं हैल्पर्स को चौथे दर्जे का सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। तब तक न्यूनतम वेतन 18000 रूपये दिया जाए। मानदेय का भुगतान नियमित हो।
2. 14 जून 2017 को विभाग की निदेषिका द्वारा वर्कर्स एवं हैल्पर्स के धरने/प्रदर्षन में हिस्सा लेने पर रोक लगाने के पत्र को तुरंत निरस्त किया जाए।
3. शहरो में आंगनबाड़ी केन्द्र का किराया 6000 व गांवो में 3000 मासिक हो व नियिमत रूप से किया जाए।
4. गर्मी सर्दीयों की छुट्टियां सरकारी स्कूलो के अनुसार की जाए।
5. राषन की सप्लाई मीनू के हिसाब से व पूरे तौल के अनुसार दी जाए।
6. आंगनबाड़ी केन्द्रों में खाना मदर ग्रुप द्वारा ही बनवाया जाए व मेहनताने में वृद्धि हो।
7. आंगनबाड़ी केन्द्रों में सरकार द्वारा हाजिरी सुनिष्चित करवाई जाए।
8. हैल्पर से वर्कर व हैल्पर से सुपरवाईजर पदोन्नति की जाए।
9. हैल्पर की वर्दी का रंग बदला जाए।
10. निजीकरण पर रोक लगे व विभाग के लिए प्रयाप्त बजट का प्रावधान किया जाए।
11. आई. सी. डी. एस. में डिब्बा बंद भोजन व प्रत्यक्ष-सशर्त कैश ट्रंासफर को लागू करने के कदम पर तुरन्त रोक लगाई जाए। आई सी डी एस का किसी भी प्रकार से निजीकरण ना किया जाए।
12. 45 वें श्रम सम्मेलन की सिफारिष अनुसार वर्कर्स को न्यूनतम वेतन व सामामजिक सुरक्षा प्रदान की जाए।