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बडी खबर
: बिना डिगरी के प्लेटनेट चढाने में लापरवाही बरतने का मामला
: उपचार के दौरान आठ माह के माजिद की मौत हो गई थी
: सीटीएम की जांच में डाक्टर पर इलाज में कोताही बरतने की पुष्टि
: सीटीएम की जांच पर ग्रीवैंस कमेठी के अध्यक्ष ने दिए मुकदमा दर्ज करने के आदेश
यूनुस अलवी
मेवात : बिना डिगरी के आठ साल के बच्चे को पुन्हाना की प्राईवेट अस्पताल अल नूर के डाक्टर के खिलाफ प्रदेश के जनस्वास्थ्य मंत्री एंव नूंह जिला ग्रीवैंस कमेठी के अध्यक्ष बनवारी लाल की अनुपस्थिति में नूंह उपायुक्त द्वारा ग्रीवैंस कमेठी की अध्यक्षता करते हुऐ करीब डेढ माह पहले मुकदमा दर्ज करने के दिये आदेश पर अभी तक अमल नहीं हो सका है। अस्पताल द्वारा लापरवाही बरतने की वजह से बच्चे की मौत हो गई थी। पीडित परिवार ने जहां ग्रीवैंस में दुबारा से मामला ले जाने की बात कही है वहीं जिला सिविल सर्जन राजेंद्र प्रशाद ने कहा मामला दर्ज कराने के लिए पुन्हाना के एसएमओ को आदेश कर दिए गऐ हैं। वहीं पुन्हाना के एसएमओ का कहना है कि अभी तक उनके पास कोई शिकायत आई ही नहीं है। वहीं नूंह जिला के उपायुक्त अशोक शर्मा का कहना है कि आदेशों पर अमल होगा जो भी लापरवाही बरतेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाऐगी।
पुन्हाना खंड के गांव बीसरू निवासी मुस्तकीम पुत्र ईरशाद ने बताया कि उसके आठ साल के बेटे माजिद को गत 8 अगस्त 2015 को बुखार हो गया था। उसके इलाज के लिए पुन्हाना के जुरहेडा रोड स्थित अलनूर अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल के डाक्टर कासिम ने माजिद का चैकअप करने पर बताया कि इसको डेंगू बुखार है। डाक्टर कासिम ने उसको दिल्ली से चार यूनिट प्लेटनेट लाने के लिए लिखकर दिया। दिल्ली से उसने तुरंत चार यूनिट प्लेटनेट लाया और डाक्टर ने माजिद को चढा दिऐ और इसके अलग से एक हजार रूपये भी चार्ज किए गऐ। डाक्टर ने पैसे ऐंठने के चक्कर में उसके बेटे को तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती रखा और उसे दवाई के बहाने ग्लूकोज चढाता रहा। बाद में जब माजिद की तबियत ज्यादा खराब होने लगी तो माजिद को पहले शहीद हसनखां मेडिकल कॉलेज फिर दिल्ली के कलावति अस्पातल ले गऐ। जहां इलाज के दौरान माजिद की मौत हो गई।
इसी मामले में पहले दर्ज हो चुका है मामला
मुस्तकीम ने बताया कि उसे पता चला की डाक्टर के पास प्लेटनेट चढाने की डिगरी ही नहीं है तो उसे इसकीे सीएम को लिखित शिकायत दी जिसपर पुन्हाना पुलिस ने मुकदमा नंबर 266/2016 दर्ज किया जिसको बाद में पुलिस ने आरोपी से सांठ गांठ कर रद्द कर दिया।
मंत्री के आदेश पर सीटीएम ने की जांच
पुलिस द्वारा माजिद के मामले को रफादफा करने पर पीडित ने मामले को नूंह ग्रीवैंस कमेठी के सामने उठाया जहां जनस्वास्थ्य मंत्री एंव नूंह जिला ग्रीवैंस कमेठी के अध्यक्ष बनवारी लाल के सामने मामला आने पर इसकी जांच सीटीएम नूंह को सौंपी। सीटीएम द्वारा सौंपी गई जांच में साफ कहा गया कि अलनूर अस्पताल के डाक्टर कासिम ने मरीज के इलाज में कोताही बर्ती है। डाक्टर कासिम जिस डाक्टर अभय चौहान द्वारा प्लेटनेट चढाने की बात कह रहे हैं उसने साफ मना कर दिया है। अस्पताल के रिकोर्ड के मुताबिक प्लेटनेट चढाने के मरीज से एक हजार रूपये वसूल किए गऐ थे। वहीं खरदी गई प्लेटनेट को मरीज के परिजनों को वापिस करने का डाक्टर के पास कोई सबूत उपलब्ध नहीं हैं।
15 जनवरी 2018 को दिये मुकदमा दर्ज करने के आदेश
जनस्वास्थ्य मंत्री एंव नूंह जिला ग्रीवैंस कमेठी के अध्यक्ष बनवारी लाल की अनुपस्थिति में नूंह उपायुक्त द्वारा ग्रीवैंस कमेठी की अध्यक्षता करते हुऐ गत 15 जनवरी को सीटीएम की रिपोर्ट पैश ही गई जहां डीसी ने सीटीएम की जांच रिपोर्ट पर अलनूर अस्पताल के डाक्टर कासिम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये थे लेकिन अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया है।