– ऐसी दुकानों के चालान करने के साथ-साथ दुकान भी हो सकती है सील
– गांवों की बढ़ी आबादी को अधिकृत करने बारे सरकार के पास भेजा जाएगा प्रस्ताव
– मेयर की अध्यक्षता में निगम पार्षदों के साथ आयोजित बैठक में लिए गए निर्णय
गुरूग्राम, 8 जनवरी। जो दुकानदार अपनी दुकानों के बाहर रेहड़ी-पटरी के माध्यम से अतिक्रमण करवाते हैं, उनके खिलाफ नगर निगम द्वारा कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत एक-दो बार वार्निंग देकर दुकान को सील भी किया जा सकता है।
उक्त बात आज गुरूग्राम की मेयर मधु आजाद ने नगर निगम कार्यालय में निगम पार्षदों के साथ आयोजित बैठक में कही। उन्होंने कहा कि प्राय: यह देखा गया है कि कुछ दुकानदार अपनी दुकानों के बाहर रेहड़ी-पटरी लगवा देते हैं तथा उनसे किराया वसूल किया जाता है। इससे सडक़ या बाजार की मुख्य गली तंग होने के कारण आमजन को भारी परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से भी यह घातक सिद्ध हो सकता है। अगर बाजार में कहीं पर आगजनी या अन्य कोई अप्रिय घटना हो जाए, तो राहत व बचाव दल को घटना स्थल तक पहुंचने में अतिक्रमण बाधा उत्पन्न कर सकता है, जिससे जानमाल का भी भारी नुकसान होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में संबंधित दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई करना जरूरी है। नगर निगम ऐसे दुकानदारों के चालान करके दुकान को सील करने की कार्रवाई भी कर सकता है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जनहित में अतिक्रमण ना करें।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि नगर निगम गुरूग्राम में तैनात इंजीनियरिंग कंसलटैंट और जूनियर इंजीनियर किसी भी परियोजना का एस्टीमेट बनाते समय शुरूआत में ही साथ रहें, ताकि एस्टीमेट स्वीकृति की प्रक्रिया तेज हो सके। अगर कंसलटैंट को एस्टीमेट में कोई कमी नजर आती है, तो वह प्राथमिक स्तर पर ही उस कमी को ठीक करवाएं। उच्च अधिकारियों के पास ठीक प्रकार से तैयार एस्टीमेट ही स्वीकृति हेतु पहुंचना चाहिए। इसके साथ ही अवैध रूप से बोरवैल लगाकर भूजल दोहन करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि गांव की बढ़ी हुई आबादी को अधिकृत करने बारे प्रस्ताव तैयार करके सरकार के पास स्वीकृति हेतु भेजा जाए।
इसके अलावा, बुढ़ापा पैंशन के लिए आवेदन करते समय आवेदक की आयु का पता लगाने के लिए पहले की तरह फिर से मैडीकल बोर्ड का गठन करने बारे भी निर्णय लिया गया। यहां यह कहा गया कि बहुत से बुर्जुगों के पास अपनी आयु से संबंधित प्रमाण-पत्र नहीं मिलता। ऐसे में पहले की तरह मैडीकल बोर्ड का गठन करना बेहतर होगा। इसके साथ ही विकास कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए हाऊस की स्टैंडिंग कमेटी का गठन करने बारे भी बैठक में विचार-विमर्श किया गया और निगम पार्षदों के लिए उनके वार्ड में कार्यालय स्थापित करने बारे निर्णय लिया गया।
बैठक में सीनियर डिप्टी मेयर प्रमिला कबलाना, निगम पार्षद शकुंतला यादव, रविन्द्र यादव, विरेन्द्र राज यादव, अनूप सिंह, दिनेश सैनी, योगेन्द्र सारवान, संजय कुमार, सीमा पाहुजा, सुभाष सिंगला, अश्विनी शर्मा, सुनील कुमार, सुभाष फौजी, सुदेश रानी, कुलदीप सिंह बोहरा, आरती यादव, आरसएस राठी व महेश दायमा उपस्थित थे।