Font Size
-महाराजा शूरसैनी की जयंती पर समारोह आयोजित

सांसद राजकुमार सैनी ने आगे कहा कि ऐसे महापुरुषों को समय-समय पर याद किया जाना चाहिए, जिन्होंने समाज के लिए बहुत कुछ किया है। समाज सुधार की दिशा में उनका बड़ा योगदान रहा है। बेशक उनके उठाए कदमों में किसी बुराई को बदलने में समय लगा हो, लेकिन बदलाव जरूर हुए हैं। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि जब किसी पत्थर को तोड़ा जाता है तो वह बेशक एक चोट में न टूटे और कई चोटों के बाद आखिरी चोट में टूट जाए। इसका मतलब यह नहीं कि पहले जो चोटें की गई हैं, उनका कोई महत्व नहीं है। महत्व पहली से लेकर आखिरी चोट तक का होता है।

हमारे महापुरुषों ने दुनिया को खूब संदेश दिए, खूब प्यार दिया और खूब संस्कार दिए। उनके संस्कारों का प्रचार हुआ और लोगों ने उन्हें अपनाया। जिस तरह से नारी शक्ति के उत्थान को सावित्रीबाई फुले ने बीड़ा उठाया और उनका साथ महात्मा ज्योतिबा फुले ने दिया, वह आज एक मिसाल बन गया है। उन्होंने यह भी कहा कि लोग समाज, सरकार और नेताओं पर आरोप लगाते रहते हैं। जब तक हम खुद खड़े नहीं होेंगें, सामने वाला कोई हमें नहीं पहचानेगा। बराबरी तो हमें नौकरी, कारोबार, मान-इज्जत में चाहिए, लेकिन इसके लिए अगर हम खुद प्रयास नहीं करते तो कुछ नहीं हो सकता। सभी को एकजुट होकर आगे आना होगा, तभी अपने हक हासिल कर सकते हैं। सैनी सुधार इस मौके पर युवा सैनी समाज विकास समिति के प्रधान अशोक कुमार सैनी, महासचिव रजनीश कुमार सैनी, कैशियर भगवानदास सैनी ने कहा कि समिति की ओर से समाज के उत्थान को निरंतर कार्य किए जाते हैं। समाज को सही मार्ग पर ले जाने और खासकर युवा पीढ़ी के उत्थान को समिति कार्यरत है।
