2जी स्पैक्ट्रम घोटाले पर किसने कया कहा ?

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राज्यसभा में हंगामा 

नई दिल्ली : 2जी स्पैक्ट्रम घोटाले पर गुरुवार को दिल्ली की स्थानीय अदालत के फैसले के बाद देश की राजनीति गरमा गयी है.  राज्यसभा में वेल में जाकर कांग्रेस सांसदों ने नारेबाजी की। उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह किसी पार्टी का मुद्दा उठाने की जगह नहीं है। इसके बावजूद हंगामा जारी रहने के कारण राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई ।

दिल्ली की विशेष अदालत ने 2 जी स्पेक्ट्रम केस के सभी प्रमुख आरोपियों और इससे जुड़े लोगों को फैसला सुनाए जाने के वक्त कोर्ट में मौजूद रहने का आदेश दिया था। आपको बता दें कि इस मामले में सुनवाई 6 साल पहले शुरू हुई थी। 2011 में स्पेक्ट्रम घोटाला सामने आने के बाद कोर्ट ने 17 आरोपियों को शुरुआती दोषी मानते हुए 6 महीने की जेल की सजा सुनाई थी।

यूपीए के खिलाफ सबसे बड़ा दुष्प्रचार : मनमोहन सिंह 

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2जी स्पैक्ट्रम घोटाले पर गुरुवार को दिल्ली की स्थानीय अदालत के फैसले के बाद कहा कि अदालत द्वारा सभी आरोपियों को बरी करने का फैसले से सिद्ध होता है कि यह बिना किसी आधार के यूपीए के खिलाफ सबसे बड़ा दुष्प्रचार था। मनमोहन सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या वह सही साबित हुए? सिंह ने कहा, ‘‘मैं इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। मुझे लगता है कि अदालत के फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए और मुझे खुशी है कि अदालत ने स्पष्ट कर दिया है कि यह सब बिना किसी आधार के यूपीए के खिलाफ किया गया सबसे बड़ा दुष्प्रचार था।’’ सिंह ने आगे कहा, ‘‘यह फैसला अपने आप में सब कहता है।’’ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर दोनों मामलों में विशेष न्यायाधीश ओ.पी. सैनी ने पूर्व दूरसंचार मंत्री ए.राजा और द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित सभी अभियुक्तों को बरी कर दिया गया।

 

हमारा ‘जीरो लॉस’ का दावा सिद्ध हो गया : कपिल सिब्बल 

अदालत में 2 जी स्कैम साबित नहीं होने पर कांग्रेस नेता खुश है। वहीं भाजपा नेता बरी होने को प्रमाणपत्र नहीं होना बता रहे हैं। अदालत के फैसले पर पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्‍बल ने कहा 2जी स्‍पेक्‍ट्रम आवंटन पर हमारा ‘जीरो लॉस’ का दावा सिद्ध हो गया है, जिन लोगों ने उन पर आरोप लगाए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।सिब्बल ने कहा, ‘आज मेरी बात सिद्ध हो गई, कोई घोटाला नहीं, कोई घाटा नहीं। अगर घोटाला है तो, झूठ का घोटाला है, विपक्ष और विनोद राय के झूठ का। (आरोप लगाने वाले पूर्व सीएजी) विनोद राय को देश के सामने माफी मांगनी चाहिए।’

घोटाला से बरी होना कोर्ट का सर्टिफिकेट नहीं : अरूण जेटली 

दूसरी ओर वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा कि घोटाला से बरी होना कोर्ट का सर्टिफिकेट नहीं है। उन्होंने कहा कि सुप्रीमकोर्ट ने 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन में अनियमितता मानी थी। सरकार ने इसमें नियम बदले गए। सुप्रीमकोर्ट ने इसे नीलामी के आदेश दिए थे। सरकार ने 2007 में 2001 के दाम में स्पेक्ट्रम दिया गया। पहले 1734 करोड़ में स्पेक्ट्रम दिया जा रहा था जो बाद में 65 हजार करोड़ रुपए और बाद में 1 लाख करोड़ रुपए सरकार को नीलामी में मिला। सुप्रीमकोर्ट ने इसमें अनियमितता मानते हुए लाइसेंस रद्द कर दिए थे। पहले आओ पहले पाओ की नीति को बदला गया।

 

विशेष अदालत के फैसले का विस्तृत अध्ययन करने के बाद आगे की कार्रवाई : सीबीआई 

 

केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने गुरुवार को कहा कि वह 2जी घोटाले पर विशेष अदालत के फैसले का विस्तृत अध्ययन करने के बाद आगे की कार्रवाई पर विचार करेगी। सीबीआई की विशेष अदालत ने कथित तौर पर हजारों करोड़ों रुपये के 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में 18 आरोपियों को बरी कर दिया है। सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने बताया, ‘‘हम विस्तृत फैसले का इंतजार कर रहे हैं। फैसले की प्रति मिलने के बाद हम इस पर कानूनी राय लेंगे और अगली कार्रवाई पर फैसला लेंगे।’’

सीबीआई के अधिकारी की यह टिप्पणी विशेष सीबीआई अदालत द्वारा 2008 के 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा और डीएमके सांसद कनिमोझी सहित सभी आरोपियों को बरी करने के बाद आई है। इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि एजेंसी विस्तृत फैसले की प्रति मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में अगले कदम पर निर्णय लेंगे।

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