हरियाणा सरकार व भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के बीच समझौता
चंडीगढ़ 14 दिसंबर : हिसार में अंतर्राष्ट्रीय विमानन हब के विकास के लिए एक मजबूत एवं मूलभूत परिकल्पना को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए हरियाणा सरकार और भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं।
हरियाणा नागरिक उड्डयन विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि नई दिल्ली में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये। राज्य सरकार की ओर से जहां नागरिक उड्डयन के सलाहकार अशोक संगवान ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए, वहीं एएआई की ओर से बिजनेस मैनेजमेंट के प्रमुख अनिल कुमार गुप्त ने हस्ताक्षर किए। देश में विभिन्न परियोजनाओं या मॉडलों और 2030 तक रोहतक-हिसार-सिरसा क्षेत्र के नीचले स्तर के विकास पर प्रभाव के विस्तृत अध्ययन के बाद यह समझौता किया गया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली-सिरसा आर्थिक कॉरिडोर और रोहतक-रेवाड़ी लिंक के जरिए दिल्ली मुंबई औद्योगिक कॉरीडोर (डीएमआईसी) को जोडऩे की रोमांचक संभावनाओं के साथ भारत माला परियोजना में हिसार को शामिल किया गया है। कॉरिडोर में इस क्षेत्र के लिए एक अर्थसमक्ष बनकर उभरने की क्षमता है और यह आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र को पूरी तरह बदल देगा। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय विमानन हब को हिसार में वर्तमान सिविल हवाईपट्टी के आसपास विकसित करने का प्रस्ताव है।
प्रवक्ता ने कहा कि राज्य ने पहले से ही मौजूदा हवाई पट्टी के पास 4,200 एकड़ जमीन आरक्षित कर दी है, जिसका उपयोग परियोजना के लिए किया जा सकता है। प्रस्तावित विमानन हब में अंतरराष्ट्रीय मानक के हवाई अड्डे के साथ 9,000 फुट रनवे, एयरलाइंस और जनरल एविएशन (जीए) ऑपरेटरों के लिए पर्याप्त पार्किंग, रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) सुविधाएं, एयरोस्पेस विश्वविद्यालय, पायलटों, इंजीनियरों और ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ के लिए ग्लोबल ट्रेनिंग सेंटर और आवासीय और वाणिज्यिक विकास की योजना है। उन्होंने कहा कि विभाग ने एयरलाइन ऑपरेटर के साथ रात में पार्किंग और नियमित रखरखाव के लिए हिसार में उनके विमानों की सब-बेसिंग के लिए बातचीत की है। उन्होंने कहा कि ऑपरेटर ने इस प्रस्ताव में गहरी रुचि दिखाई है।
उन्होंने कहा कि अंतरिम में उन्नत हिसार हवाई अड्डे से यूडीएएन ॥ के कार्यान्वयन के लिए एक बड़े एप्रन, छोटे यात्री टर्मिनल और ए 320 प्रकार के विमानों को समायोजित करने के लिए तीन हैंगर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिसार में एविएशन हब के विकास के लिए राज्य सरकार का मार्गदर्शन करने के लिए डोमेन विशेषज्ञों के एक संयुक्त कार्य समूह का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि विभाग भिवानी, नारनौल, पिंजौर और करनाल में एविएशन गतिविधियों के लिए भावी तैयार बुनियादी ढांचे की आयोजना और विकास करने की प्रक्रिया में भी है।