आठ समन जारी होने के बाद ई डी के सामने पेश हुईं राबड़ी, छह घन्टे हुई पूछताछ

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पटना :  आर जे डी  सुप्रीमो लालू प्रसाद की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से शनिवार को पटना क्षेत्रीय कार्यालय में ई डी के अधिकारियों की टीम ने छह घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की।  मिडिया में आई खबरके अनुसार  ईडी अधिकारियों की एक टीम ने राबड़ी से रेलवे होटल ठेका मामले और फर्जी कंपनियां बनाने के संबंध में दर्जनों प्रश्न पूछे। बताया जाता है कि पूछताछ के दौरान ईडी के कई सवालों को राबड़ी देवी टाल गईं जबकि कुछ सवालों पर केवल हाँ या ना का जवाब दिया. 

राबड़ी देवी के साथ उनकी बेटी और सांसद मीसा भारती भी थीं। पूछताछ के बाद ईडी ऑफिस से बाहर निकली राबड़ी ने पत्रकारों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। चुपचाप गाड़ी में बैठकर चली गईं। इस क्रम में लालू प्रसाद ने पत्रकारों से कहा कि ईडी का काम है पूछताछ करना। ईडी पूछताछ करेगी, परंतु हम लोग किसी से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब एक साजिश के तहत किया जा रहा है।

ध्यान देने वालो बात यह है कि बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी आठ समन जारी करने के बाद शनिवार को ईडी कार्यालय पहुंचीं। इससे पूर्व राबड़ी ने सार्वजनिक रूप से एजेंसी के अधिकारियों को चुनौती देते हुए कहा था कि जिन्हें भी उनसे पूछताछ करनी है, वह पटना में आकर पूछताछ करें। इसके बाद ईडी ने यह कदम उठाया । ईडी ने पहले उनके बेटे और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से 13 नवंबर और 10 अक्टूबर को दो बार पूछताछ की थी। उल्लेखनीय है कि ईडी तेजस्वी, उनके पिता लालू प्रसाद और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ धनशोधन कानून (पीएमएलए) के तहत मामले में अनियमितताओं की जांच कर रही है।

प्रवर्तन निदेशालय ने गत 27 जुलाई को सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर के तहत पीएमएलए के अंतर्गत एक मामला दर्ज किया था। वह कथित फर्जी कंपनियों के माध्यम से हस्तांतरित किए गए धन की जांच कर रहा है। सीबीआई ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ पांच जुलाई को भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था। इसमें 2006 में रांची और पुरी में भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन  के दो होटलों के आवंटन में कथित अनियमितताएं पाई गई थीं। यह ठेका एक निजी कंपनी को दिया गया था। उस वक्त लालू रेल मंत्री थे।

 

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