नरेन्द्र मोदी का नोटबंदी का फैसला इतिहास का काला दिन साबित : आनन्द कौशिक, पूर्व विधायक

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आनंद कौशिक के नेतृत्व में फरिदाबाद के हजारों लोगों ने किया नोट्बंदी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन 

 काली पट्टी बांधकर भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया

कांग्रेस नेता का आरोप,  भाजपा सरकार उद्योगपतियों की हितैषी और गरीब विरोधी है 

पूर्व विधायक ने कहा , मोदी ने लुभावने वादे कर आम लोगो को भ्रमित किया और चुनाव में वोट बटोरे 

नरेन्द्र मोदी का नोटबंदी का फैसला इतिहास का काला दिन साबित : आनन्द कौशिक, पूर्व विधायक 2फरीदाबाद, 8 नवम्बर :  फरीदाबाद में कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक आनन्द कौशिक के नेतृत्व में नोटबंदी के विरोध मे ओल्ड फरीदाबाद की मैन मार्किट मे एक विशाल पदयात्रा निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर हजारों की संख्या मे शहर के लोगो ने हिस्सा लिया और भाजपा हटाओं-देश बचाओ के नारे लगाये। इसके अलावा लोगो ने सिर पर और बाजुओं मे काली पट्टी बांधकर भाजपा सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया। इस अवसर पर आनन्द कौशिक ने एक वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गयी नोटबंदी की घोषणा को भारतीय इतिहास का सबसे काला दिन बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार द्वारा नोटबंदी का फैसला भारतीय इतिहास मे किसी भी प्रधानमंत्री द्वारा लिये जाने वाले फैसलों में पूरी तरह जन विरोधी साबित हुआ है।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि नोटबंदी के गलत निर्णय ने भारतीय अर्थव्यवस्था को झकझोर कर रख दिया है। देश का आर्थिक विकास रूक गया है। नोटबंदी का फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक तुगलकी फरमान साबित हुआ जिसने आम आदमी को सड़क पर खडा कर दिया और उन्हें बेरोजगार बना दिया.

नोटबंदी के प्रति लोगों में इतना रोष है कि आज के विरोध प्रदर्शन में पूर्व विधायक आनन्द कौशिक व हरियाणा प्रदेश कांग्रेस महासचिव बलजीत कौशिक का ओल्ड फरीदाबाद की मैन मार्किट में जगह-जगह व्यापारियों ने जोरदार स्वागत किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भाजपा की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी कर अपना गुस्सा जाहिर किया ।नरेन्द्र मोदी का नोटबंदी का फैसला इतिहास का काला दिन साबित : आनन्द कौशिक, पूर्व विधायक 3

श्री कौशिक ने कहा कि नोटबंदी होने से देश में मंहगाई में बेतहाशा वृद्धि हो गयी है और जीडीपी का स्तर नीचे चला गया हैं . इससे देश के विकास का पहिया थम सा गया है। नोटबंदी के दौरान सैंकडों लोगो की जाने गई, लोगो का रोजगार छिन गया, आम आदमी भूखे मरने के कगार पर आ गया लेेकिन भाजपा सरकार आखें मूंदकर और कानों पर हाथ रखकर बैठी रही।

उन्होने कहा कि नोटबंदी के दौरान कहा गया था कि देश मे तीन लाख करोड रूपये की ब्लैकमनी नगदी के रूप मे मौजूद है, जोकि नोटबंदी कर देने से वापस आ जायेगा। नोटबंदी को एक साल पूरा हो जाने के बाद भी भाजपा सरकार या आरबीआई की तरफ से एक भी ऐसा प्रमाण सामने नही आया है कि देश में कालाधन बैंको में आ गया हो। उल्टा नोटबंदी की वजह से मंहगाई बढ गई और आम जनता जिसके बैंक खातो मे न्यूनतम बैंलेस रखने तक के लिए पैसे नही हैं उन पर बैंक शुल्क के नाम करोडो रूपये जुर्माने के रूप मे उनके खातों से काट लिए गये है। यह भाजपा का असली चाल, चरित्र और चेहरा है जो अब जनता के सामने आ गया है।

उन्होने कहा कि भाजपा सरकार के शासन काल में देश का हर वर्ग परेशान है चाहे वह व्यापारी वर्ग हो, उद्योगपति हो, किसान हो, कर्मचारी हो, मजदूर हो, महिला, पुरूष या नौजवान कोई भी भाजपा की नीतियों से खुश नजर नही आता। भाजपा ने लोगो की भावनाओं के साथ खिलवाड किया हैं . पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी ने चुनावो मे लुभावने वादे कर आम लोगो का मत हासिल कर सरकार बना ली और अब उसी आम जनता का खून चूसने पर उतारू हो रही हैं।

इस अवसर पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और गुडगांव कांग्रेस के प्रभारी बलजीत कौशिक ने कहा कि भाजपा आम गरीब लोगो की नहीं बल्कि अम्बानी, अडानी जैसे बिजनेस मेनो की पार्टी है . इसलिए भाजपा हमेशा फैसले भी उन्ही के फायदे के लिए लेगी न कि गरीबो के फायदे के लिए।

इस अवसर पर पूर्व पार्षद अनिल शर्मा, राहुल नागर, योगेश तंवर, सैक्टर-7 के प्रधान गोल्डी बरेजा, शिक्षाविद् सुशांत गुप्ता, शिक्षाविद् चैयरमेन सुनील मान, अजय नागपाल, मन्नी पराशर, अशोक पाराशर, लक्ष्मी नारायण मित्तल, विनोद कौशिक, अरूण अग्रवाल, अमित बंसल, सुरेश बैनीवाल, राजेन्द्र जिंदल, मनोज गोयल, समीर सिंगला, मंगतराम शर्मा, सरफराज खान, इफ्तिकार अली, हरीलाल गुप्ता, रंधीर फागना, सुनीता फागना, जीशान, कंवर सिंह मलिक, मोतीलाल शर्मा, रामकुमार पांचाल, राजेन्द्र गुर्जर, रामबीर, सोनू सिंह, महावीर भारद्वाज, जयभगवान भारद्वाज, सरला भामोत्रा, सावित्रि कोहली, लाडो देवी, ढकेली, जमना, पम्मी, नीता, पंकज, डिप्टी पाराशर, कलुआ प्रधान, जगदीश छोकर, मेहरचंद पाराशर, गोवर्धन, नरेश पाराशर, देवेन्द्र दीक्षित, गौरव वशिष्ट, चांदना सांमत, के के मिश्रा, रामकुमार भारद्वाज, विक्रम पोसवाल, महेश बेसला, जुल्फीकार, दानिश, रमेश पेंटर, राजेश दहिया, सुरेन्द्र पाराशर, बोबी पाराशर, राकेश शर्मा, ताराचंद वशिष्ट, सत्यनारायण शर्मा एवं बिल्लू यादव आदि गणमान्य लोग विशेष रूप से मौजूद थे।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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