हैल्पलाइन नंबर 108 पर दे सकते हैं जानकारी
गुरुग्राम, 26 अक्तुबर। गुरुग्राम के शहरी क्षेत्र में 27 अक्टूबर से 9 नवंबर तक कुष्ठ रोग खोजी अभियान के पहले चरण की शुरूआत की जा रही है। यह अभियान जिला में डोर टू डोर चलाया जाएगा जिसे लेकर आज गुरुग्राम के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली व उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने कहा कि शुरूआती चरण में यह अभियान जिला के शहरी क्षेत्र में चलाया जाएगा। इस अभियान का दूसरा चरण मार्च-2018 में आयोजित किया जाएगा जिसमें जिला के ग्रामीण क्षेत्र को कवर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में आयोजित किए जा रहे इस अभियान के तहत स्लम एरिया, माइग्रेटिड पोपुलेशन वाले एरिया, निर्माणाधीन साईटों पर काम करने वाले लोगों सहित झुग्गी आदि में रहने वाले लोगों पर अधिक फोकस किया गया है। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम के शहरी क्षेत्रों में 25 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र है जहां पर यह अभियान 14 दिनों के लिए चलाया जाएगा। इस दौरान लगभग 95000 परिवारों को कवर किया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग गुरुग्राम द्वारा टीमों का गठन किया गया है। इन टीमों द्वारा घर में सभी आयु वर्ग के सदस्यों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। जिन परिवारों कुष्ठ रोग के लक्षण पाए जाएंगे उन्हें संबंधित क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज के लिए रेफर किया जाएगा। इस अभियान के तहत माइग्रेटिड पोपुलेशन पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है या वो लोग जो स्लम एरिया में रहते हैं।
कुष्ठ रोग संबंधी अधिक जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग गुरुग्राम के हैल्पलाइन नंबर 108 पर संपर्क किया जा सकता है। गुरुग्राम जिला के शहरी क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र वसई एनक्लेव, चौमा, फाजिलपुर गांव, फिरोजगांधी कॉलोनी,गांधी नगर, खांडसा, लक्ष्मण विहार, मानेसर, मुल्लाहेड़ा,नाहरपुर रूपा, नाथूपुर, ओम नगर, पटेल नगर, राजेन्द्रा पार्क, राजीव नगर, सुखराली, सूरतनगर, तिगड़ा, पोली क्लीनिक सैक्टर-31 , पीएचसी दौलताबादख्, गुडग़ांव गांव, भौंडसी , वजीराबाद, गढ़ी, बादशाहपुर में है। यदि किसी व्यक्ति को कुष्ठ रोग संबंधी किसी प्रकार का संदेह हो तो वह नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर संपर्क कर सकता है।
सिविल सर्जन डा. बी के राजौरा ने उपायुक्त को बताया कि जिन लोगों के शरीर में त्वचा से रंग से हलके रंग के दाग हो या शरीर के किसी भाग में सूनापन हो उन्हें इस रोग की जांच अवश्य करवानी चाहिए। उन्होंने बताया कि फिलहाल गुरुग्राम जिला में कुष्ठ रोगियों की संख्या 69 है। अभियान के तहत कुष्ठ रोगियों की पहचान करने के लिए 336 टीमों का गठन किया गया है। एक टीम में दो सदस्य शामिल होंगे जो एक दिन में 20 से 25 घरों को कवर करेंगे । उन्होंने बताया कि गुरुग्राम जिला में यह अभियान पहली बार चलाया जा रहा है।
सिविल सर्जन ने बताया कि कुष्ठ रोग एक साध्य है जिसका यदि प्रारंभिक अवस्था में ही पता चल जाए तो इसका बहुऔषध थैरेपी(एमडीटी) द्वारा इलाज संभव है। उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग रोगाणुओं से फैलता है। यह त्वचा, म्युकोसा(अंगो का अंदरूनी भाग) और नसों को प्रभावित करता है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। इस रोग से ग्रसित व्यक्ति पूरी तरह से सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है। कुष्ठ रोग से ग्रसित व्यक्ति के शरीर पर त्वचा से हलके रंग का निशान होता है और त्वचा सुन्न(ताप, स्पर्श व पीड़ा ना होना) हो जाती है। यह निशान पीला, लाल, तांबई किसी भी रंग का हो सकता है। यह सपाट या उभरा हुआ होने के साथ ही शरीर पर कही भी हो सकता है। इस रोग से ग्रसित व्यक्ति को ईलाज पूरा लेना चाहिए क्योंकि अधूरे और अपर्याप्त उपचार से कुष्ठ रोग ठीक नही होता।
इस अवसर पर गुरुग्राम के सिविल सर्जन डा. बी के राजौरा, जिला शिक्षा अधिकारी रामकुमार फलसवाल, उप-सिविल सर्जन डा. विजय कुमार व डा. सरयु , उप-मुख्य कार्यकारी अधिकारी ऋषि दांगी सहित कई अधिकारीगण उपस्थित थे।