2012 में मारुति मानेसर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 13 श्रमिकों को हुई थी उम्रकैद
परिजनों ने योगदान करने वाले सभी श्रमिकों का किया दिल से धन्यवाद
मारुति सुजुकी वर्कर यूनियन मानेसर की विशेष मानवीय पहल पर आगे आए श्रमिक
गुरुग्राम : श्रमिकों के पक्ष में श्रमिक संगठनों की एकता सिर्फ श्रम अधिकारों को लेकर लड़ाई नहीं है बल्कि मुसिबत व संकट के समय में संगठन अपने श्रमिकों के परिजनों की भी चिंता करता है। 2012 में मारुति मानेसर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में आज 13 श्रमिक जेल में उम्रकैद की सजा में बंद हैं। जेल में बंद श्रमिकों के परिजन खासकर पत्नी व बच्चे खस्ताहाल में हैं। इसे देखते हुए मारुति सुजुकी वर्कर यूनियन मानेसर मदद के लिए सामने आया। शनिवार को 13 श्रमिक परिजनों को 5 लाख 50 हजार रुपए प्रतिं परिवार के अनुसार कुल 71 लाख 50 हजार की बड़ी आर्थिक मदद की। यूनियन ने यह पैसे मारुति में कार्यरत श्रमिकों से मदद को पांच-पांच हजार रुपए एकत्रित किए थे, जिसे बकायदा आज परिजनों को वितरित किया गया।
जेल में बंद 13 श्रमिकों के परिजन शनिवार को मिनी सचिवालय के पार्क में आए थे। यूनियन ने निर्णय लिया था कि कोर्ट में एक साथ आएपरिजनों को दीवाली के मौके पर ही सहायता राशि वितरित की जाए। बता दें कि 16 अप्रैल 2016 को मारुति उद्योग कामगार यूनियन ने उस समय जेल में बन्द 36 श्रमिकों के परिजनों को 50-50 हजार की राशि दी थी, उसके बाद 18 जुलाई 2017 को सनबीम ऑटो कम्पनी के श्रमिकों ने 75-75 हजार जेल में बन्द 13 श्रमिकों केपरिजनों को आर्थिक मदद के तौर पर राशि दी थी।
आर्थिक मदद के दौरान यूनियन के प्रधान अजमेर सिंह, महासचिव दौलतराम व मुख्य सरंक्षक धीरेंद्र तिवारी ने कहा कि यह मारुति कंपनी केश्रमिकों की ओर से एक छोटा से प्रयास है। लंबे समय से जेल में बंद श्रमिकों के खस्ताहाल आर्थिक स्थिति को देखते हुए यह विकट परिस्थितियों में परिजनों को जरूर संबलप्रदान करेगा। हमारी आगे भी कोशिश रहेगी कि हम संकट के समय में इन परिजनों की सहायता कर सकें।
मारुति सुजुकी वर्कर यूनियन के समस्त कार्यकारिणी के साथ उद्योग कामगार यूनियन के प्रधान राजेश, महासिचव कुलदीप जांघु, मुख्य सरंक्षक कुलदीप सिंह, एमपीटी के प्रधान मनोज कुमार, राकेश दक्ष, बेलसोनिका से अतुल कुमार, जसबीर सिंह, सनबीम ऑटो से सत्यपाल गिल, प्रोविजनल कमेटी से खुशी राम, रामनिवास, सतीश, बीएमएस से नवीन शर्मा, भिमराव, प्रिकोल इंडिया से नाहर सिंह (2100 रुपये भी दिए) आदि सभी यूनियन कार्यकारिणी सहित भी मौके पर उपस्थित थे।