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लूहिंगाकला का गर्ल मिडिल स्कूल दस साल से चल रहा है टीचर लैस
लुहिंगागलां की मिडिल और प्राईमरी की 340 छात्राओं को 15 की जगह पढा रहे हैं केवल चार अध्यापक
यूनुस अलवी
मेवात :पुन्हाना उपमंडल स्थित गांव लुहिंगाकला का का हाई स्कूल की जिम्मेदारी मात्र एक अतिथि अध्यापक संभाल रहा है। ऐसे कैसे मेवात के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।
छटी से 10वीं तक कुल 15 स्विकृत पद हैं। इतना ही नहीं गांव के गर्ल मिडिल स्कूल में पिछले दस साल से एक भी अध्यापक नियुक्त नहीं किया गया है वहीं प्राईमरी के तीन गेस्ट और एक हेड अध्यापक पहली से आठवीं कक्षा तक की 340 छात्राओं को पढा रहे हैं जबकि 17 अध्यापक होने चाहिए।
हाईस्कूल के पांच अध्यापकों का दूसरे स्कूलों में एक साथ तबादला कर दिए जाने और लडकियों को पढाने के लिए अध्यापक नियुक्त ना किए जानेे से बच्चों के अभिभावकों में सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ भारी रोष है। लोगों ने चेतावनी देते हुऐ कहा कि अगर उनके स्कूल में जल्द ही अध्यापकों की पूर्ति नहीं की गई तो उनको मजबूर होकर स्कूल पर ताला जडना होगा।
गांव लुहिंगाकला के सरपंच सलीम खान ने बताया कि उनके गांव की आबादी करीब 20 हजार है। जिसमें एक हाई स्कूल, एक मिडिल प्राईमरी व गर्लस स्कूल हैं। हाई स्कूल मे 6 से दसवीं कक्षा तक करीब 250 बच्चे हैं। 6 मिडिल और 7 हाई स्कूल में कुल 13 अध्यापक और दो मिडिल और हाई स्कूल के हेड सहित 15 पोस्ट मंजूर हैं। पहले ही स्कूल में अध्यापकों को भारी कमी थी।
सरकार ने कुछ दिन पहले 5 अध्यापकों को तबादला कर दिया अब एक मात्र गेस्ट टीचर के सहारे उनका स्कूल चल रहा है। वहीं गांव में एक मिडिल और प्राईमरी गर्ल स्कूल है। प्राईमरी में 210 और मिडिल स्कूल में 130 लडकियों सहित कुल 340 छात्राऐ शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। मिडिल स्कूल में पिछले दस साल से कोई अध्यापक नहीं आया है। वहीं वह प्राईमरी का हेड और तीन गेस्ट अध्यापक ही सभी बच्चों को पढाते हैं। मिडिल और प्राईमरी स्कूल में कुल 16 पोस्ट मंजूर हैं जिनमें से रेगूलर एक ही हेड टीचर है।
गांव वालों ने चेतावनी देते हुऐ कहा कि अगर जल्द उनके स्कूल में अध्यापकों की नियुक्ति नहीं की गई तो ग्रामीणों को मबजूर होकर स्कूल पर ताला जडना पडेगा।
स्कूल के पूरण लाल अतिथि अध्यापक ने बताया कि 4छटी से 10वीं कक्षा को पढाने के लिए वह अकेला अध्यापक है। गेस्ट अध्यापक होने के नाते उसे कोई पावर नहीं हैं। इस लिए उसे वेतन निकालने, डांक के लिए उसे ही इधर उधर भागना पडता है।
वहीं मेवात जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश शास्त्री ने बताया कि हाल ही में अध्यापकों के ऑनलाईन ताबदले हुऐ हैं। अभी तक उनको ही जानकारी नहीं है कि किस अध्यापक का कहां तबादला हुआ है। उन्होने कहा कि जिन स्कूलों में कम अध्यापक हैं उनकी जल्द ही पूर्ति कर दी जाऐगी।