युवक का पुलिस पर मर्डर करने का आरोप
चार पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज
एसपी ने कहा मामले की वह खुद जांच करेगी जो भी दौषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाऐगी
पुलिस द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने पर भडके ग्रामीण
यूनुस अलवी
मेवात:तावडू खंड के गांव खडखडी निवासी मुफैद उर्फ चौडा पुत्र इसलाम की गोली मारकर बीती रात हत्या कर दी गई। तावडू पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति का मर्डर करने पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या करने और सबूत मिटाने का मामला दर्ज कर दिया लेकिन अब परिजनों की शिकायत पर सीआईए नूंह पुलिस के चार जवानों ेे खिलाफ हत्या करने और सबूत मिटाने का मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले माईनिंग में लगे हुऐ सब इंसपेक्टर मस्ताना की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था लेकिन बाद में परिजन और लोगों के दबाव के चलते पुलिस ने एएसआई रविद्र ने पीडित पिता की शिकायत पर चार पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
मृतक मुनफैद के चाचा अखतर ने बताया कि मुनफैद के ऊपर कई झूठे मामले दर्ज हैं। पुलिस ने मुनफैद को सीआईए नूंह ने फोन पर कहा कि वह आ जाऐ उसके खिलाफ जो मामले दर्ज हैं उनको रफादफा कर देगें पर उसे भी उनका रेवाडी में कुछ काम है उसे उसमें सहयोग करना होगा। अखतर का कहना है कि पुलिस की इस बात पर विश्वास करके मुनफैद अपने ससुर और पिता ने सीआईए नूंह भेज दिया। आज उनेाक पता चला है कि भिवाडी में किसी मामले की बात कहकर मुनफैद को उन्हीं पुलिस कर्मियों अरावली पहाड नूंह में गर्दन में गोली मारकर हत्या कर दी। मामले को रफा दफा करने के लिऐ उन्होने बाद में माईनिंग में कार्यत मस्ताना सब इंस्पेक्टर के माध्यम से अज्ञात शव का अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला तावडू थाने में दर्ज करा दिया और पोस्टमार्टम के लिए शव को नूंह भेज दिया।
समाजसेवी रमजान चौधरी और समाजसेवी जावेद अहमद का कहना है कि जब उनको पता चला कि पुलिस ने मुनफैद को खुद ही गोली मारकर उसकी हत्या की है और उसका जल्द बाजी में पोस्टमार्टम कराकर सबूतों को मिटाने की फिराख में है तो उन्होने इसबारे में पुलिस के उच्च अधिकारियों से बातचीत की और एसपी मेवात को बुलाकर सारी हकीकत को बताया। उनहोने कहा कि अगर पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उनको गिरफ्तार नहीं किया गया तो मेवात के लोग किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। रमजान ऐडवोकेट का कहना है कि जब शव को जलाया नहीं गया और ना ही शव के साथ कोई छेडछाड की गई तो फिर पुलिस ने धारा 201 यानि सबूत मिटाने की धारा क्यों ऐड की है। इससे सबूत पक्का होता है कि पुलिस ने खुद ही सबूत को मिटाने का प्रयास किया है।
क्या कहती है पुलिस कप्तान
मेवात पुलिस कप्तान नाजनीन भसीन ने लोगों को आश्वासन दिया कि मुनफैद हत्याकांड की वह खुद जांच करेंगी। पोस्टमार्टम की वीडियो ग्राफी की जाऐगी और फौरंसिसि लैब में जांच होगी। उन्होने कहा कि जांच के बाद किसी भी दौषी को बखशा नहीं जाऐगा।
भारी पुलिस बल था तैनात
लोगों के भारी जमावडे को देखते हुऐ नूंह की सीएचसी में तावडू, फिरोजपुर झिरका, नूंह, रोजका मेव, पुन्हाना और नगीना की पुलिस को बुलाया गया था जिसकी अगुवाई फिरोजपुर झिरका के डीएसपी यादराम बिश्रोई कर रहे थे।