नई दिल्ली : कैबिनेट फेरबदल में आज निर्मला सीतारमन और पीयूष गोयल सबसे ज्यादा फायदे में रहे क्योंकि प्रधानमंत्री ने उन्हें महत्वपूर्ण मंत्रालय सौंपे हैं. सीतारमन और गोयल को क्रमश: रक्षा और रेल मंत्री बनाया गया है. सीतारमन इससे पहले वाणिज्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थीं जिन्हें आज कैबिनेट रैंक में पदोन्नत किया गया. उनके साथ ही गोयल, धर्मेन्द्र प्रधान और मुख्तार अब्बास नकवी को भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर पदोन्नत किया गया.
गोयल को सुरेश प्रभु की जगह रेल मंत्री बनाया गया है जिन्होंने कई रेल हादसे होने के बाद पद छोड़ने की पेशकश की थी. गोयल के पास ऊर्जा मंत्रालय बरकरार रहेगा. प्रभु को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय दिया गया है.
फेरबदल में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी फायदे में रहे जिन्हें जल संसाधन, गंगा विकास और गंगा पुनर्जीवन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है जो पहले उमा भारती के पास था.
भारती को पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय सौंपा गया है.
सूचना और प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर भी फायदे में रहे जिन्हें खेल मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) का जिम्मा सौंपा गया है. संतोष कुमार गंगवार को श्रम और रोजगार मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है. वे मंत्रालय में राज्यमंत्री थे.
स्मृति ईरानी के पास सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अलावा कपड़ा मंत्रालय भी रहेगा. उन्हें जुलाई में सूचना और प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था जब एम. वेंकैया नायडू को राजग की तरफ से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया.
कैबिनेट मंत्री हर्षवर्द्धन को भी मई में अनिल दवे के निधन के बाद पर्यावरण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया जिनके पास यह मंत्रालय बरकरार रहेगा.
कैबिनेट फेरबदल में विजय गोयल से खेल मंत्रालय ले लिया गया है और वह नुकसान में रहे, साथ ही वे संसदीय मामले और सांख्यिकी तथा कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय में राज्यमंत्री होंगे
महेश शर्मा से पर्यटन मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) ले लिया गया. उनके पास संस्कृति मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) रहेगा और वे पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री बने रहेंगे.