बलूचिस्तान में यातनाओं की पराकाष्ठा : सुषमा

Font Size

भारतीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को जमकर फटकारा

न्यूयार्क : बलूचिस्तान में यातनाओं की पराकाष्ठा है. जम्मुकशमीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा. इसके लिए पाकिस्तान के प्रधान मंत्री स्वप्न देखना बंद करें क्योंकि उनका यह मंसूबा कभी पूरा नहीं होने वाला है.पाकिस्तान जैसे देश में युएनओ से प्रतिबंधित आतंकी व संगठन जलसे करते हैं, खुलेआम घूमते हैं. ऐसे देशों को विश्व में अलह थलग करना होगा.

यह विचार देश की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने युएनओ की सुरक्षा परिषद् को संबोधित करते हुए व्यक्त किया. उन्होंने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा  कि कहा हमने हमेशा मित्रता को आगे बढाया लेकिन उन्होंने हमें बदले में पठान कोट, उरी हमले दिए और बहदुर अली जैसा आतंकी दिया. बहादुर अली तो हमारे पास जिन्दा सबूत है.

 

पाकिस्तान की नियत में खोट

 

उन्होंने कहा कि हमें मित्रता का नया पैमाना खड़ा किया लेकिन पाकिस्तान की नियत में खोट है. वे आतंक बोते हैं, आतंकी पैदा करते है, और आतंकवाद ही एक्सपोर्ट करते हैं. आतंकवाद को पलना और बद्गावा देना उनका शौक बन गया है.उन्होंने स्पष्ट रूप से युएनओ से ऐसे देश को अलग थलग करने कि जोरदार मांग की.

 

 क्लाइमेट जस्टिस पर फोकस

 

अपने भाषण में उन्होंने कई विश्वस्तरीय मुद्दों को भी उठाया. उनका फोकस क्लाइमेट जस्टिस पर था. उन्होंने स्पष्ट किया कि विकसित देशों को अपनी तकनीक और धन से विकासशील देशों को मदद करनी चाहिए.

 

आतंकियों का प्रत्यर्पण

 

उन्होंने आतंकवाद पर भारत की ओर से २० साल पहले लाये गए प्रस्ताव पर चर्चा करनी चाहिए. अब समय आ गया है कि युएनओ को आतंकियों के प्रत्यर्पण सहित सभी आवश्यक मुद्दों पर निर्णय लेना चाहिए.

 

सुनें युएनाओ में सुषमा स्वराज का लाइव  भाषण :

https://www.youtube.com/watch?v=QotOpZ37bc4

 

Source : You Tube

 

 

You cannot copy content of this page