जाट आंदोलन के दौरान मीडियाकर्मियों के नुकसान का मुआवजा मंजूर

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: 19 मार्च को ढाणी गोपाल, फतेहाबाद में तीन मीडियाकर्मियों के कैमरे हुए थे क्षतिग्रस्त

अमित तिवारी 

चंडीगढ। शहरी स्थानीय निकाय, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा मंत्री कविता जैन ने बताया है कि जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान मार्च 2017 में फतेहाबाद के ढाणी गोपाल में तीन पत्रकारों के कैमरे क्षतिग्रस्त होने का नुकसान का 2 लाख 92 हजार रूपए मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया था, जिसे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है।

आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि इसी वर्ष 19 मार्च को फतेहाबाद के ढाणी गोपाल में जाट आरक्षण आंदोलन के संबंध में कवरेज कर रहे मीडियाकर्मियों पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया था। उन्होंने मीडियाकर्मियों के साथ दुव्र्यवहार करते हुए उनके कैमरे क्षतिग्रस्त कर दिए थे। इस संबंध में स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा भी मीडियाकर्मियों के नुकसान का आंकलन कराने का भरोसा दिया था। चूंकि घटनाक्रम शहरी क्षेत्र में नहीं था, ऐसे में नोडल विभाग के अधिकारियों ने इस संबंध में कोई पालिसी होने से इंकार कर दिया था। लेकिन उनके हस्तक्षेप के बाद अधिकारियों ने इस संबंध में रिपोर्ट तैयार की।  

मंत्री कविता जैन ने बताया कि रिपोर्ट में आयुक्त हिसार, पुलिस महानिदेशक हिसार और फतेहाबाद उपायुक्त से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर आज तक चैनल के पत्रकार बजरंग मीणा को 98 हजार 200 रूपए, अमर उजाला से अमित रूखाया को 65 हजार 290 रूपए, ईटीवी न्यूज चैनल के पत्रकार जसपाल सिंह को 1 लाख 28 हजार 100 रूपए मुआवजा देने का प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंजूरी प्रदान किया। उन्होंने बताया कि अब मीडियाकर्मियों को हुए नुकसान पर राहत देना सुनिश्चित हो पाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पत्रकार विषम परिस्थितियों में काम करते हैं, ऐसे में सरकार लगातार उनके साथ है तथा उनकी हरसंभव मदद के लिए तैयार है। 

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