पढ़िए ! लालकिले की प्राचीर से राष्‍ट्र के नाम पीएम ने क्या कहा ?

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 71 वें स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर ध्वजारोहण का राष्ट्रीय कार्यक्रम 

सुभाष चौधरी/ प्रधान संपादक 

पढ़िए ! लालकिले की प्राचीर से राष्‍ट्र के नाम पीएम ने क्या कहा ? 2नई दिल्ली : प्रधानमंत्री ने 71 वें स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से राष्‍ट्र को आज संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने उन महान महिलाओं और पुरूषों को याद किया जिन्‍होंने भारत की स्‍वतंत्रता के लिए कड़ा परिश्रम किया था। उन्‍होंने कहा कि भारत के लोग प्राकृ‍तिक आपदा से प्रभावित लोगों तथा गोरखपुर में हुई त्रासदी के समय कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने उल्‍लेख किया कि इस वर्ष का एक विशेष महत्‍व है क्‍योंकि इस वक्‍त हम भारत छोड़ों आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ,चम्‍पारण सत्‍याग्रह की शताब्‍दी तथा बाल गंगाधर तिलक द्वारा शुरू किए गये ‘सार्वजनिक गणेश उत्‍सव’ की 125वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की स्‍वतंत्रता के लिए 1942 और 1947 के बीच राष्‍ट्र ने अपनी सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन किया था। उन्‍होंने कहा कि हमें 2022 तक एक नये भारत का निर्माण करने के लिए उसी सामूहिक दृढ़ता और संकल्‍प का प्रदर्शन करना होगा। उन्‍होंने इस बात पर जोर दिया कि हमारे देश में सभी एकसमान हैं और हम गुणात्‍मक परिवर्तन ला सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने इस बात का आह्वान किया कि ‘चलता है’ का रवैया अब खत्‍म होना चाहिए और इसकी जगह सकारात्‍मक परिवर्तन के लिए पढ़िए ! लालकिले की प्राचीर से राष्‍ट्र के नाम पीएम ने क्या कहा ? 3‘बदल सकता है’ का दृष्टिकोण सामने आना चाहिए। श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और सर्जिकल स्‍ट्राइक ने इसे रेखांकित किया है। उन्‍होंने यह भी कहा कि विश्‍व में भारत का स्‍थान ऊंचाईयों को छू रहा है और अनेक देश आतंकवाद की बुराई से लड़ने में भारत के साथ सहयोग कर रहे हैं। विमुद्रीकरण के मुद्दे पर उन्‍होंने कहा कि जिन्‍होंने देश और गरीबों को लूटा है वह शांति से सो नहीं पाएंगे और आज ईमानदारी का उत्‍सव मनाया जा रहा है। उन्‍होंने इस बात को स्‍वीकार किया कि कालेधन के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी और प्रौद्योगिकी के माध्‍यम से पारदर्शिता लाने में मदद मिलेगी। उन्‍होंने लोगों को डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने की बात कही। प्रधानमंत्री ने जीएसटी क्रियान्‍वयन को सरकारी संघवाद की कुंजी के रूप में परिभाषित किया। उन्‍होंने कहा कि वित्‍तीय सहभागिता के माध्‍यम से गरीब लोग मुख्‍य धारा से जुड़ रहे हैं।

उन्‍होंने जोर दिया कि गुड गवर्नेंस प्रक्रियाओं में गति और सरलता का ही रूप है। जम्‍मू-कश्‍मीर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि न तो कोसने से और न ही गोलीबारी से समस्‍या का समाधान निकलेगा, बल्कि वहां के आवाम को गले लगाने से राज्‍य की समस्‍याओं को हल किया जा सकता है। (न गाली से, न गोली से, परिवर्तन होगा गले लगाने से)

पढ़िए ! लालकिले की प्राचीर से राष्‍ट्र के नाम पीएम ने क्या कहा ? 4नये भारत के लिए अपने दृष्टिकोण को स्‍पष्‍ट करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा–तंत्र से लोक नहीं लोक से तंत्र चलेगा अर्थात् इस काम के निर्वहन में जनता ही वह ताकत होगी जो इसे गतिशील बनाएगी। प्रधानमंत्री ने इस वर्ष रिकॉर्ड फसल उतपादन के लिए किसानों और कृ‍षि वैज्ञानिकों की सराहना की। उन्‍होंने कहा कि गत वर्ष की तुलना में सरकार ने इस वर्ष 16 लाख टन दालों की कहीं ज्‍यादा खरीद की है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि रोजगार के लिए विभिन्‍न दक्षता की जरूरत होती है और प्रौद्योगिकी के स्‍वरूप में परिवर्तन आ रहा है। उन्‍होंने यह भी कहा कि युवाओं को नौकरी पैदा करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है न कि नौकरी मांगने के लिए। प्रधानमंत्री ने तीन तलाक के फलस्‍वरूप पीडि़त महिलाओं का उल्‍लेख करते हुए कहा कि इस कुप्रथा के खिलाफ साहस दिखाने वाली महिलाओं की वह प्रशंसा करते हैं और इस संघर्ष में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत से अभिप्राय शांति, एकता और सद्भाव है। उन्‍होंने कहा कि जातिवाद और साम्‍प्रदायिकता हमारे लिए मददगार नहीं हैं। उन्‍होंने आस्‍था के नाम पर हिंसा के उपयोग की भर्त्‍सना की और भारत में इसे स्‍वीकार नहीं किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि भारत छोड़ों का आंदोलन ‘भारत छोड़ों’ अभियान था, लेकिन आज यह आह्वान ‘भारत जोड़ो’ का है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व और पूर्वोत्‍तर भारत के विकास के लिए पर्याप्‍त ध्‍यान दिया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि भारत ने कोई ढिलाई बरते बगैर विकास के नये मार्ग चुने हैं। एक उद्धरण का उल्‍लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि हम सही दिशा में सही कदम नहीं उठाते तो हमें अपेक्षि‍त परिणाम प्राप्‍त नहीं होंगे। उन्‍होंने कहा कि ‘टीम इंडिया’ के लिए ‘न्‍यू इंडिया’ का संकल्‍प लेने का यह सही समय है।

उन्‍होंने एक ऐसे नये भारत का आह्वान किया जहां गरीबों के पास घर होगा पानी और बिजली होगी, जहां किसान चिंताओं से मुक्‍त होंगे और

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 आज की अपेक्षा दोगुना कमाएंगे। युवा और महिलाओं को अपने सपने साकार करने के पर्याप्‍त अवसर होंगे और एक ऐसा भारत होगा जो आतंकवाद साम्‍प्रद‍ायिकता, जातिवाद भ्रष्‍टाचार और भाई-भतीजावाद से मुक्‍त होगा और एक ऐसा भारत स्‍वच्‍छ और स्‍वस्‍थ होगा।

प्रधानमंत्री ने वीरता पुरस्‍कार विजेताओं के सम्‍मान में एक वेबसाइट का शुभांरभ किया।

 

71वें स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के भाषण

की मुख्‍य बातें

देशवासियों को स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं।

कभी-कभार प्राकृतिक आपदाएं हम लोगों के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन जाती हैं। पिछले दिनों देश के कई भू-भागों में इस प्राकृतिक आपदा का संकट आया। पिछले दिनों अस्‍पताल में हमारे मासूम बच्‍चों की मौत हुई। मैं देशवासियों को विश्‍वास दिलाता हूं कि ऐसे संकट के समय पूर्ण संवेदनशीलता के साथ जन सामान्‍य की सुखकारी के लिए, सुरक्षा के लिए कुछ भी करने में हम कमी नहीं रहने देंगे।

 

यह वर्ष आजाद भारत के लिए एक विशेष वर्ष है। अभी पिछले सप्‍ताह ही Quit India Movement का 75 साल हमने स्‍मरण किया। हम चम्‍पारण सत्‍याग्रह की शताब्‍दी मना रहे हैं। यह साबरमती आश्रम की शताब्‍दी का भी वर्ष है। यह वर्ष है लोकमान्‍य तिलक की उस घोषणा का 125वां वर्ष है जिसमें उन्‍होंने कहा था कि स्‍वराज मेरा जन्‍मसिद्ध अधिकार है।

New India का एक संकल्‍प लेकर के हमें देश को आगे बढ़ाना है। ‘New India’ जो सुरक्षित हो, समृद्ध हो, शक्तिशाली हो, ‘New India’ जहां हर किसी को समान अवसर उपलब्‍ध हो, ‘New India’ जहां आधुनिक विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में भारत का विश्‍व में दबदबा हो।
21वीं सदी का भाग्‍य ये नौजवान बनाएंगे जिनका जन्‍म 21वीं सदी में हुआ है, और अब 18 साल होने पर है। मैं इन सभी नौजवानों को हृदय से बहुत-बहुत स्‍वागत करता हूं, सम्‍मान करता हूं और उनका अभिनंदन करता हूं।

मैं समझता हूं, चलता है का जमाना चला गया, अब तो आवाज यही उठे कि बदला है, बदल रहा है, बदल सकता है; यही विश्‍वास हमारे भीतर होगा, तो अपने-आप बहुत बड़ा परिवर्तन आता है और संकल्‍प सिद्धि में परिवर्तित हो जाता है।

बलिदान की पराकाष्‍ठा करने में हमारे वीर कभी पीछे नहीं रहे हैं। चाहे Left-Wing Extremism हो, चाहे आतंकवाद हो, चाहे infiltrators हो, चाहे हमारे भीतर कठिनाइयां पैदा करने वाले तत्‍व हों, हमारे देश के इन Uniform में रहने वाले लोगों ने बलिदान की पराकाष्ठा की है। और जब Surgical Strike हुई, दुनिया को हमारा लोहा मानना पड़ा, हमारे लोगों की ताकत को मानना पड़ा। सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, आंतरिक सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।

गरीबों को लूटकर के तिजोरी भरने वाले लोग आज चैन की नींद नहीं सो पा रहे हैं और उससे मेहनतकश और ईमानदार व्यक्ति का भरोसा बढ़ता है। आज ईमानदारी का महोत्सव मनाया जा रहा है और बेईमानी के लिए सिर छुपाने की जगह नहीं बच रही है। ये काम एक नया भरोसा देता है। 800 करोड़ रुपए से ज्यादा बेनामी संपत्ति सरकार ने जब्त कर ली है।

‘वन रैंक – वन पेंशन’ का अटका हुआ मामला हल किये जाने से हमारे फौजियों की आशा-आकांक्षाएं पूरी हुई है जिससे देश के लिए मर-मिटने की उनकी ताकत और बढ़ जाती है।

GST के द्वारा देश में Cooperative Federalism, Competitive Cooperative Federalism को एक नई ताकत दी है, एक नया परिणाम नज़र आया है।

आज दुगुनी रफ्तार से सड़के बन रही हैं, आज दुगुनी रफ्तार से रेलवे की पटरियां बिछाई जा रही हैं, आज 14 हजार से ज्यादा गांव, जो आजादी के बाद भी अंधेरे में पड़े हुए थे, वहां तक बिजली पहुंचाई जा चुकी है और देश उजाले की तरफ बढ़ रहा है।

वक्त बदल चुका है। आज सरकार जो कहती है वो करने के लिए संकल्पबद्ध नजर आती है। चाहे हमने इंटरव्यू खत्म करने की बात की हो, चाहे हमने process को खत्म करने की बात की हो।

आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आज हम अकेले नहीं हैं। दुनिया के कई देश हमें सक्रिय रूप से मदद कर रहे हैं। हमारे वैश्विक संबंध भारत की शांति एवं सुरक्षा में भी एक नया आयाम जोड़ रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर का विकास, जम्मू-कश्मीर की उन्नति, जम्मू-कश्मीर के सामान्य नागरिक के सपनों को पूरा करने का प्रयास, ये जम्मू-कश्मीर की सरकार के साथ-साथ, हम देशवासियों का भी संकल्प है। कश्‍मीर समस्‍या ‘न गाली से सुलझने वाली है, न गोली से। यह समस्या हर कश्मीरी को गले लगा कर के सुलझने वाली है। सवा सौ करोड़ का यह देश इसी परम्परा से पला बढ़ा है।

आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। आतंकवादियों को बार – बार हमने कहा है कि आप मुख्यधारा में आइये। भारत के लोकतंत्र में आपकी बात करने के लिये पूरा अधिकार है, पूरी व्यवस्था है। मुझे खुशी है कि हमारे सुरक्षाबलों के प्रयासों से Left-Wing Extremism के इलाके में बड़ी संख्‍या में मुख्यधारा में लौटे है।

भारत सरकार एक ऐसी website launch कर रही है, जिस पर Gallantry Award विजेताओं, देश को गौरव दिलाने वाले जवानों के बारे में पूरी जानकारी उपलब्‍ध रहेगी।

कालेधन के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हमने धीरे-धीरे Technology को intervene करते हुए AADHAR की व्‍यवस्‍था को जोड़ते हुए, transparency लाने की दिशा में अनेक सफल प्रयास किए हैं।

जब कोई भी काम अटक जाता है, रूक जाता है तो सबसे ज्‍यादा नुकसान मेरे गरीब परिवारों को होता है। हमने रूकी हुई परियोजनाओं पर ध्‍यान दिया है। इन चीजों में बदलाव लाने के लिए हमने नई-नई टैक्‍नोलोजी Geo-Technology, Space-Technology, इन सारी चीजों को जोड़ करके हमने उसमें परिवर्तन लाने का प्रयास किया है।

राज्‍यों की सरकारों का कितना महत्‍व है, इसको मैं भलिभांति समझता हूं और इसलिए Co-operative Federalism और अब Competitive Co-operative Federalism पर हमने बल दिया है। GST के साथ-साथ चाहे Smart City के निर्माण की बात हो, चाहे स्‍वच्‍छता का अभियान हो, चाहे टॉयलेट की चर्चा हो, Ease of doing Business की बात हो, आपने देखा होगा कि आज हम मिल करके सारे निर्णय कर रहे हैं।

‘New India’ हमारी सबसे बड़ी ताकत है, लोकतंत्र है। हम ‘New India’ में उस लोकतंत्र पर बल देना चाहते हैं जिसमें तंत्र से लोक नहीं, लेकिन लोगों से तंत्र चले, ऐसा लोकतंत्र ‘New India’ की पहचान बने, उस दिशा में हम जाना चाहते हैं।

नोटबंदी में सवा सौ करोड़ देशवासियों ने जिस धैर्य को दिखाया, उसी का परिणाम है कि हम आज भ्रष्‍टाचार के खिलाफ नकेल लगाने में एक के बाद एक कदम उठाने में सफल हो रहे हैं।

देश में दाल का रिकॉर्ड उत्‍पादन हुआ है। हिन्‍दुस्‍तान में सरकार द्वारा दाल खरीदने की परंपरा नहीं रही है, इस बार जब मेरे देश के किसानों ने दाल उत्‍पादन करके गरीब को पौष्टिक आहार देने का काम किया, तो सरकार ने 16 लाख टन दाल खरीदने का ऐतिहासिक कार्य किया।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत शुरू की गई योजानाओं में से 21 योजना हम पूर्ण कर चुके हैं और बाकी 50 योजनाएं आने वाले कुछ समय में पूर्ण हो जाएंगी। 2019 के पहले कुल 99 बड़ी-बडी योजनाएं को परिपूर्ण करके, किसान के खेत तक पानी पहुंचाने का काम हम पूर्ण कर देंगे।

भारत सरकार ने ‘प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना’ लागू की है। जिसके कारण उन व्‍यवस्‍थाओं का निर्माण किया जाएगा जो बीज से बाजार तक किसान को hand-holding करेंगे।

रोजगार से जुड़ी योजनाओं में, training के तरीके में 21वीं सदी की आवश्‍यकताओं के अनुसार, मानव संसाधन विकास के लिए भारत सरकार ने अनेक नई योजनाएं हाथ में ली हैं। नौजवानों को बिना गारंटी बैंकों से पैसा मिले इसके लिए बहुत बड़ा अभियान चलाया है।
पिछले तीन वर्ष में 6 IIT, 7 नए IIM, 8 नए IIIT, इसका निर्माण किया है और शिक्षा को नौकरी के अवसरों के साथ जोड़ने का काम भी हमने किया है।

पूरे देश में तीन-तलाक के खिलाफ एक माहौल बना है। मैं इस आंदोलन को चलाने वाली बहनों को, जो तीन-तलाक के खिलाफ लडाई लड़ रही हैं, हृदय से उनका अभिनदंन करता हूं और मुझे विश्‍वास है, कि माताओं-बहनों को अधिकार दिलाने में, उनकी इस लड़ाई में देश उनकी पूरी मदद करेगा।

हमारा भविष्‍य निर्माण करने के लिए हमारी माताओं, बहनों का योगदान बहुत बड़ा होता है, और इसलिए Maternity Leave जो 12 सप्‍ताह की थी, वो 26 सप्‍ताह, उसमें आय चालू रहेगी, इस प्रकार से देने का काम किया है।

कभी-कभी आस्‍था के नाम पर धैर्य के अभाव में कुछ लोग ऐसी चीजें कर बैठते हैं, जो समाज के ताने-बाने को बिखेर देती हैं। आस्‍था के नाम पर हिंसा का रास्‍ता, इस देश में कभी भी चल नहीं सकता, यह देश कभी स्‍वीकार नहीं कर सकता है। मैं देशवासियों से आग्रह करूंगा, उस समय ‘भारत छोड़ो’ का नारा था, आज नारा है ‘भारत जोड़ो’।

समृद्ध भारत बनाने के लिए हमारी मजबूत अर्थव्यवस्था चाहिए। संतुलित विकास चाहिए, next generation infrastructure चाहिए, तब जा कर के हमारे सपनों के भारत को हम अपनी आंखों के सामने देख सकते हैं। हमने infrastructure पर बल दिया है। अभूतपूर्व खर्च infrastructure पर दिए जा रहे हैं। रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण हो, छोटे शहर में, चाहे एयरपोर्ट बनाना हो, चाहे water-way की व्यवस्था करनी हो, चाहे roadways की व्यवस्था करनी हो, चाहे गैस grid बनानी हो, चाहे पानी की grid करानी हो, चाहे optical fibre network करना हो, हर प्रकार के आधुनिक infrastructure पर हम पूर्ण बल दे रहे हैं।

भ्रष्टाचार मुक्त भारत एक बड़ा अहम काम है, हम उस पर बल देने का प्रयास कर रहे है। सरकार बनने के बाद पहला काम किया था SIT बनाने का। आज तीन साल के बाद मैं देशवासियों को बताना चाहता हूं, गर्व से बताना चाहता हूं कि तीन साल के भीतर-भीतर, करीब-करीब सवा लाख करोड़ रुपए से भी ज्यादा कालाधन को हमने खोज दिया है, उसको पकड़ा है और उसको surender करने के लिए मजबूर किया है।

नोटबंदी के द्वारा हमने अनेक महत्वपूर्ण सफलताएं प्राप्त की हैं। अभी जो research हुआ है, करीब तीन लाख करोड़ रुपए… ये सरकार ने research नहीं की है, बाहर के expert ने की है। नोटबंदी के बाद तीन लाख करोड़ रुपए, banking system में वापस आए है।

01 अप्रैल से 05 अगस्त तक income tax return दाखिल करने वाले नए व्यक्तिगत करदाताओं की संख्या 56 लाख। पिछले साल इसी अवधि में ये संख्या सिर्फ 22 लाख थी। Double से भी ज्यादा! ये कारण कालेधन के खिलाफ हमारी लड़ाई का परिणाम है। नोटबंदी के बाद जब data-mining किया गया। तीन लाख ऐसी कंपनियां पाई गईं हैं, जो सिर्फ और सिर्फ shell कंपनियां हैं। हवाला का कारोबार करती हैं। तीन लाख, कोई कल्पना कर सकता है। और उसमें से पौने दो लाख का रजिस्ट्रेशन हमनें Cancel कर दिया है। देश का माल लूटने वालों को जवाब देना पड़ेगा, ये काम हमने कर के दिया।

GST के बाद Transparency आने वाली है। अकेले Transportation हमारा ट्रक वाला एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाता था। ये GST के बाद तीस प्रतिशत उसका समय बच गया है। check-post खत्म होने के कारण हजारों करोड़ रुपयों की तो बचत हुई है। सबसे बड़ी बचत समय की हुई है। एक प्रकार से उसकी तीस प्रतिशत Efficiency बढ़ रही है। आप कल्पना कर सकते हैं हिन्दुस्तान के Transport जगत में तीस प्रतिशत Efficiency बढ़ने का मतलब क्या होता है। एक GST के कारण इतना बड़ा परिवर्तन आया है।

काम का स्‍वरूप बदल रहा है और उसके साथ टेक्‍नोलॉजी भी बदल रही है।

हम युवाओं को बढ़ावा दे रहे है और वे रोजगार मांगने वाले नहीं बल्कि रोजगार देने वाले बन रहे है।

विश्‍व का सबसे बड़ा युवा वर्ग हमारे देश में है – आईटी का जमाना है, आइए हम डिजिटल लेन की दिशा में आगे बढ़े।

शास्‍त्रों में कहा गया है अनियत काला: प्रवृत्‍तयों विप्‍लवन्‍ते – सही समय पर अगर कोई कार्य पूरा नहीं किया, तो मन चाहे नतीजे नहीं मिलते। इसलिए टीम इंडिया के लिए न्‍यू इंडिया के संकल्‍प का सही समय यही है।

हम देश को विकास के नए मार्ग पर पूरी गति के साथ ले जा रहे है।

राष्‍ट्र शांति, एकता और सद्भाव के साथ आगे बढ़ रहा है।

हम पूर्वी भारत, बिहार, असम, पश्चिम बंगाल, ओडि़सा, पूर्वोत्‍तर पर विशेष ध्‍यान दे रहे है। इन क्षेत्रों का तेजी से विकास करना होगा।

हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां गरीब के पास पक्‍का घर होगा, बिजली होगी, पानी होगा।

हम सब मिलकर एक ऐसा देश बनाएंगे जहां देश का किसान चिंता में नहीं, चैन से सोएगा, आज वो जितना कमा रहा है, उससे दोगुना कमाएगा।

हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां युवाओं और महिलाओं को उनके सपने पूरे करने के लिए भरपूर अवसर मिलेंगे।

हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे जो आतंकवाद, सांप्रदायवाद और जातिवाद से मुक्‍त होगा।

हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां भ्रष्‍टाचार और भाईभतीजावाद से कोई समझौता नहीं होगा।

हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे जो स्‍वच्‍छ होगा, स्‍वस्‍थ होगा और स्‍वराज के सपने को पूरा करेगा।

हम एक दिव्‍य और भव्‍य भारत के निर्माण के लिए काम कर रहे हैं।

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