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यूनुस अलवी
पुन्हाना: सहेली संस्था ही राष्ट्रीय अध्यक्षा शबाना खान ने कहा कि आज 21वीं सदी में दुनिया के सबसे बड़े लोकतान्त्रिक देश भारत में अब भी बेटियाँ सुरक्षित नहीं हैं, क्या बेटी होना अपने आप में अभिशाप है ? उन्होने कहा अभी हाल ही में कोटखाई शिमला (हिमाचल प्रदेश ) में 10 वी कक्षा की छात्रा गुड़िया के साथ बेहसी दरिंदों ने सामूहिक बलत्कार किया और उसकी हत्या करने वाले भेड़िये रूपी दरिंदे बहन-बेटियों की आबरू को तार-तार करते रहेंगे ? उन्होने कहा ऐसे दरिंदों को पूरी कानूनी प्रक्रिया से सजा देने के बजाय क्यों न बीच सड़क फांसी देने का प्रावधान (कानून ) सरकार को अविलंव बनाना चाहिए, ताकि कोई अन्य दरिंदा किसी भी बहन बेटी की ओर नजर उठाकर देखने की जुर्रत न कर सके। उन्होने कहा कि सहेली ने देश के लोगों से आहवान किया है कि गुड़िया को इंसाफ दिलाने के लिए अपनी तरफ से अभियान चलाऐं।