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सभी सिविल सर्जन करेंगे निरीक्षण
चंडीगढ़, 8 मई : हरियाणा में पड़ रही भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में आपातकालीन सेवाओं का निरीक्षण करके यह सुनिश्चित करें कि उनमें लू लगने के प्रबन्धन के सभी आवश्यक प्रावधान उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि संस्थान में आपातकालीन 24 घंटें बिजली उपलब्ध हो और सभी पंखे, कूलर व एसी सुचारू रूप से काम कर रहे हों।
इस सम्बंध में स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि लोगों को लू से बचने के लिए कुछ उपाय सुझाए जाते हैं, जिन्हें अपनाकर व्यक्ति लू की चपेट में आने से बच सकते हैं। लू से बचने के लिए व्यक्ति क्या करे और क्या न करे, इस सम्बंध में उन्होंने बताया कि इस दौरान व्यक्ति को जैसा संभव हो पर्याप्त मात्रा में पानी चाहिए, चाहे उसे प्यास हो या नहीं। व्यक्ति को हल्के रंग के, खुले व सूती कपड़े पहनने चाहिएं। जब भी धूप में निकलें तो धूप से बचाने वाले चश्मे, छाता, टोपी, जूते व चप्पल का इस्तेमाल करें। सफर के दौरान पानी अपने पास रखें।
यदि आप बाहर काम करते हैं तो टोपी या छाते का इस्तेमाल करें तथा अपनी गर्दन, सिर, चेहरे व हाथ-पैर को नम कपड़े से ढकें। उन्होंने कहा कि अगर आप बीमार या बेहोशी की हालत महसूस करें तो तुरंत डाक्टर से सम्पर्क करें। शरीर में पानी की कमी पूरी करने के लिए ओआरएस, घर में बने हुए पेयजल पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी, निम्बू आदि के पानी का सेवन करें। अपने घरों को ठण्डा रखें, परदे, शटर इत्यादि का इस्तेमाल करें और रात को खिड़कियां खुली रखें। पखें और गीले कपड़े का प्रयोग करें तथा ठण्डे पानी से बार-बार नहाएं।
प्रवक्ता ने बताया कि लू से बचने के लिए व्यक्ति दोपहर 12.00 बजे से 3.00 बजे तक धूप में न जाए तथा जब बाहर का तापमान अधिक हो तो जोरदार गतिविधियां न करें। व्यक्ति दोपहर 12.00 बजे से 3.00 बजे तक बाहर काम न करें तथा उच्च प्रोटीन युक्त खाना और बासी खाने का सेवन न करें। इस दौरान शराब, चाय, कॉफी, कार्बोनेटिड शीतल पेय, जो शरीर में पानी की कमी करते हैं, का सेवन करने से बचना चाहिए।
उन्होंने बताया कि बच्चों और पालतू जानकारों को खड़ी गाडिय़ों में न छोड़ें। जानवरों को छाया में रखें तथा उन्हें पीने के लिए खूब सारा पानी दें।