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नहीं दी इंसाफ पैदल यात्रा को मंजूरी
कौर कमेठी ने अलवर मेव बोर्डिग में बैठक कर चार प्रस्ताव पास किये
पहलू के हत्यारों कि गिरफ्तारी के लिये प्रशासन को दिये दस दिन
मांगे पूरी ना होने पर बडे आंदौलन कि दी चेातवनी
यूनुस अलवी
मेवात: गोरक्षकों द्वारा गत पहली अप्रैल को अलवर जिले के कस्बा बहरोड में मेवात के गांव जयसिंहपुर निवासी पहलू खान के हत्यारों कि गिरफ्तारी, एक करोड मुआवजा और पहलू आदि पर दर्ज झूंठे मामलों को वापिस लेने के लिये राजस्थान और हरियाणा के रोजनेता, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री, धर्म गुरू, सामाजिक संस्थाओं द्वारा प्रस्तावाति बुधवार की इंसाफ पैदल मार्च को अलवर जिला प्रशासन द्वारा मंजूरी ना दिये जाने पर लोगों में भारी रौष देखा गया। तीन मई को पैदल यात्रा अलवर से बहरोड तक की जानी थी। पैदल यात्रा में शामिल होने के लिये आऐ नेताओं के जमावडे से अलवर प्रशासन घबरा गया। पहलू खान को इंसाफ दिलाने के लिये अगली रणनीति बनाने के लिये मेव बोर्डिंग अलवर परिषर में कौर कमेठी कि बेठक आयोजित कि गई। जिसकी अध्यक्षता मेव पंचायत के संरक्षक शेर मोहम्मद ने की। बेठक में चार प्रस्ताव पारित किये गये।
कोर कमेटी के संयोजक रमजान चोधरी, उमर मोहम्मद पाडला और मेव पंचायत के प्रवक्ता कासिम खान मेवाती ने बताया कि फर्जी गोरक्षकों द्वारा पहली अप्रैल को बहरोड में पीट-पीट कर मार दिये गये पहलू खान को इंसाफ दिलाने के लिये हरियाणा और राजस्थान के राजनेता, यूथ टीम, समाजसेवी और प्रमुख लोगों द्वारा अलवर से बहरोड तक शांतिपूर्ण पैदल यात्रा करनी थी लेकिन जिला प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी। प्रशासन द्वारा यात्रा कि मंजूरी ना दिये जाने कि कडे शब्दों में निंदा कई और कौर कमेठी के सदस्यो ने बेठक कर चार प्रस्ताव पास किये।
उन्होने बताया कि बेठक में एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन करने का फैंसला लिया गया जो पहलु हत्याकांड पर राष्ट्रीय स्तर पर इन्साफ के लिए प्रयास करेगी। जिला प्रशासन द्वारा पहलू इन्साफ पैदल यात्रा की इजाजत ना दिये जाने पर इसके लिये अदालत से इजाजत लेने कि गुहार लगाई जाऐगी। पहलु हत्याकांड पर कोर कमेटी बड़े आंदोलन, धरना प्रदर्शन की रूप रेखा तैयार कर कानून की मदद से इन्साफ की लड़ाई लड़ी जाएगी। आंदौलन और प्रदर्शन से आपसी सौहार्द, भाईचारा ना बिगडे इसका हर हाल ख्याल रखा जाएगा।
बैठक में इंसाफ पैदल यात्रा के आयोजक और मेव पंचायत के संरक्षक शेर मोहम्मद, कोर कमेटी के संयोजक ऐडवोकेट रमजान चोधरी, उमर मोहम्मद पाडला, पूर्व परिवहन मंत्री आफताब अहमद, पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद, बसपा नेता जावेद अहमद, कांग्रेस प्रदेश सचिव अखतर काटपुरी, पीसीसी सदस्य महताब अहमद, मोलाना डाक्टर रफीक आजाद, जिला प्रमुख सफिया जुबेर, युवा नेता शाहिद पतेरिया, अख्तर चंदेनी, मुबारिक खान, अलताफ डीके, सौकत, बुरहान, फकरू, अयूब वकील, मुहम्मद यूनुस, मेव पंचायत के प्रवक्ता कासिम मेवाती के अलावा मेव पंचयात के सभी सदस्य, चौधरी साहेबान और उलेमा इकराम मौजूद रहे।
क्या कहते हैं पूर्व मंत्री ?
पूर्व परिवहन मंत्री आफताब अहमद का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा शांति मार्च को भी मंजूरी ना दिये जाने से साफ जाहिर होता है कि सरकार और प्रशासन कि नियत में खोट है। उनका कहना है कि राजस्थान का गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया और विधायक ज्ञान देव आहूजा संप्रदायिक सौहार्द को बिगाडने के ब्यान दे रहे है और मुख्यमंत्री उन पर कार्रवाई करने कि बजाए लापापौती करती नजर आ रही है। उन्होने कहा कि उनको राजस्थान सरकार ने इंसाफ मिलतना नहीं नहीं आ रहा है इसके लिये बडे पैमाने पर लडाई लडने कि जरूरत है।
क्या कहते हैं मेव पंचायत के सदर ?
मेव पंचायत के संरक्षक और पहलू इंसाफ पैदल यात्रा के संयोजक शेर मोहम्मद का कहना है कि जिला प्रशासन ने सरकार और कुछ असामाजिक संगठनों के दवाब में उनकी यात्रा का मंजूरी नहीं दी है। बजरंगदल, विश्व हिंदु परिषद जैसे संगठन इसको संप्रदायिक रंग देना चहाता है लेकिन उनकी पंचायत और कोर कमेठी कानूनी और लोकतांत्रिक तरीके से पहलू को इंसाफ दिलाकर रहेगी।