अध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार प्रयासरत
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा होगी 20 हजार नियमित अध्यापकों की भर्ती
चण्डीगढ़ : हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा कहा कि छात्र संघ चुनाव करवाने बारे तीन विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की एक कमेटी बनाई गई है। उस कमेटी की रिपोर्ट आने के उपरान्त इस विषय में फैसला लिया जाएगा। यह जानकारी उन्होंने आज फतेहाबाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि अध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार प्रयासरत है और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा लगभग 20 हजार नियमित अध्यापकों की भर्ती की जा रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रदेश के स्कूलों में अध्यापकों की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उच्चतर शिक्षा में गुणात्मक सुधार हुआ है। लगभग 44 देशों के छात्र हरियाणा के विभिन्न विश्वविद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें और अधिक सुधार किया जाएगा और बच्चों को रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान की जाएगी।
उन्होंने बताया कि आगामी शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद अगस्त माह तक प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों को बैठने के लिए डेस्क उपलब्ध करवा दिए जाएंगे। इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाने के अतिरिक्त, शिक्षा के सभी स्तरों में गुणात्मक सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। प्राथमिक स्तर शिक्षा की नींव है। व्यक्ति के निर्माण में प्राथमिक शिक्षा का अधिक महत्व है। इसलिए सरकार प्राथमिक स्तर की शिक्षा को मजबूत नींव के रूप में विकसित करने जा रही है। उन्होंने कहा कि गुणात्मक शिक्षा के लिए जहां प्रदेश सरकार ने गीता को पाठ्यक्रम में शामिल किया है वहीं तकनीकी शिक्षा और युवाओं को सक्षम बनाने के उद्देश्य से उनका कौशल तराशने के लिये सुविधायें सृजित करने पर भी बल दिया जा रहा है।
श्री शर्मा ने फतेहाबाद में आरक्षण आंदोलन में घायल हुए पत्रकारों से भी मुलाकात की और कहा कि उनके नुकसान की भरपाई प्रदेश सरकार द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में इस प्रकार की घटनाओं का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने पत्रकारों पर हुए हमले की निंदा की। उन्होंने जाट आरक्षण से संबंधित मामलों में सरकार और समाज के मौजिज लोगों के बीच हुए समझौते पर उनका धन्यवाद किया और कहा कि कमेटी के साथ 6 घंटे बैठकर विभिन्न स्तर पर की गई चर्चा के हर एक बिंदु पर समाज के लोगों ने सहमति जताई है।