प्रो. दिनेश बने भारतीय विज्ञान कांग्रेस के मेटिरियल साईंस सेक्शन के अध्यक्ष

Font Size

वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति हैं प्रो.दिनेश 

चंडीगढ़ : हरियाणा के जिला फरीदाबाद के वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार को वर्ष 2017-18 के लिए 105वें भारतीय विज्ञान कांग्रेस के मेटिरियल साईंस सेक्शन का अध्यक्ष चुना गया है। देश में विज्ञान के विकास एवं प्रोत्साहन के लिए कार्यरत प्रतिष्ठित संस्था भारतीय विज्ञान सम्मेलन समिति प्रतिवर्ष विज्ञान सम्मेलन का आयोजन करती है, जिसमें विज्ञान के विभिन्न विषयों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले वैज्ञानिकों को सम्मानित किया जाता है तथा देश में विज्ञान के विकास को लेकर चर्चा एवं समीक्षा की जाती है।
भारतीय विज्ञान सम्मेलन समिति, कोलकाता के सदस्य मामलों के महासचिव प्रो. गंगाधर द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रो. दिनेश कुमार को जनवरी 2018 में होने वाले 105वें भारतीय विज्ञान सम्मेलन के लिए मेटिरियल साईंस से संबंधित मामलों का उत्तरदायित्व दिया गया है।
अपने चयन पर प्रसन्नता जताते हुए प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि मेटिरियल साईंस अपेक्षाकृत नया तथा काफी व्यापक क्षेत्र है। प्रौद्योगिकी में तेजी से हुई प्रगति के कारण मेटिरियल साईंस एवं इंजीनियरिंग का महत्व बढ़ गया है और शोधकर्ता भी इसमें काफी दिलचस्पी ले रहे है। उन्होंने कहा कि मेटिरियल साईंस सेक्शन के अध्यक्ष के रूप में वे नये पदार्थों के सृजन पर आधारित शोध को बढ़ावा देने के लिए कार्य करेंगे, जिसके परिणाम स्वरूप देश में मेटिरियल साईंस के साथ-साथ नई इनोवेशन्स को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि मेटिरियल साईंस को अनुसंधान के एक व्यापक विषय जिसमें सूचना-प्रौद्योगिकी, जैवविज्ञान, पर्यावरण तथा ऊर्जा प्रौद्योगिकी शामिल हैं, के रूप में विकसित किया जाये और ऐसे अनुसंधान का समाज के सतत विकास में योगदान हो।
प्रो. दिनेश कुमार को देश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विकास, विशेष रूप से माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग एवं सेमीकंडक्टर फिजिक्स के क्षेत्र में अनूठे योगदान के लिए वर्ष 2015 के भारतीय विज्ञान सम्मेलन समिति के होमी जहांगीर भाभा मेमोरियल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है जोकि उन्हें 3 जनवरी, 2016 को मैसूर में आयोजित 103वें भारतीय विज्ञान सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदान किया गया था। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रो. कुमार हरियाणा के पहले वैज्ञानिक तथा राज्य के किसी भी विश्वविद्यालय के पहले कुलपति है।
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी, इंग्लैंड से स्नातकोत्तर एवं पी.एच.डी. प्रो. दिनेश कुमार ने नैनो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेष पहचान बनाई है तथा उन्हें शिक्षण एवं शोध के क्षेत्र में 27 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे फ्रांस, इटली, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, इंग्लैंड, अमेरिका, रूस, आस्ट्रेलिया आदि देशों में अपने शोधकार्य के सम्बन्ध में भ्रमण कर चुके हैं तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न वैज्ञानिक एवं अनुसंधानिक सोसाइटियों के सदस्य है। माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक, वीएलएसआई प्रौद्योगिकी, नये इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, नैनो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में उनकी विशेषज्ञता है तथा उनके 100 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके है। वे कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एड टैक्नॉलोजी के निदेशक एवं एनपीमास परियोजना के संयोजक रहे चुके है तथा उन्होंने भारत सरकार के नैनो मिशन परियोजना, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के संयोजक के रूप में भी कार्य किया है। वाईएमसीए विश्वविद्यालय का कुलपति बनने से पूर्व प्रो. दिनेश कुमार कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष रह चुके है।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

You cannot copy content of this page