यूपी में होती है बिहार से लूटे गए वाहनों की बिक्री

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नीरज कुमार 

मोतिहारी। सुगौली पुलिस के हत्थे चढ़े वाहन लुटेरा गिरोह के सदस्यों ने पुलिस के समक्ष कई सनसनी खेज खुलासे किए हैं। अपराधियों द्वारा दिए गए बयान से जिले में हुईं कई आपराधिक वारदातों का खुलासा हो गया है। इसमें हत्या, लूट व बम धमाका करने जैसी घटनाएं प्रमुख हैं। पुलिस अधीक्षक सुरेश चौधरी ने सोमवार को पत्रकारों को बताया है कि गिरफ्तार बदमाशों में गिरोह का सरगना हरसिद्धि थानाक्षेत्र के रंजीत तिवारी, बंजरिया अजगरी के सुनील कुमार ठाकुर , मधुबन के तालीम अनवर, पकडीदयाल के लालबाबू कुमार, मुफस्सिल थाना के निवासी सूरज कुमार , पश्चिम चम्पारण के चौतरवा थाना के सेमरहिया गांव निवासी जगीर आलम, हरसिद्धि झरवा के सद्दाम मियां शामिल हैं।

 

उनके पास से दो देशी पिस्तौल, चार कारतूस, दो चाकू, छह सेलफोन भी बरामद किया गया है। पकड़े गए बदमाश वाहन लूट की साजिश कर रहे थे। इसी बीच पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। पुलिस के समक्ष दिए बयान में अपराधियों ने इस बात का खुलासा किया है कि वे बिहार से लूटे गए वाहनों को उत्तर प्रदेश ले जाकर बेचते हैं। वहां पर गिरोह से जुड़ा व्यक्ति इस पूरे काम को करता है।

गिरोह के सरगना रंजीत तिवारी ने स्वीकारी रक्सौल में बम विस्फोट कराने की बात

पुलिस के हत्थे चढ़े गिरोह के सरगना रंजीत तिवारी ने रक्सौल के अहिरवा टोला में 9 अगस्त 2016 को सोनालाल यादव के घर पर हुए बम विस्फोट में खुद के शामिल होने की बात स्वीकार की। साथ ही 9 जनवरी 2017 को हुए ट्रैक्टर लूट, 14 जनवरी 2017 को हत्या की घटना का खुलासा किया। बताया कि इससे पहले 2015 में गोविन्दगंज के मलाही में व्यवसायी पप्पू साह से रंगदारी मांगने व विस्फोट में अपनी संलिप्तता का खुलासा किया।

गिरोह में यूपी के भी बदमाश शामिल रहे हैं और शातिर रंजीत ने अपने गिरोह के सभी सदस्यों के नामों का खुलासा किया है. 

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