–मुख्यमंत्री से मिला प्रोग्रेसिव फैडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री का प्रतिनिधिमंडल
–गुरुग्राम सहित हरियाणा के औद्योगिक क्षेत्रों की समस्यायों को लेकर हुई बैठक, सीएम ने समाधान का दिया आश्वासन
गुरुग्राम। हरियाणा में औद्योगिक विकास को नई दिशा और ऊर्जा प्रदान करने की दिशा में हरियाणा सरकार अग्रसर है। उक्त वक्तव्य हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रोग्रेसिव फैडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के प्रतिनिधि मंडल को संबोधित करते हुए कहा। शुक्रवार देर रात भाजपा जिला कार्यालय में आयोजित बैठक में पीएफटीआई के प्रतिनिधमंडल में पैटर्न इन चीफ बोधराज सीकरी, पैटर्न हरीश घई, चेयरमैन दीपक मैनी, वाईस चेयरमैन डॉ एस पी अग्रवाल, डायरेक्टर एडवोकेट आर एल शर्मा, डायरेक्टर डॉ अंशुल ढींगरा के साथ साथ कोर कमेटी सदस्य डीपी गौड़, विनोद पहिलाजानि, अमन गुप्ता मुख्यरूप से शामिल रहे। बैठक में मुख्यमंत्री के साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली, जिला अध्यक्ष कमल यादव, एमसीजी कमिश्नर अशोक गर्ग व एमसीजी के चीफ इंजीनियर विशेष रूप से बैठक में शामिल रहे।
बैठक के दौरान प्रोग्रेसिव फेडरेशन ऑफ़ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (PFTI) के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे पीएफटीआई के चेयरमैन दीपक मैनी ने पिछली चर्चाओं में उठाए गए मुद्दों की प्रगति का सारगर्भित अवलोकन प्रस्तुत किया। इसके बाद, संगठन की कोर टीम ने राज्य के औद्योगिक विकास में बाधा बन रही नई और महत्वपूर्ण चुनौतियों को प्रभावी ढंग से मुख्यमंत्री के समक्ष रखते हुए लिखित में एक ज्ञापन पत्र भी प्रस्तुत किया।दीपक मैनी ने ज्ञापन पत्र में लिखे सभी समस्याओं व सुझावों बिंदुवार विस्तार से चर्चा की।
पीएफटीआई के वाइस चेयरमैन डॉ. एस. पी. अग्रवाल ने औद्योगिक क्षेत्रों में सफाई, सीवरेज, और पार्कों के रखरखाव से संबंधित समस्याओं को उजागर किया और इन चुनौतियों के समाधान हेतु स्थानीय निकायों के साथ समन्वय और समयबद्ध क्रियान्वयन की आवश्यकता पर जोर दिया। पैट्रन हरीश घई ने औद्योगिक सुरक्षा को मजबूत करने और फ़ायर एनओसी प्रक्रिया को सरल बनाने का सुझाव दिया, ताकि उद्योगों को लाइसेंस समय पर मिल सके और दुर्घटनाओं की संभावना न्यून हो। डायरेक्टर डॉ. अंशुल ढींगरा ने राज्य में व्यापार और औद्योगिक प्रगति को गति देने के लिए पीएफटीआई द्वारा प्रस्तावित सहयोगात्मक मंच की रूपरेखा प्रस्तुत की।
उन्होंने बताया कि यह मंच न केवल सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को सशक्त करेगा, बल्कि बड़े उद्योगों को भी नई संभावनाएं प्रदान करेगा। पीएफटीआई के निदेशक एडवोकेट आर. एल. शर्मा ने ओधोगिक शांति और ओधोगिक विकास पर सुझावों पर अपना पक्ष दिया इसके साथ साथ अंसल पायनियर इंडस्ट्रियल एरिया में सब-स्टेशन की स्थापना में हो रही देरी पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिजली की निर्बाध आपूर्ति के बिना औद्योगिक विकास अवरुद्ध हो सकता है, और इस मुद्दे पर त्वरित कार्यवाही की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सभी सुझावों को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को तुरंत आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उनकी त्वरित प्रतिक्रिया और व्यावहारिक नेतृत्व ने प्रतिनिधिमंडल को एक नई ऊर्जा और उत्साह से भर दिया। इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष कमल यादव ने न केवल एक राजनीतिक प्रतिनिधि, बल्कि एक उद्योग हितधारक के रूप में भी अपने सकारात्मक दृष्टिकोण और सहयोग का आश्वासन दिया।
बैठक में उपस्थित पीएफटीआई के कोर कमेटी सदस्यों विनोद पाहिलाजानी, अमन गुप्ता, और डी. पी. गौड़ ने भी अपने-अपने क्षेत्रों की चुनौतियों को साझा किया और विकास को प्रोत्साहित करने के लिए अहम सुझाव दिए। अंत में, पीएफटीआई चेयरमैन दीपक मैनी ने मुख्यमंत्री और सभी गणमान्य अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और उद्योग जगत के समन्वय से हरियाणा औद्योगिक प्रगति में एक नई मिसाल कायम करेगा। मुख्यमंत्री की प्रेरक नेतृत्व शैली की सराहना करते हुए उन्होंने विश्वास जताया कि यह सहयोग हरियाणा को औद्योगिक विकास के शिखर पर पहुंचाने में मदद करेगा।