सुभाष चौधरी /The Public World
चंडीगढ़ : हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में नायब सिंह सैनी ने आज चंडीगढ़ स्थित राज्यपाल भवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई. इनके साथ कुल 5 मंत्रियों ने पद व गोपनीयता की शपथ ली . नायब सिंह सैनी मंत्रिमंडल में सभी पुराने मंत्रियों को ही दोहराया गया. सारे कयासों को झुठलाते हुए अभी उप मुख्यमंत्री के तौर पर किसी को शपथ नहीं दिलाई गई . प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा का नया सीएम बनने पर नायब सिंह सैनी को बधाई दी है.
ठीक शाम 5. 23 बजे शपथग्रहण से पूर्व नॉब सिंह सैनी ने मनोहर लाल का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। मनोहर लाल उनके पास की कुर्सी पर ही बैठे थे। शपथ लेने के बाद भी उनका आशीर्वाद लिया ।
दूसरे नम्बर पर कंवर पाल गुर्जर ने पहले विधानसभा अध्यक्ष भी रहे हैं।अभी मनोहर लाल सरकार में वे शिक्षा मंत्री थे।1990 में भाजपा से जुड़े थे। यह सरकार में उनकी दूसरी पारी है।
तीसरे नम्बर पर मूलचंद शर्मा ने शपथ ली। ये मनोहर लाल सरकार पार्ट दो में परिवहन मंत्री बनाये गए थे। बल्लभगढ़ से दूसरी बार भाजपा के टिकट पर विधायक बने हैं।
चौथे नम्बर पर रंजीत सिंह चौटाला ने शपथ ली. श्री चौटाला इससे पूर्व भी प्रदेश के बिजली व जेल मंत्री थे . इनका सम्बन्ध देवीलाल परिवार से है .
पांचवे मंत्री के रूप में जयप्रकाश दलाल ने शपथ ली. श्री दलाल इससे पूर्व मनोहर लाल केबिनेट में कृषि मंत्री थे . इन्होने जे ई की नौकरी छोड़कर राजनीति में प्रवेश किया था . साल 2019 में लोहारू विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने हैं .
छठे मंत्री के रूप में डॉ बनवारी लाल ने शपथ ली. डॉ लाल इससे पूर्व भी मंत्री थे. ये बावल सुरक्षित सीट से विधायक बने हैं . चिकित्सा क्षेत्र को छोड़ कर इन्होने राजनीति में कदम रखा. इन्हें दक्षिण हरियाणा के बड़े भाजपा नेता व केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह के करीबी माने जाते हैं .
इससे पूर्व हरियाणा में आज सुबह से शुरू राजनीतिक घटनाक्रम के तहत सबसे पहले मुख्यमंत्री के तौर पर अब तक कार्यरत मनोहर लाल खट्टर ने अपनी कैबिनेट का इस्तीफा लगभग 11:30 बजे राज्यपाल को सौंपा. इसके बाद हरियाणा निवास में भाजपा विधायकों की केंद्रीय पर्यवेक्षक की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई . लगभग 2 घंटे की गहमागहमी के बाद भाजपा विधायक दल की नेता के तौर पर भाजपा की हरियाणा प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नायब सिंह सैनी को चुना गया। बताया जाता है कि बैठक के दौरान उनके नाम का प्रस्ताव स्वयं मनोहर लाल खट्टर ने रखा था जिसे सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से समर्थन किया।
बैठक के बीच में ही पूर्व गृह मंत्री अनिल बैठक से नाराज होकर बाहर जाते दिखे. उन्होंने सरकारी गाड़ी छोड़कर अपनी निजी गाड़ी में जाना पसंद किया. बताया जाता है कि वह अंबाला स्थित अपने निवास पर चले गए।
इससे बाद विधायक दल की बैठक के बाद भाजपा विधायक दल के नेता नायबी सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय पर्यवेक्षक के साथ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मिले और उन्हें नई सरकार के गठन करने का प्रस्ताव सौंपा . बताया जाता है कि नायब सिंह सैनी ने इस प्रस्ताव के साथ भाजपा के सभी विधायकों के साथ-साथ निर्दलीय विधायकों का समर्थन पत्र भी सौंपा.
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने नायब सिंह सैनी को सरकार गठन के लिए आमंत्रित किया और शाम 5:00 बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने की स्वीकृति दी। हरियाणा राज भवन के खुले प्रांगण में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने नायब सिंह सैनी को नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई और उनके साथ 5 मंत्रियों को ही शपथ दिलाई गई .