नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में राशन वितरण मामले की जांच को लेकर टीएमसी नेता शेख शाहजहां के उत्तर 24 परगना जिला स्थित आवास पर छापा मारने पहुंचे ई डी के अधिकारियों पर हमला कर दिया गया. खबर है कि उनके वाहनों में तोड़फोड़ की गई. आरोप लगाया जा रहा है कि ऐसा शाहजहां के समर्थकों ने किया है. अधिकारियों को वहां से वापस होना पड़ा . इसको लेकर राज्य के राज्यपाल ने सख्त रुख अख्तियार किया है.
मिडिया की खबरों के अनुसार जब ईडी अधिकारी सुबह संदेशखली इलाके में शेख के आवास पर पहुंचे तो बड़ी संख्या में टीएमसी के समर्थकों ने ईडी अधिकारियों और उनके साथ आए केंद्रीय बलों के जवानों को घेर लिया. उग्र भीड़ ने प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की और अधिकारी पर हमला बोल दिया. बताया जाता है कि प्रदर्शनकारियों ने टीम को वहां से जाने के लिए मजबूर कर दिया.
खबर में कहा जा रहा है कि ईडी अधिकारी किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के लिए अपने क्षतिग्रस्त वाहनों को वहीं छोड़कर ऑटो रिक्शा और दोपहिया वाहनों पर सवार होकर निकलने को मजबूर हो गए.
उल्लेखनीय है कि शेख शाहजहां को पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का करीबी माना जाता है. मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को भी राशन वितरण घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया गया है.
दूसरी तरफ राज्य के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि अटैक वीभत्स और निंदनीय है. राज्य सरकार को यह रोकना होगा. उन्होंने इस घटना पर क्षोभ व्यक्त करते हुए गृह सचिव और डीजीपी को तलब किया है.
उधर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इस घटना के लिए पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की हालत बदतर है . इस घटन के लिए ममता बनर्जी को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए और ई डी के अधिकारी से माफ़ी मांगनी चाहिए. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि वह राज्य प्रायोजित हमले होते हैं और इसके खिलाफ भाजपा लगातार हर मोर्चे पर लडती रहेगी.