मलेरिया रोकथाम व एनीमिया मुक्त जिला बनाने के लिए डीसी की अध्यक्षता में टाॅस्क फोर्स की बैठक : सरकारी कार्यालयों की नियमित जांच के आदेश

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-जिला में 19 से 25 जून के बीच चलाया जाएगा एनीमिया मुक्ति अभियान

गुरुग्राम, 16 जून। गुरुग्राम जिला में मलेरिया व डेंगू जैसी मच्छर जनित बीमारियों के प्रभावी ढंग से रोकथाम व एनीमिया से मुक्ति के लिए शुक्रवार को डीसी निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में डीसी ने मलेरिया व डेंगू रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं तथा कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने मलेरिया से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के बारे में पूछा तथा इन क्षेत्रों में मलेरिया मुक्ति के लिए किये जा रहे प्रयासों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग मलेरिया की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों के साथ साथ लोगों में भी इसके रोकथाम के उपायों के प्रति भी जागरूकता लाए ताकि गुरुग्राम जिला में मलेरिया व डेंगू के प्रसार से पूर्व ही इसकी रोकथाम के लिए पुख्ता प्रबंध किए जा सके।

डीसी ने बैठक में उपस्थित विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आप सभी अधिकारी अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी स्थानों की सफाई करवाने का कार्य करे। इसके साथ साथ सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में मलेरिया रोकथाम गतिविधि में अपने सहभागिता के साथ-साथ आवश्यक सहयोग जैसे गढ्डे भरना , नालियों की सफाई, पेय जल स्त्रोतो के आस-पास जमे हुए पानी की निकासी, बिखरे पड़े टायरो में पानी जमा न होने दे, कूलर आदि का पानी बदलते रहे।

डीसी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जिला के सभी स्कूलों में वाटर टैंक की चैकिंग करने के साथ ही स्कूल परिसर में स्वच्छता का अपने स्तर पर भी चेक करें। स्कूलीं बच्चों के बीच इसके लक्षण व बचाव के लिए किए जाने वाले कार्यों की जानकारी प्रदान करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करें। उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे यह सुनिश्चित करें की उनके अधिकार क्षेत्र में जहां भी वाटर लाइन में कहीं लीकेज है व कहीं पर भी सीवरेज के होल खुले है तो उनको समय रहते दुरुस्त करवाएं। उन्होंने कहा कि जिला में जितनी भी कंस्ट्रक्शन साइट्स है वहां मौजूद गड्ढों को भरवाया जाए ताकि वहां पानी का जमाव ना हो।

डीसी ने जिला मलेरिया अधिकारी डॉ जयप्रकाश को निर्देश दिए कि वे सभी सरकारी कार्यालयों में नियमित रूप से जांच करें और जिस विभाग में भी उन्हें मलेरिया मच्छर का लार्वा मिले उन्हें नोटिस जारी करे।

बैठक में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने कहा कि मलेरिया की रोकथाम के लिए सभी आरडब्ल्यूए का सहयोग भी लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी आरडब्ल्यूए की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे अपने अपने क्षेत्र में इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करे। उन्होंने कहा कि जिला में सभी लोगों को अवकाश के दिन को ड्राई डे के रूप मे मनाना चाहिए, जिसमें सप्ताह में एक बार घरों मे प्रयोग किए जा रहे कूलर के पानी को पूरी तरह से सुखाना चाहिए और कपडे से रगडक़र साफ करना चाहिए। पानी की टंकी, होदी व पानी से भरे हुए सभी बर्तनों को भी सप्ताह में एक बार सुखाना चाहिए और पानी को निकालकर कपडे से अच्छी तरह से साफ करना चाहिए, जिससे पानी में पल रहा मच्छर का लार्वा समाप्त हो जाए और मच्छरों की बढोत्तरी पर रोक लग सके।

-जिला में 19 से 25 जून के बीच चलाया जाएगा एनीमिया मुक्ति अभियान
बैठक में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ जय प्रकाश ने डीसी निशांत कुमार यादव को जिला में एनीमिया मुक्त अभियान के तहत उठाए गए प्रभावी कदमों की जानकारी से अवगत कराते हुए कहा कि सरकार द्वारा प्राप्त निर्देशो के तहत जिला में 19 से 25 जून के बीच एनीमिया मुक्त सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। अभियान में जिसमें छह माह के बच्चों से 19 साल के किशोरों व गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान में 6 लाख 47 हजार 728 लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी। अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए फील्ड में 77 सुपरवाइजर के साथ 430 टीमों की ड्यूटी लगाई गयी है।
डीसी ने बैठक में उपस्थित शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों कि स्वास्थ्य जांच के दौरान बेहतर हीमोग्लोबिन वाले बच्चों को चिन्हित कर उन्हें अभियान का ब्रांड एम्बेसडर बनाया जाए ताकि अन्य बच्चों को भी प्रेरित किया जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे उनके यहाँ ओपीडी में आने वाले कुछ चिन्हित मरीजों में हीमोग्लोबिन की मात्रा अवश्य चेक करें। साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि स्कूलीं बच्चों में अनीमिया से मुक्ति के लिए चलाए जाने वाले एक महीने का कोर्स अवश्य पूरा हो। उन्होंने कहा कि इसके साथ साथ महिला एवं बाल विकास विभाग सभी आंगनवाड़ी में इसके बड़े बैनर चस्पा कर लोगों में इसके प्रति जागरूकता लाएं।

इस अवसर पर उप सिविल सर्जन डॉ अनुज गर्ग, एसएमओ डॉ नीरू व डॉ इंद्रजीत, रोडवेज से ट्रैफिक मैनेजर ऋतु शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग से जिला कार्यक्रम अधिकारी मीनाक्षी,
सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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