नई दिल्ली : केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने कल रोम, इटली में सीईओ बिजनेस इंटरएक्टिव सत्र को संबोधित करते हुए बताया कि किस तरह अवसरों की अधिकता भारत को विश्व के सर्वाधिक विश्वसनीय व्यवसाय और निवेश स्थानों में एक बनाती है। उन्होंने कहा कि भारत यूरोपीय संघ तथा ईएफटीए के साथ चल रही व्यापार वार्ताओं के साथ वैश्विक संबंधों वाला एक मुक्त देश है।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारत-इटली साझेदारी में नए उच्च लक्ष्य निर्धारित किए जाने चाहिए, क्योंकि इसमें बहुत संभावनाएं हैं, विशेष रूप से हाल में बढ़ी हुई रणनीतिक साझेदारी के परिप्रेक्षय में। उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों में भारत ने समग्र निर्यात में 55 प्रतिशत की वृद्धि देखी है। उन्होंने कहा कि भारत में इटली की लगभग 700 कंपनियां काम कर रही हैं और यह भारत में रहने का सबसे उपर्युक्त समय है। मंत्री महोदय ने यह भी बताया कि भारत पूर्वव्यापी परिवर्तनों के साथ एक मजबूत और प्रगतिशील नीतिगत ढांचा प्रदान करेगा।
इटली के उप-प्रधानमंत्री तथा विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने इंटरएक्टिव सत्र में भाग लिया और उद्योगजगत की हस्तियों को संबोधित किया। श्री तजानी ने कहा कि एमएसएमई और उद्योग का समर्थन करके दोनों देशों में अगली पीढ़ी की बेहतर लाइन बनाने के लिए एक साथ काम करने की आवश्यकता है।
श्री गोयल ने गहरे सहयोग के लिए श्री तजानी की प्रशंसा की और कहा कि भारत-इटली साझेदारी में वृद्धि की संभावना अपार है तथा इस यात्रा के माध्यम से नए विचार उभरे हैं। उन्होंने कहा कि देश परंपरा, संस्कृति, साझा मूल्यों, विधि के शासन तथा अधिक उपलब्धि प्राप्ति के लिए एक साथ काम करने की आकांक्षा से जुड़े हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया भारत-इटली एक साथ बढ़ेंगे, एक साथ उपलब्धि हासिल करेंगे और एक साथ विजयी होंगे।
सीईओ का बिजनेस इंटरएक्टिव सत्र रोम, इटली में भारतीय दूतावास द्वारा भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) तथा कनफिंडस्ट्रिया के सहयोग से किया गया था। इस सत्र में भारत और इटली की कंपनियों के 70 से अधिक सीईओ ने भाग लिया।
इटली के व्यवसाय का प्रतिनिधित्व स्पार्कल, एलेट्रोनिका, पियाजिओ, लैम्बोर्गिनी, आईटीए जैसी नामी कंपनियों द्वारा किया गया। सीईओ ने कहा कि भारत एक महत्वपूर्ण आर्थिक खिलाड़ी है और यह सरकार और उद्योग दोनों स्तरों पर सहयोग बढ़ाने का समय है। उन्होंने कहा कि इटली की कंपनियां भारत में मौजूद विभिन्न निवेश अवसरों की तलाश कर रही हैं।
सीआईआई के उपाध्यक्ष और आईटीसी लिमिटेड के अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक संजय पूरी ने इस बात पर बल दिया कि भारत यूरोपीय संघ एफटीए पर हस्ताक्षर भारत-इटली संबंधों को और अधिक बढ़ाने में उत्प्रेरक हो सकता है। सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने सहयोग के लिए कॉन्फिंडस्ट्रिया को धन्यवाद दिया और सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में सुझाव दिए। एफआईईओ (फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन्स) के अध्यक्ष डा. ए. सक्तिवेल ने कहा कि भारत ने मजबूत नीति के कारण 2022-23 में 770 बिलियन डॉलर का निर्यात हासिल किया तथा इटली के व्यवसाय को भारत को अपने निर्यात केंद्र के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि एफआईईओ भारत में अपने प्रतिष्ठानों को समर्थन सुनिश्चित करेगा।
कॉन्फिंडस्ट्रिया के एम्बेस्डर राफेल लेंगेला ने कहा कि भारत अभी महत्वपूर्ण आर्थिक चरण में है और यह समय सहयोग बढ़ाने का है। पियाजिओ के सीईओ माटेओ कोलानिन्नो ने कहा कि दोनों देशों की सरकारें दोनों देशों में उद्यम के अवसरों का पता लगाने के लिए तेज गति से काम कर रही हैं। यूपीएल के श्री जय श्रॉफ ने खाद्य स्थिरता तथा उस पर सहयोग के महत्व पर मजबूत संपर्कों की जानकारी दी।
श्री गोयल ने अपनी इटली यात्रा के दौरान एओएल, एसपीए, पियाजिओ, सीआईबीजेओ, नायरा एनर्जी तथा इनेल ग्रीन पावर जैसी प्रमुख कंपनियों के इतालवी सीईओ के साथ उपयोगी बैठकें कीं। उन्होंने सीईओ को भारत में निवेश और विस्तार की संभावनाओं के बारे में बताया। सीईओ ने मंत्री महोदय से कहा कि वे भारत के बाजारों के साथ-साथ निर्यात के लिए भारत में व्यवसाय संचालन के विस्तार पर विचार कर रहे हैं। इससे न केवल उत्पादन विस्तार और रोजगार सृजन होगा, बल्कि भारत से निर्यात भी बढ़ेगा।
श्री गोयल ने डेनिएली सी. एसपीए के कार्यकारी उपाध्यक्ष एनड्रिया डायसपैरो से मुलाकात की, जिनकी कंपनी इस्पात स्क्रैप तथा ऊर्जा क्षेत्र में काम करती है। मंत्री महोदय ने कार्यकारी अधिकारियों को सुझाव दिया कि भारत के बाजार अनेक अवसरों के साथ बढ़े है और भारत धीरे-धीरे ग्रीन स्टील मैन्यूफैक्चरिंग की ओर बढ़ना चाहता है, जहां उनके विस्तार की संभावनाएं अपार होंगी।