– सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग के अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी ने गुरुग्राम में जारी तीन मंडलों की कार्यशाला के समापन सत्र को किया संबोधित
– गुरुग्राम, फरीदाबाद व रोहतक मंडल के 11 जिलों की भजन पार्टी व बीपीडब्ल्यू ने चार दिन की कार्यशाला में तैयार किए 54 विकास गीत व 12 वीडियो रील
गुरुग्राम, 23 फरवरी। आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के तहत सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग, हरियाणा द्वारा स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हाल में गुरुग्राम, फरीदाबाद व रोहतक मंडल के 11 जिलों की चार दिवसीय कार्यशाला का वीरवार को समापन हो गया। सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग, हरियाणा के अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी ने कार्यशाला के समापन कार्यक्रम में प्रतिभागियों को संबोधित किया। गुरुग्राम के स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हॉल में 20 से 23 फरवरी तक आयोजित कार्यशाला में हरियाणा सरकार के जनकल्याणकारी कार्यक्रमों व स्वच्छता, सडक़ सुरक्षा, मतदाता जागरुकता आदि विषयों पर 54 नए विकास गीत तैयार किए गए तथा 12 गीतों की वीडियो रील तैयार की गई।
अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों व कार्यक्रमों को दूरदराज के ग्रामीण अंचल तक लोकशैली में पहुंचाने का कार्य भजन पार्टी करती है। समय के साथ सूचना प्रौद्योगिकी के बढ़ते चलन से भजन पार्टियों को भी तकनीक के साथ कदमताल करनी होगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का ध्येय है कि अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ अवश्य पहुंचना चाहिए। भजन पार्टी सोशल मीडिया के इस्तेमाल से अपनी पहुंच के दायरे में विस्तार कर सकती है। इसके लिए प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ-साथ विभाग के सोशल मीडिया हैंडल्स व अकाउंट के माध्यम से नए-नए विकास गीतों के माध्यम से योजनाओं की जानकारी जनमानस को उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
उन्होंने भजन पार्टियों के प्रचार की उपयोगिता पर बोलते हुए कहा कि आपके बनाए गीतों को पूरा परिवार एक साथ बैठकर सुन व देख सकता है। सभी प्रतिभागी अच्छे प्रशिक्षित कलाकार है। गांव में प्रचार के दौरान वैल्यू एडिशन के लिए अन्य उपयोगी जानकारियों से भी खुद को अपडेट रखना चाहिए। उन्होंने प्रतिभागियों को कार्यशाला में तैयार विकास गीतों की अच्छे स्टूडियो में रिकॉर्डिंग के लिए तैयार रहने भी निर्देश दिए। उन्होंने गुरुग्राम में आयोजित कार्यशाला की सराहना करते हुए कहा कि यहां अच्छे ढंग से संगीत विशेषज्ञों, विभागीय अधिकारियों व विषय के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में सराहनीय कार्य हुआ है। उन्होंने बजट में कलाकारों के सम्मान के लिए किए प्रावधानों की जानकारी भी कार्यशाला में दी। जिनका सभी प्रतिभागी कलाकारों ने स्वागत किया।
संयुक्त निदेशक एनसीआर आरएस सांगवान ने कार्यशाला के चार दिन के कार्यक्रम से अतिरिक्त निदेशक को अवगत कराया। उन्होंने कार्यशाला के शेड्यूल व प्रशिक्षण के लिए निर्धारित सत्रों की विषयवार जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला सभी प्रतिभागियों के लिए एक रिफ्रेशर कोर्स के समान थी। इस कार्यशाला में सरकार की नवीनतम उपलब्धियों, नई तकनीकों, मंच-संचालन की कला, सोशल मीडिया के इस्तेमाल आदि विषयों की जानकारी दी गई। जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी बिजेंद्र कुमार ने कार्यशाला की प्रगति की अतिरिक्त निदेशक को जानकारी दी। कार्यशाला के अंतिम दिन संगीत विशेषज्ञ लोकेश कुमार ने प्रतिभागियों को संगीत के विविध पहलुओं से अवगत कराया। इस दौरान अधीक्षक चंद्र सिंह, ड्रामा इंस्पेक्टर पवन कुमार, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी कार्यालय से अमित कुमार, अकाउंटेंट दिनेश कुमार, लता सहित अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहें।