- हरियाणा एसटीएफ़ आईजी साथीश बालन ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी
गुरुग्राम, 31 जुलाई । दिनांक 24-06-22 से लेकर दिनांक 28-06-22 तक प्रदेश के 4 विधायकों को मिडल ईस्ट देशों के मोबाईल नम्बरों से जान से मारने की धमकी व पैसे वसूली के अलग अलग नम्बरों से फोन आये है। जिस पर अलग अलग FIR दर्ज की गई व सभी एफआइआर की तफतीश पुलिस महानिदेशक श्री पीके अग्रवाल द्वारा एसटीएफ़ हरियाणा को दी गई। इन मोबाईलों के तकनीकी विशलेषण से यह तथ्य सामने आया कि ये मिडल इस्ट देशों के नम्बर है वा पाकिस्तान मे बैठकर ओपरेट किये जा रहे है। इसी तरीके से पंजाब के पूर्व विधायकोंको भी इसी प्रकार से इन्ही नम्बरो से धमकी दी गई है। इन सभी माननीय विधायको से अलग अलग भाषा / तरीका चैट या बातचीत की गई। जैसे बोम्बईया स्टाईल या पंजाबी भाषा प्रयोग की गई।
एसटीएफ़ पुलिस महानिरीक्षक श्री सतीश बालन द्वारा इन सभी मुकदमों की तफतीश के लिए एक एसआइटी श्री सुमित कुमार, एसपी एसटीएफ़ के नेतृत्व मे बनाई गई। जिसमे श्री सन्दीप धनखड डीएसपी एसटीएफ़ हरियाणा व श्री सुरेन्द्र किन्हा डीएसपी एसटीएफ़ हरियाणा के नेतृत्व मे सभी एसटीएफ़ यूनिटों की टीमे तैयार की गई। करीब 15 दिन लम्बे चले इस ऑपरेशन को पुलिस महानिदेशक हरियाणा श्री पीके अग्रवाल द्वारा व्यक्तिगत तौर पर मोनिटर व सूपरवाइज़ किया I इस विषय मे पुलिस महानिदेशक, हरियाणा के द्वारा सैन्ट्रल एजैंसी की भी मदद ली गई। एसटीएफ़ के द्वारा इन सभी मोबाईल नम्बरों व आइपी ऐड्रेस का तकनीकी विशलेषण किया व सैन्ट्रल एजैंसी का भी सहयोग लिया गया। इस तकनीकी विशलेषण मे करीब 5 टीमों ने अलग अलग कार्य किया ।
इस कडी मे काम करते हुए एसटीएफ़ हरियाणा द्वारा एक स्ट्रटीजिक प्लान तैयार किया गया। जिस पर एसटीएफ़ हरियाणा ने एक सुनियोजित प्लान के तहत इनको पैसें देने के लिए उनके खाता नम्बर वा मोबाईल नम्बर मांगें। उन खाता नम्बरो को ट्रैस करने के लिए 2 अलग अलग टीमों ने मुम्बई व मुज्जफरपर बिहार मे रैड की गई ।
मुम्बई से इस गैगं के निम्लिखित दोषी गिरफ्तार हुए
- दुलेश आलम पुत्र बब्लु आलम वासी गांव दमावरा थाना साठी जिला बेतिया बिहार
- बदरे आलम पुत्र शाहे आलम वासी गांव बिगरा मिल थाना दुधारा जिला बस्ती यु पी
इनके कब्जे से करीब 20 पास बुक / चैक बुक व इनके 18 एटीएम वा 14 फर्जी सिमव 1 डायरी व 5 मोबाईल फोन बरामद किये गये ।
इसी तरह मुज्जफरपुर बिहार से एसटीएफ़ हरियाणा द्वारा 4 दोषीयान - अमित यादव उर्फ राधेश्याम कुमार यादव पुत्र जयराम यादव वासी गांव हजियापुर डाकखाना मानिकपुर थाना गोपालगंज जिला गोपालगंज बिहार
- सद्दीक अनवर पुत्र मोहम्मद सफीउल्लाह वासी गांव तुरकोलिया फतेहटोला डाकखाना बंजरिया जिला मोतीहारी बिहार ,
- सनोज कुमार पुत्र महेश पण्डित वासी गांव पोरखरेरा थाना कांटी जिला मुजफरपुर बिहार ,
- कैश आलम पुत्र बबलु आलम वासी गांव दमौरा थाना साठी जिला बेतिया बिहार गिरफतार किये। जिनके कब्जा से 2 पासबुक/चैक बुक, 2 डायरियां, 1 रजिस्टर , 42 मोबाईल सिम ,19 मोबाईल फोन,37 एटीएम कार्ड बरामद किये । अब तक आरोपीयान से 55 एटीएम कार्ड, 24 मोबाईल फोन, 56 मोबाईल सिम, 22 पासबुक/चैकबुक, Rs. 3,97,000/- , एक गाड़ी टाटा पन्च , 3 डायरियां बरामद की गई है। जो ये लोग आम आदमी / गरीब व्यक्तियों से सम्पर्क करके उनको लालच देकर( 15/20 हजार रुपये तक) उनका बैंक मे खाता खुलवाकर उस खाते की सारे कागजात (बैंक पासबुक,चैक बुक, ए टी एम कार्ड, ए टी एम पासवर्ड) अपने पास रख लेते थे। साथ ही हर खाते को ओपरेट करने के लिए फर्जी सिम कार्ड खरीद लेते थे। इन रैड के दोरान मुम्बई पुलिस क्राईम ब्राचं व एसटीएफ़ बिहार व बिहार पुलिस का पुर्ण सहयोग एसटीएफ़ हरियाणा को मिला I तफतीश के दोरान इन दोषीयों से करीब करीब 10 ऐसे पाकिस्तान मे रहने वाले व्यक्तियों का पता लगा जिनके द्वारा धमकीयां दी जाती थी। वा एक्सट्रोशन का पैसा मंगवाया जाता था।
पूरी तफतीश से यह तथ्य सपष्ट है कि ये सभी धमकीयां व एक्सट्रोशन कॉल न तो किसी आपराधिक गैंग की है व न ही कि किसी आतंकी सगठनं की है । बल्कि यह एक प्रोफशनल आर्थिक फ्राड करने वालो का बहुत चालाक गैग है । जिनके साथी पाकिस्तान व मिडल ईस्ट व भारत मे बैठे हुए है । विदेश में बैठे अपराधी धमकी देकर, कोन बनेगा करोडपति या लाटरी निकलने का लालच देकर पिडित से पैसे निकलवाते तथा दुलेष / अमित द्वारा दिये गये बैंक खातों मे पिडित से पैसे डलवाते। दुलेष व अमित इन पैसों को या तो एटीएम से निकालकर या पाकिस्तान मे बैठे अपराधियों द्वारा दिये गये भारतीय बैंक खातों मे डलवाते है।
इस पूरे ऑपरेशन के दौरान सेंट्रल एजेंसी, महाराष्ट्र पुलिस व बिहार पुलिस का पूरा सहयोग एसटीएफ़ हरियाणा को मिला है।