होमगार्ड के स्वयंसेवकों को भी पुलिस कर्मचारियों के समान सुविधाएं देने का प्रयास
विज ने होम गार्डस (गृह रक्षी) एवं सिविल डिफेंस विभाग के ऑनलाईन डयूटी रोस्टर सिस्टम का किया शुभारंभ
चण्डीगढ, 25 जुलाई : हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि होमगार्ड के स्वयंसेवको को विभिन्न सुविधाएं देने लिए विभिन्न स्तरों पर बातचीत की जा रही हैं ताकि होमगार्ड के स्वयंसेवकों को भी पुलिस कर्मचारियों के समान सुविधाएं मिल सके।
श्री विज ने यह जानकारी आज यहां होम गार्डस (गृह रक्षी) एवं सिविल डिफेंस विभाग के ऑनलाईन डयूटी रोस्टर सिस्टम (ओआरएस) के शुभारंभ अवसर पर दी। इस पोर्टल के शुरू होने से होम गार्ड के स्वयंसेवकों को ऑनलाईन तरीके से डयूटी पर भेजा जाएगा।
गृह मंत्री ने होम गार्ड के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि होम गार्ड के स्वयंसेवकों का सेवा रिकार्ड, डयूटी रिकार्ड, उपस्थिति रिकार्ड, भत्ता इत्यादि का रिकार्ड डिजीटाइज किया जाए और डयूटी लेने वाले विभागों के साथ एकीकृत भी किया जाना चाहिए।
होम गार्ड के ऑनलाईन डयूटी रोस्टर सिस्टम के शुभारंभ अवसर पर होम गार्ड के अधिकारियों ने गृह मंत्री को अवगत कराया कि वर्तमान में होम गार्ड के लगभग 12 हजार स्वयंसेवक हैं और डयूटी में ऑनलाईन सिस्टम आने से पक्षपात और भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जा सकेगी। इस सिस्टम से डयूटी आंबटन व रोटेशन में पारदर्शिता आएगी। डयूटी की जरूरत होने पर जानकारी देते हुए होम गार्ड के अधिकारियों ने बताया कि तीन मापदंड के आधार पर भी स्वयंसेवकों की डयूटी कम्प्यूटर द्वारा लागई जाएगी ताकि मानव हस्तक्षेप न हों सकें।
मंत्री को अवगत कराया गया कि ओआरएस सिस्टम होने से डयूटी की तिथि व रोटेशन की तिथि से 7 दिन पहले ही सचेत (अलर्ट) कर देगा कि अमुक स्वयंसेवक की डयूटी समाप्त होने जा रही है। इसके अलावा, डयूटी के संबंध में एसएमएस और ईमेल के माध्यम से भी जानकारी स्वयंसेवकों को मुुहैया करवाई जाएगी और यह जानकारी जिला कमांडेट को भी दी जाएगी। स्वयंसेवकों को जिला मुख्यालय या प्रशिक्षण केन्द्रो ंपर अपनी डयूटी के बारे में रिपोर्ट करना होगा। इस सिस्टम से स्वयंसेवकों को समान अवसरों के साथ-साथ हर प्रकार की डयूटी करने का अभ्यास भी होगा। ऑनलाईन सिस्टम के आरंभ होने से डयूटी आंबटन में देरी को समाप्त किया जाएगा।
इस दौरान गृह मंत्री को अवगत कराया गया कि होमगार्ड के स्वयंसेवकों को पहली बार सर्दी व गर्मी की वर्दियां दी गई जिसमें जूते व जैकेट भी शामिल है। स्वयंसेवकों की मृत्यु होने पर परिवारजनों को दो लाख रूपए की सहायता राशि का प्रावधान, होमगार्ड के स्वयंसेवकों को 788 रूपए प्रति दिन का दैनिक भत्ता देने का प्रावधान भी किया गया हैं। इसके अतिरिक्त, होम गार्ड के स्वयंसेवकांे के लिए लगभग 40 एकड भूूमि में कम्बाईंड प्रशिक्षण संस्थान को स्थापित करने के लिए 35 करोड रूपए की राशि को मंजूरी दी गई हैं। राज्य के सभी होमगार्ड स्वयसेवकों का रिकार्ड डिजीटाईज किया गया है और अब ये परिवार पहचान पत्र योजना का हिस्सा है।
इस अवसर पर हरियाणा गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोडा, पुलिस महानिदेशक श्री पी. के. अग्रवाल, होम गार्ड के कमांडेंट जनरल श्री देशराज सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।