गुरुग्राम, 20 जनवरी। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने गुरूग्राम जिला के गांव अलीपुर पहुंचकर गांव के हाल ही में शहीद हुए सचिन डागर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया।
21 राष्ट्रीय राइफल्स से जुड़े शहीद सचिन डागर पिछले 28 महीनों से कश्मीर के कुपवाड़ा में अपनी सेवाएं दे रहे थे। 17 जनवरी को ड्यूटी के दौरान आक्सीजन की कमी से हृदय गति रूक जाने से उनकी मृत्यु हो गयी थी। विभिन्न खेलों में रूचि रखने वाले व दो भाइयों में छोटे रहे सचिन 20 वर्ष की आयु में वर्ष 2015 में सेना में भर्ती हुए थे। सचिन के बड़े भाई नितिन डागर भी सेना से जुड़कर वर्तमान में पूना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं उनके पिता हवा सिंह गांव में खेती बाड़ी का कार्य करते हैं व माँ बीना देवी ग्रहणी के रूप में घर का काम संभालती है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने अलीपुर गांव पहुंचकर शहीद सचिन डागर की फोटो पर पुष्प चढाकर उनकी शहादत को नमन किया। उन्होंने उनके परिजनों से मुलाकात कर अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की।
इस अवसर पर राव ने सचिन के परिजनों को अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि परिवार में सचिन की कमी किन्ही भी अर्थों में पूरी नही की जा सकती लेकिन इतनी कम उम्र में देश सेवा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करना यह क्षेत्र के साथ साथ देश के लिए भी गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि देश सेवा में उनका यह सर्वाेत्तम बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए सदैव अनुसरणीय रहेगा। इस दौरान उन्होंने वहां उपस्थित गांव के मौजिज लोगों से भी अपने विचार सांझा करते हुए कहा कि हम सचिन के परिवार का दुख तो कम नही कर सकते लेकिन उसमें साझीदार होकर उसको बांट जरूर सकते हैं।
बाद में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि हमारा दुर्भाग्य है कि हमारा दुश्मन देश सरहद पर शांति के लिए जो समझौता हुआ है उसका पालन नहीं कर रहा है। ऐसे में विषम परिस्थितियों में भी देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए हमारे जवान अपने प्राण न्यौछावर करते है। उन्होंने कहा कि सचिन के परिवार के लिए उनके स्तर पर जो भी संभव मदद होगी वह की जाएगी। सचिन की स्मृति में ग्रामीणों की मांग के सवाल पर उन्होंने कहा कि ग्रामवासियों ने कहा कि तेहरवीं के बाद वे विचार विमर्श कर, इस बारे में उन्हें अवगत कराएंगे।