सपा में भूचाल
लखनऊ. मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को पार्टी से निकालने का ऐलान कर दिया. इससे पहले सपा में टिकट बंटवारे को लेकर जारी कलह के बीच शुक्रवार को मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को कारण बताओ नोटिस जारी अखिलेश से पूछा है कि अलग लिस्ट कैसे जारी की गई। क्यों न आपके खिलाफ कार्रवाई हो ? इसके अलावा रामगोपाल यादव और सीएम पर अनुशासनहीनता का भी आरोप लगाया गया है।
बताया जाता है कि अलग लिस्ट जारी करने से मुलायम बेहद नाराज हैं। दूसरी तरफ दोबारा पार्टी से निकाले गए रामगोपाल यादव ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है.
अपने समर्थकों को रामगोपाल यादव ने लेटर जारी करते हुए कहा है कि सपा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने इससे आने वाले चुनाव में पार्टी को नुकसान होने की आशंका व्यक्त की है. पार्टी के कई हजार नेताओं ने मुझे इस संबंध में लेटर देकर मांग की है कि पार्टी का एक इमरजेंसी प्रतिनिधि सम्मेलन बुलाया जाए।
इसलिए 1 जनवरी 2017 को राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय, आशियाना, लखनऊ में सम्मेलन बुलाया गया है।
गौरतलब है कि मुलायम और अखिलेश के बीच 31 नामों को लेकर विवाद है। मुलायम सिंह ने 393 कैंडिडेट्स के नाम तय किए। इसके बाद अखिलेश ने 235 कैंडिडेट्स की अपनी अलग लिस्ट जारी कर दी।
बेटे ने 171 तो पिता ने 176 सिटिंग एमएलए को टिकट दिया है । दोनों की लिस्ट में 145 नाम कॉमन हैं।
अखिलेश शुरू से कहते रहे कि वे बाहुबलियों-माफियाओं को टिकट नहीं देंगे, लेकिन अपनी लिस्ट में उन्होंने इसका ख्याल नहीं रखा। उनकी लिस्ट में कई ऐसे नाम हैं, जिनका अच्छा-खासा क्रिमिनल रिकॉर्ड है। वहीं, मुलायम की बहू और प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा और विवादास्पद मंत्री गायत्री प्रजापति को लिस्ट में नहीं रखा।
सपा ने अब तक 3 बार में (सबसे पहले 176, फिर 149 और अब 68 कैंडिडेट) के नामों की घोषणा की। कुल 393 कैंडिडेट्स में 206 सिटिंग एमएलए और 187 नए चेहरे हैं।
दूसरी तरफ गुरुवार देर शाम अखिलेश की ओर से जारी की गई 235 की लिस्ट में 171 सिटिंग एमएलए और 64 वो नए चेहरे हैं, जहां पिछली बार सपा नहीं जीती थी। माना जा रहा है कि ये नेता सपा से अलग चुनाव लड़ेंगे। बची हुई सीटों के लिए भी सीएम जल्द अपने उम्मीदवारों का एलान करेंगे। अखिलेश ने मुलायम के 176 सिटिंग एमएलए की लिस्ट से 31 नाम काट दिए हैं।