लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ ने आज प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कोविड 19 महामारी से बचाव के लिए सरकारी मेनेजमेंट को और दुरुस्त करने का आश्वासन दिया. उन्होंने लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी प्रशासन से अपने प्रभारी मंत्रियों का मार्गदर्शन प्राप्त करते हुए कोविड मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. साथ ही इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को और अधिक प्रभावी बनाने पर बल दिया। उन्होंने बताया कि आज उनकी अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि उत्तर प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी प्रदेशवासियों का कोरोना टीकाकरण प्रदेश सरकार द्वारा निःशुल्क कराया जाएगा।
उन्होंने सभी जिला के प्रशासन को सचेत किया कि हर अस्पताल में रिक्त बेड की जानकारी हो तथा अस्पतालों में बेड्स का आवंटन पारदर्शी ढंग से सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए कंटेनमेंट जोन का प्रभावी होना बहुत जरूरी है। प्रवासी श्रमिकों को नियमानुसार क्वारंटीन किया जाए। ‘टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट’ के मंत्र के अनुरूप कार्य करने पर बल दिया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या ख़ास कहा ?
पूरे प्रदेश में रात्रिकालीन ‘कोरोना कर्फ्यू’ और ‘साप्ताहिक बंदी’ को और अधिक प्रभावशाली ढंग से लागू किया जाए.
सभी जिलों में जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि आपदा की इस स्थिति में मरीज अथवा उसके परिजन के साथ कहीं अमर्यादित व्यवहार न हो।
अस्पतालों में ओवरबिलिंग की शिकायत न आए, इसके लिए लगातार निरीक्षण किया जाए। मरीजों के साथ पूरी संवेदनशीलता बरती जाए.
संक्रमण दर के दृष्टिगत प्रयागराज और वाराणसी में बेड्स की संख्या बढ़ाई जाए तथा ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने पर भी काम किया जाए। BHU और हेरिटेज जैसे चिकित्सा संस्थान पूरी क्षमता के साथ क्रियाशील रखे जाएं।
ऑक्सीजन आपूर्ति हेतु कोई अभाव नहीं होगा. प्रदेश में नवीन ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सभी आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान किए जाएंगे।
चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा 10 नए प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। इस कार्य में विधायक निधि और SDRF का भी प्रयोग किया जा सकता है. नए ऑक्सीजन प्लांट्स की स्थापना के लिए निजी क्षेत्र का भी स्वागत है. ऑक्सीजन रीफिलिंग केंद्रों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं।
हॉस्पिटल्स के अतिरिक्त व्यक्तिगत आपूर्ति हेतु ऑक्सीजन देते समय डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन, आधार कार्ड का विवरण नोट किया जाए। कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई की जाए.
लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी जिलों की अतिरिक्त ऑक्सीजन की जरूरत पर लगातार नजर रखी जा रही है। मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन बनाते हुए हर अस्पताल को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है.
बीते 24 घंटों में प्रदेश के सभी जनपदों में ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था बेहतर हुई है। भारत सरकार के आवंटित ऑक्सीजन लाने के लिए गाड़ियां बोकारो रवाना हो रही हैं.
सभी चिकित्सा संस्थान जहां कोविड मरीजों का इलाज हो रहा है, उन्हें विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। मरीजों व परिजनों के साथ पूरी संवेदनशीलता रखी जानी चाहिए। किसी भी प्रकार की जरूरत हो तो तत्काल प्रशासन को जानकारी दें, हर तरह की मदद दिलाई जाएगी.
कोविड के खिलाफ इस लड़ाई में निजी चिकित्सा संस्थानों का सहयोग सराहनीय है। निजी क्षेत्र के जो भी चिकित्सा संस्थान स्वयं का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करना चाहते हैं, शासन को अवगत कराएं, उन्हें हर जरूरी मदद मुहैया कराई जाएगी.
रात्रिकालीन ‘कोरोना कर्फ्यू’ रात्रि 08 से सुबह 07 बजे तक प्रभावी रहे। इस दौरान आवश्यक सेवाओं और औद्योगिक इकाइयों को छोड़कर शेष गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी.
शुक्रवार रात 08 बजे से सोमवार प्रातः 07 बजे तक की प्रदेशव्यापी ‘साप्ताहिक बंदी’ को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए.
दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों से आ रहे प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की टेस्टिंग करते हुए उन्हें आवश्यकतानुसार क्वारंटीन एवं चिकित्सा की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए.
लखनऊ व प्रयागराज में मरीजों की संख्या को देखते हुए अतिरिक्त प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। प्रयागराज में सभी चिकित्सकीय संस्थानों में बेड की संख्या बढ़ाने के ठोस प्रयास किए जाएं। नॉन कोविड हॉस्पिटल के सुचारु क्रियान्वयन पर भी ध्यान दिया जाए.
रेमडेसिविर उत्पादनकर्ता कंपनियों से लगातार संपर्क में रहा जाए। कल तक प्रदेश को 10,000 वॉयल और प्राप्त हो जाएंगे। प्रतिदिन 50,000 वॉयल रेमडेसिविर की आपूर्ति के हिसाब से डिमांड भेजी जाए.
ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति में संतुलन बना रहे इस हेतु सभी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन का ऑडिट कराया जाना चाहिए। ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ त्वरित और कठोरतम कार्रवाई की जाए.
‘कोरोना कर्फ्यू’ और ‘साप्ताहिक बंदी’ जैसे प्राविधानों को सख्ती से लागू किया जाए। मास्क, सैनिटाइजर और ‘दो गज दूरी’ जैसे कोविड बिहेवियर को पूरी ईमानदारी के साथ अमल में लाया जाए। लापरवाह लोगों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए.