चंडीगढ़ : हरियाणा में गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या भी बढती जा रही है और लोग अपनों की जान बचाने के लिए रेमेडिसविर इंजेक्शन खरीदने के लिए हाय तौबा मचाने लगाने हैं. संक्रमण की रफ़्तार बढ़ने के मद्देनजर अब रेमेडिसविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की आशंका भी प्रबल हो चली है. इस स्थिति का नाजायज फायदा उठाने वाले भी सक्रिय हो चले हैं. आवश्यकता नहीं होने के बावजूद यह इंजेक्शन खरीदने पहुंचे ऐसे 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस अपर अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने इंजेक्शन की डिपो पर ड्रग विभाग के अधिकारियों को तैनात किया गया है.
यह जानकारी हरियाणा के स्वास्थ्य व गृह मंत्री अनिल विज ने मिडिया से बातचीत में दी है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में रेमेडिसविर इंजेक्शन के दो डिपो हैं। उन्होंने वहां ड्रग विभाग के अधिकारियों को तैनात किया है। रेमेडिसविर इंजेक्शन की हर शीशी की खरीद और उस्की मूवमेंट पर कड़ी नजर राखी जा रही है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यह इंजेक्शन देने से पहले केमिस्ट को खरीददार के आधार कार्ड की जांच करने के लिए निर्देश दिया गया है। उन्होंने खुलासा किया कि गलत मंशा से इंजेक्शन की खरीद करने वाले 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.