सुभाष चौधरी
गुरुग्राम : हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा में श्रमिकों के पलायन की कोई सूचना नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं हरियाणा में काम करने वाले सभी श्रमिकों से अपील करना चाहूंगा. किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. हरियाणा प्रदेश लॉकडाउन की तरफ नहीं बढ़ रहा है. केवल कोरना संक्रमण को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाये गए हैं .
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला आज गुरुग्राम सेक्टर 51 स्थित आरटेमिस हॉस्पिटल में जीवन सारथी योजना का उद्घाटन करने पहुंचे थे . इस अवसर पर डिप्टी सीएम ने ग्रामीण क्षेत्रों में जल्द स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचने के लिये गुरुग्राम के आर्टिमिस अस्पताल से कार्डियक एम्बुलेंस को फ्लैग ऑफ किया और मिडिया से बातचीत में उम्मीद जताई कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य सेवा त्वरित गति से मुहैया कराना संभव हो सकेगा.
प्रदेश में लॉक डाउन लगाने सम्बन्धी पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह लॉक डाउन नहीं है सिर्फ नाईट कर्फ्यू है. इसमें आर्थिक गतिविधि को रोकने का काम नहीं किया जा रहा है. सिर्फ आम लोग रात्रि 10:30 तक अपने घर पहुंच जाएं ताकि कोरोना वायरस की स्प्रेडिंग में कमी लाया जाए. इससे कोरोना संक्रमण के क्रम को तोड़ना संभव हो सकेगा.
हरियाणा में कोरोना संक्रमण की बढती रफ़्तार को लेकर उन्होंने कहा कि कोरोना की बढ़ती रफ्तार को घटाने और चेन तोड़ने के लिए हरियाणा सरकार की तरफ से प्रयास जारी रहेंगे. यहाँ स्वास्थ्य सेवा देश के उन पांच-छह मजबूत व्यवस्था वाले चुनिन्दा राज्यों के बराबर है.
राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में स्कूल बंद करने के निर्णय को सही ठहराते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा में कई पुराने सैनिक स्कूल हैं. एक स्कूल में 104 बच्चे कोरोना संक्रमित हो गए. ऐसे में कोरोना महामारी के देखते हुए बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाना लाजिमी था. उनका कहना था कि अगर जरूरत पड़ी तो आगे गर्मी की छुट्टियों को इसमें समायोजित किया जाएगा.
भीम राव अम्बेडकर जयंती के आयोजन को लेकर हुए विवाद पर उनका कहना था कि विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इसे आयोजित किया जाना संभव है. इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने बल देते हुए कहा कि हम ये नहीं चाहते कि कोई सरकार से संघर्ष करे. लेकिन अगर कोई स्वयं को कानून से ऊपर समझता है तो उनके साथ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.
हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से हुई मुलाक़ात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि केवल केबिनेट के विस्तार का ही विषय नहीं था बल्कि किसानों के साढ़े चार माह के धरने से भी कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. उनसे भी चर्चा जारी रखना जरूरी है. उन्होंने कहा कि वे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से भी आग्रह करेंगे कि इसमें किसी सीनियर मंत्री को शामिल कर किसानों से चर्चा शुरू की जाए. उन्होंने कहा कि वे किसान नेताओं से भी आग्रह करेंगे कि चर्चा से ही समाधान निकाला जा सकेगा.
उन्होंने प्रति सवाल किया कि आज हरियाण में गेहूं की सरकारी खरीद की गई या नहीं ? कोई मंडी बंद नहीं हुई ? किसानों के खाते में पैसे गए या नहीं ? कोई ऐसा किसान नहीं जिन्हें एम् एस पी नहीं मिली हो. उन्होंने कहा कि यहाँ तक कि पंजाब जो इसका विरोध कर रहा था उन्हें भी किसानों के खाते में पैसे ड़ालने पड़े. डिप्टी सीएम ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे लोग जो आढती का काम भी करते हैं और किसान नेता भी बने हुए हैं. उनकी प्राथमिकता इस आन्दोलन को जारी रखने की है. उन्होंने आन्दोलन की प्रासंगिकता पर सवाल करते हुए कहा कि अब तो उन 40 नेताओं की निराशा साफ दिखने लगी है. यह आन्दोलन उनके हाथ से निकल कर ऐसे तत्वों के हाथों में चला गया है जो गाड़ियों की तोड़फोड़ करते हैं और देश व प्रदेश का माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं. लोग अब उन्हें अच्छी तरह पहचान चुके हैं.
कोरोना महामारी के मद्देनजर लॉक डाउन की आशंका की दृष्टि से प्रवासी मजदूरों के होने वाले पलायन के सवाल पर उन्होंने इससे पूरी तरह इनकार किया. पलायन की कोई सूचना नहीं होने की बात की. दुष्यंत ने कहा कि मैं अपील करना चाहूंगा, किसी को घबराने की जरूरत नहीं है, हरियाणा प्रदेश लॉकडाउन की तरफ नहीं बढ़ रहा है . केवल कोरना संक्रमण को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाये गए हैं.
उन्होंने दावा किया कि पिछले लॉक डाउन के दौरान भी हरियाणा एक मात्र ऐसा राज्य था जिसने सबसे पहले और तेज गति से औद्योगिक समूहों को काम शुरू करने की इजाजत दी थी. हरियाणा इस मद में अग्रणी राज्य रहा है. उन्होंने स्पष्ट किया कि पीएम मोदी ने भी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में साफ तौर पर कहा था कि हम लॉकडाउन की तरफ नहीं जाएंगे, हम सिर्फ कोरोना की बढ़ती रफ्तार को रोकना चाहते हैं.