नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आज प्रवासी श्रमिकों के नाम जारी अपनी में कहां है कि गंभीर रोग से ग्रस्त, गर्भवती महिलाएं, व 65 से अधिक व 10 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में बहुत आवश्यक होने पर ही यात्रा करें। रेल परिवार यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
रेल मंत्री ने देश की जनता के नाम जारी अपील में स्पष्ट किया है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में खासकर महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों को यात्रा करने से बचना चाहिए। उन्होंने ऐसे व्यक्ति को भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन से यात्रा करने में सावधानी बरतनी को कहा है जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं या जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। रेल मंत्री ने कहां है कि भारतीय रेल, देश भर में प्रतिदिन कई श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रहा है, ताकि प्रवासियों की अपने घरों को वापसी सुनिश्चित की जा सके।यह देखा जा रहा है कि कुछ ऐसे लोग भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में यात्रा कर रहे हैं जो पहले से ही ऐसी बीमारियों से पीड़ित हैं जिनसे कोविड़-19 महामारी के दौरान उनके स्वास्थ्य को खतरा बढ़ जाता है। यात्रा के दौरान पूर्व ग्रसित बीमारियों से लोगों की मृत्यु होने के कुछ दुर्भाग्यपूर्ण मामले भी मिले हैं।
रेलवे मंत्रालय की ओर से जारी अपील कहा गया है कि ऐसे कुछ लोगों की सुरक्षा हेतु रेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय के आदेश क्रमांक 40-3/2020-DM-l(A) दिनांक 17.05.2020 के तहत, अपील करता है की पूर्व ग्रसित बीमारी (जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, कर्करोग, कम प्रतिरक्षा) वाले व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं 65 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए, जब तक अत्यंत आवश्यक ना हो रेल यात्रा करने से बचें।
उन्होंने कहां है कि हम समझ सकते हैं कि देश के कई नागरिक इस समय रेल यात्रा करना चाहते हैं एवं उनको निर्बाध रूप से रेल सेवा मिलती रहे, इस हेतु भारतीय रेल का परिवार चौबीसों घंटे, सातों दिन कार्य कर रहा है। पर हमारे यात्रियों की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है और इसके लिए सभी देशवासियों का सहयोग अपेक्षित है। किसी भी कठिनाई या आकस्मिकता पड़ने पर कृपया अपने रेल परिवार से संपर्क करने में हिचकिचाएं नहीं। भारतीय रेल आपकी सेवा में हमेशा की तरह तत्पर हैं । (हेल्पलाइन नंबर – 139 & 138)