अब मोबाईल बटुआ का करें प्रयोग : मंडलायुक्त 

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गुरुग्राम:  गुरुग्राम मण्डल के आयुक्त डा. डी सुरेश ने आम जनता से आह्वान किया कि वे अब कैश का बटुआ नहीं अपितु लेनदेन के लिए मोबाईल बटुआ का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि अब ‘कैश नहीं, मोबाईल वॉलेट’ की सुविधा को अपनाए और कैश प्राप्त करने के झंझट से मुक्ति पाएं।
डा. डी सुरेश ने यह आह्वान मुख्यमंत्री  मनोहर लाल की वीडियों कांफ्रेंसिंग के बाद गुरुग्राम मण्डल के अंतर्गत पडऩे वाले सभी जिलों के लोगों से किया है। उन्होंने कहा कि अगले एक सप्ताह में मण्डल के सभी जिलों में आम जनता को कैश के बटुए की जगह मोबाईल वॉलेट का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि प्रदेश में सबसे पहले गुरुग्राम मण्डल ही पूर्ण रूप से बिना नकद भुगतान अर्थात् ई-ट्रांजैक्शन वाला मण्डल बनेगा।
उन्होंने कहा कि ई-ट्रांजैक्शन को बढावा देने के लिए आम जनता को जागरूक किया जाएगा। इस दिशा में प्रचार के सभी तरीकों का इस्तेमाल करते हुए लोगों को कैशलैस ट्रांजैक्शन के फायदों के बारे में समझाया जाएगा। डा. डी सुरेश ने कहा कि इसके लिए बैंकर्स की बैठक बुलाकर उन्हें निर्देश दिए जाएंगे कि वे अपने-अपने बैंक के सामने ग्राहकों को जागरूक करने के लिए व्यवस्था करें। इसी प्रकार, ई-दिशा केंद्र के बाहर भी एक हैल्प डैस्क लगाया जाएगा जहां पर लोगों को ई-ट्रांजैक्शन के तौर तरीके बताए जाएंगे। यही नहीं, हार्ड कैरंसी का उपयोग कम से कम करने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों के माध्यम से शिक्षकों को भी ई-ट्रांजेकसन के तरीकों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे स्कूलों व कॉलेज में पढने वाले बच्चों को इन तरीकों के बारे में अवगत करवा सकें।
डा. डी सुरेश ने कहा कि ई-ट्रांजैक्शन की शुरूआत अपने घर से होनी चाहिए। उन्होंने सभी सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि वे अपने विभागों में कैशलैस ट्रांजैक्शन पर जोर दें और भुगतान करने के लिए आने वाले लोगों को समझाएं कि वे किस प्रकार घर बैठे अपने मोबाईल की मदद से आसानी से भुगतान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालयों में ई-ट्रांजैक्शन को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारी व कर्मचारी स्वयं भी लेनदेन के लिए कैशलैस तरीकों को अपनाएं। साथ ही उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के साथ जुड़े स्वयं सहायता समूहों तथा गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) का भी इस कार्य में सहयोग लिया जाएगा।
मण्डल आयुक्त ने यह भी कहा कि गुरुग्राम में आयोजित हरियाणा स्वर्ण जयंती उत्सव के उद्घाटन समारोह में 1 नवंबर को शुरू की गई सक्षम योजना के पात्र लाभार्थियों को भी कैशलैस ट्रांजैक्शन के विभिन्न तरीकों के बारे में प्रशिक्षण देकर उनकी सेवाएं लोगों को ई-ट्रांजैक्शन के तौर तरीकों को समझाने के लिए ली जाएगी। इस योजना के अंतर्गत स्नातकोत्तर बेरोजगार युवाओं को राज्य सरकार द्वारा 100 घंटे काम के बदले 9 हजार रूपए की राशि पारिश्रमिक के तौर पर दी जाएगी। डा. डी सुरेश ने कहा कि ये युवा आम जनता को कैशलैस ट्रांजैक्शन के बारे में जागरूक करने के लिए वालेंटियर की तरह काम करेंगे।
उन्होंने बताया कि आज देश कैशलैस सोसायटी की ओर बढ रहा है। डा. डी सुरेश ने कहा कि ई-ट्रांजैक्शन करना बहुत ही आसान है। उन्होंने बताया कि जिन व्यक्तियों के पास स्मार्ट फोन हैंं वे यूनिफाईड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) अर्थात् मोबाईल एैप डाउनलोड करके आसानी से बिना कैश दिए ई-टं्राजैक्शन कर सकते हैं और जिन व्यक्तियों के पास सामान्य फोन हैं वे अनस्ट्रक्चर्ड सप्लिमेंट्री डाटा (यूएसएसडी ) इस्तेमाल करके इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
इस बैठक मेें पुलिस आयुक्त संदीप खिरवार, पुलिस उपायुक्त सुमित कुमार, गुरुग्राम उतरी के एसडीएम सुशील सारवान, गुरुग्राम दक्षिणी के एसडीएम सतीश कुमार, पटौदी के एसडीएम रविंद्र यादव, आरटीए सचिव जितेंद्र कुमार, नगराधीश अल्का चौधरी, अग्रणी जिला प्रबंधक आर सी नायक, जिला में नियुक्त तहसीलदार व नायब तहसीलदार तथा एनआईसी की जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अंजलि धींगड़ा उपस्थित थे।

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