लैंड मैपिंग से लाल डोरा की सीमा समाप्त करने की तैयारी में हरियाणा सरकार

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गुरुग्राम । हरियाणा में सर्वे आफ इंडिया के साथ मिलकर लैंड मैपिंग को लेकर आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में बैठक की गई। इस बैठक में प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी मौजूद रहे। बैठक गुरुग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में आयोजित की गई थी।
इस बैठक में करनाल जिला के गांव सिरसी-भाकरा में जमीन की पैमाईश तथा उसका स्टेटस पता करने के लिए किए जा रहे कार्य पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बैठक में कहा कि कई जगहों से गांवों का लाल डोरा बढाने की मांग आई थी लेकिन हमारी योजना है कि ऐसी व्यवस्था की जाए कि लाल डोरा खत्म हो जाए। इसके लिए करनाल जिला के गांव सिरसी-भाकरा में एक पायलट प्रोजैक्ट शुरू किया गया है जिसके अंतर्गत पूरे गांव के रकबे की पैमाइश करके उसमें अलग-अलग प्रकार की जमीन की पहचान की गई है। पूरी जमीन की कली से मार्किंग करके ग्राऊंड टूऊथिंग ड्रोन से की गई है।
बैठक में करनाल के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने बताया कि इस गांव की हर संपति की पहचान करके उसकी आईडी जेनरेट की गई हैं। इसके बाद अब ग्राम पंचायत के माध्यम से सभी ग्रामीणों को सूचित किया गया है कि वे नोटिस बोर्ड पर चस्पा किए गए डाटा के सही होने की पुष्टि कर लें और यदि कोई आपत्ति हो तो 24 दिसंबर तक अपनी आपत्ति दर्ज करवाएं। उन आपतियों को दूर करने के बाद गांव का पूरा जमीन का रिकार्ड प्रणालीबद्ध हो जाएगा। इसके बाद प्रत्येक मालिक को टाइटल दस्तावेज दिया जाएगा।
इसी प्रोजैक्ट को करनाल जिला के अन्य पांच गांवों नामत: काछवा, इेमदा, जुंडला, शाहपुर और कमालपुर में भी लागू किया जाएगा। आज की बैठक में बताया गया कि इसी प्रकार का प्रयोग प्रदेश के 15 जिलों के 5-5 गांवों में भी किया जाएगा। करनाल का गांव सिरसी-भाकरा लाल डोरा मुक्त होने के बाद प्रदेश के 75 गंावों को लाल डोरा मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यही नहीं, प्रदेश के सोनीपत, करनाल और जींद शहरों में भी संपति की मैपिंग की जाएगी। श्री उमाशंकर ने बताया कि गुरुग्राम शहर में इस प्रकार की मैपिंग पहले ही हो चुकी है।

बैठक में पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता, बादशाहरपुर के विधायक राकेश दौलताबाद, मेयर मधु आजाद, राजनीतिक सचिव अजय गौड, सर्वे आफ इंडिया के महानिदेशक ले. जनरल गिरीश कुमार, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव वी उमाशंकर, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह, विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के प्रधान सचिव ए के सिंह, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के प्रशासक चंद्रशेखर खरे, पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकील, उपायुक्त अमित खत्री, अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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