पटना। बिहार में छठ पर्व के दौरान हुए दो हादसों में दो बच्चों सहित चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि समस्तीपुर जिले के बड़गांव में रविवार सुबह काली मंदिर की दीवार गिरने से छठ पूजा देख रहीं दो महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई तथा चार लोग घायल हुए हैं। हसनपुर के थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी ने बताया कि हादसा सुबह लगभग साढ़े छह बजे उस समय हुआ जब श्रद्धालु सुबह का अर्घ्य देकर लौटने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद अफरातफरी मच गई और बाद में मलबे से दो मृतकों सहित करीब छह महिलाओं को निकाला गया।
गौरी ने बताया कि मृतकों की पहचान लल्ली देवी और बुची देवी के रूप में हुई है जिनकी उम्र क्रमश: 40 साल और 50 साल है। घायलों को हसनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया है। वहीं, औरंगाबाद के देव ब्लॉक स्थित सूर्यकुंड के पास शनिवार शाम को छठ पर्व के दौरान मची भगदौड़ की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गई।
औरंगाबाद के जिलाधिकारी राहुल रंजन माहीवाल ने बताया कि मृतक बच्चों की पहचान पटना निवासी सात वर्षीय बेबी और भोजपुर निवासी चार वर्षीय प्रिंस कुमार के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और नियमों के मुताबिक पीड़ित परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने स्वीकार किया कि स्थानीय प्रशासन की उम्मीदों से कहीं अधिक लोग देव स्थित सूर्य मंदिर छठ पूजा के लिए पहुंच गए जिसकी वजह से भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हुई। हादसे में चार वर्षीय बेटे को खो चुकी सोनी देवी ने बताया कि वह छठ पूजा करने देव आई थी और अर्घ्य देकर लौटते समय यह हादसा हुआ। इस बीच, रविवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व सम्पन्न हो गया।